वर्तमान में जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन को देख कर रोना आता होगा. लेकिन , आने वाले समय में स्टेशन की सूरत बदलने जा रही है. जिस तरह से न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन का विकास और उसे विश्वस्तरीय स्टेशन बनाया जा रहा है, ठीक उसी तरह से जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन की छवि आने वाले समय में देख सकेंगे. कुछ ऐसा ही होगा जैसे दिल्ली में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन को लेकर ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है. यहां से दक्षिण भारत में जाने वाली ट्रेनों का स्टॉपेज होगा. इसके साथ ही गुवाहाटी की दिशा में जाने वाली ट्रेन भी रुकेगी.एनजेपी से गुवाहाटी तक वंदे भारत ट्रेन चलने वाली है. उसका भी स्टॉपेज जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन हो सकता है.एनजेपी स्टेशन पर ट्रैफिक का भार कम करने के लिए जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन को पूरक स्टेशन के तौर पर लिया जाने वाला है!
जिस तरह से पूर्वोत्तर रेलवे का कामकाज चल रहा है, उससे पता चलता है कि आने वाले समय में इस रूट के कई स्टेशनों के दिन फिरने वाले हैं. फिलहाल न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के विकास के क्रम में यहां यात्रियों के बैठने का स्थान,साफ-सफाई, कोच पोजीशन जानने के लिए डिजिटल डिस्पले बोर्ड, लिफ्ट, एस्केलेटर ,नया भवन, सौंदर्यीकरण, फूल का बागान, 24 घंटे टिकट बुकिंग काउंटर, फूड पार्क इत्यादि विभिन्न पहलुओं पर काम शुरू हो रहा है. जल्द ही जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन में भी लिफ्ट सेवा शुरू हो जाएगी. इसके अलावा यात्री प्रतिक्षालय समेत प्लेटफार्म का विस्तार भी होगा!
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे द्वारा इस रूट पर विद्युतीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है. एनजेपी से मालदा तक लगभग पूरा हो चुका है. मिली जानकारी के अनुसार मार्च तक मालदा से न्यू जलपाईगुड़ी तक विद्युत रेलवे लाइन पर 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाई जाएगी. ऐसे में आप कल्पना कर सकते हैं कि मालदा भी सिलीगुड़ी के आसपास सिमट कर रह जाएगा.
ठीक इसके विपरीत दिशा में न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से असम, सिलचर, अगरतला आदि क्षेत्रों में जाने वाले रेल यात्रियों की यात्रा भी सरल और शीघ्र होने वाली है. यात्री निर्धारित समय से कम समय में इन जगहों की यात्रा कर सकेंगे. मिली जानकारी के अनुसार एनजेपी से असम जाने के लिए ट्रेन की स्पीड भी 130 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है. हालांकि इसमें कुछ विलंब हो सकता है.
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के जनरल मैनेजर के बयान और सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हल्दीबारी होते हुए जलपाईगुड़ी के रास्ते वर्तमान दार्जिलिंग मेल को नहीं चलाया जाएगा. यह ट्रेन जिस तरह से चल रही है, उसी तरह से चलती रहेगी. आगामी दिसंबर तक एनजेपी से न्यू अलीपुरद्वार होते हुए सिलचर अगरतला तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो जाएगा. एक बार विद्युतीकरण का काम पूरा होने के बाद इस रूट से और भी कई नयी ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा!
कार्य में थोड़ा देर जरूर है, परंतु जो भी काम हो रहा है, परफेक्ट है. और आने वाले समय में रेल यात्रियों को देखने को मिलेगा. रेलवे का चल रहा प्रयास बहुत जल्द मूर्त रूप लेने वाला है. इसमें कोई शक नहीं कि जलपाईगुड़ी के सांसद डॉक्टर जयंत राय इन इलाकों में रेलवे के विकास के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं.