सिलीगुड़ी एक व्यवसायिक शहर है. पिछले दिन सिलीगुड़ी के एक प्रसिद्ध रियल एस्टेट से जुड़े व्यवसाई के कार्यालय और अन्य ठिकानों पर आयकर विभाग का छापा पड़ा तो रियल एस्टेट से जुड़े दूसरे व्यवसायियों में भी हड़कंप मच गया. आयकर विभाग के छापे में दो करोड़ रुपए बरामद होने की जानकारी मिली है. एक साथ रायगंज, मालदा और कोलकाता में आयकर विभाग के अधिकारियों की यह कार्रवाई सनसनीखेज कही जा सकती है.क्योंकि इसके बारे में पहले से कोई जानकारी अथवा आभास भी नहीं था.
सिलीगुड़ी से प्रकाशित आज के लगभग सभी समाचार पत्रों में सिलीगुड़ी के एक प्रसिद्ध व्यवसाई के घर और ठिकानों पर आयकर अधिकारियों की दबिश की कार्रवाई सुर्खियों में है. चर्चा तो यह भी है कि आयकर विभाग के अधिकारी कुछ और व्यवसायियों के ठिकानों पर छापे मार सकते हैं. इसलिए उनमें खलबली मची है. आयकर विभाग की दबिश की कार्रवाई के केंद्र में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता और विधायक बताए जा रहे हैं.
तृणमूल विधायक के एक पार्टनर हेमंत शर्मा का जिन जिन व्यवसायियों अथवा कारोबार के भागीदारों से संबंध है, आयकर विभाग वहां भी दबिश डाल रहा है. चर्चा है कि तृणमूल कांग्रेस के उक्त विधायक का संबंध कोलकाता, मालदा, रायगंज और सिलीगुड़ी से जुड़ा हुआ है. यही कारण है कि आयकर विभाग के लगभग 50 अधिकारियों की टीम ने एक साथ विभिन्न स्थानों पर छापे की कार्रवाई शुरू की. कहा जा रहा है कि उत्तर बंगाल में आयकर विभाग का यह सबसे बड़ा छापा है. चर्चा है कि इससे पहले भी सिलीगुड़ी में विभिन्न व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों के ठिकानों और गोदामों पर आयकर अधिकारियों ने दबिश डाली थी, लेकिन तब इतनी बड़ी व्यापक दहशत नहीं हुई थी.
हालांकि आयकर विभाग की ओर से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है कि छापे की इस कार्रवाई में अधिकारियों के हाथ क्या क्या लगा है. परंतु विश्वसनीय सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है,उसके अनुसार आयकर अधिकारियों ने विभिन्न ठिकानों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं, जिनसे पता चलता है कि घोषित संपत्ति से ज्यादा आय संग्रह किया गया है. हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है.
मिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग के अधिकारी जिस समय सिलीगुड़ी के सालूगाड़ा स्थित एक प्रसिद्ध व्यवसाई के ठिकानों पर दबिश डाल रहे थे, उस समय आयकर अधिकारियों ने रियल एस्टेट से जुड़े अन्य प्रमुखो के ठिकानों पर भी दबिश डाली. रायगंज के विधायक के तार जहां जहां से जुड़े हैं वहां वहां के प्रमुख और मैनेजर के आवास और ठिकानों पर भी दबिश डाली. जिस समय आयकर अधिकारी मैनेजर के आवास पर पहुंचे,उस समय उनका आवास बंद था.इसके बाद आयकर अधिकारियों ने उनके ठिकानों को सील कर दिया. जब बाद में कंपनी के मैनेजर पहुंचे, तब आयकर अधिकारियों ने दबिश की कार्रवाई शुरू की. सूत्र बता रहे हैं कि कुछ सुराग आयकर अधिकारियों के हाथ लगे हैं.
विधायक के मैनेजर के ठिकानों से क्या-क्या बरामद हुआ है,यह जानकारी नहीं मिल सकी है. परंतु अधिकारियों के हाथ कुछ पक्के सबूत लगे हैं. छापे की कार्रवाई में आयकर अधिकारियों ने विधायक के दोनों फोन अपने कब्जे में कर लिए हैं. इसके अलावा विधायक का रियल एस्टेट तथा एक्सपोर्ट के कारोबार से संबंधित ठिकानों तथा विभिन्न स्थानों से छापे में करोड़ों की अघोषित संपत्ति का पता लगा है. रायगंज के विधायक के पार्टनर हेमंत शर्मा के ठिकानों पर रेड के दौरान कई अघोषित संपत्तियों का पता चला है.
कोलकाता में विधायक के दफ्तर तथा विभिन्न ठिकानों पर डाले गए रेड में कुछ ऐसी चीजें आयकर अधिकारियों के हाथ लगी है जो शायद तृणमूल कांग्रेस की मुसीबत को बढ़ा सके. हालांकि अब तक यह सभी कुछ गोपनीय रखा गया है. घोषित संपत्ति से अधिक आय उपार्जन करना भी कभी-कभी बड़ी मुसीबत बन जाती है! सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयकर अधिकारी उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों तथा कुछ शहरों में आने वाले समय में कुछ और व्यापारियों, नेताओं तथा प्रमुख लोगों को निशाना बना सकते हैं. पंचायत चुनाव के बीच इस तरह की आयकर कार्रवाई का तृणमूल कांग्रेस और पंचायत चुनाव पर कितना असर पड़ता है, यह देखना होगा. संभवत: आज अथवा कल कुछ और सनसनीखेज जानकारी मिल सकती है!