जिस तरह के हालात बन रहे हैं, ऐसा लगता है कि देश के दूसरे सीमावर्ती राज्यों के संवेदनशील हवाई अड्डों की तरह बागडोगरा हवाई अड्डा को भी बंद किया जा सकता है. बागडोगरा हवाई अड्डा पर फिलहाल सीमित विमानों की आवाजाही चल रही है. लेकिन सिलीगुड़ी चिकन नेक की सुरक्षा और तैयारी के रूप में वायु सेना बागडोगरा हवाई अड्डा को अपने नियंत्रण में ले सकती है.
फिलहाल देश के विभिन्न हवाई अड्डों से फ्लाइट कैंसिल की जा रही है. दिल्ली एयरपोर्ट से 90 फ्लाइट कैंसिल की जा चुकी है. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर जारी रखा है. तो उधर पाकिस्तान भारत के नियंत्रण रेखा के नजदीक के 15 शहरों पर हमले की नाकाम कोशिश कर चुका है. दोनों देशों के बीच युद्ध के हालात बन गए हैं. ऐसे में भारत की ओर से सभी तरह के ऐहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं.
दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से कई फ्लाइट कैंसिल कर दी गई. सुबह 8:00 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक 90 फ्लाइट कैंसिल की गई. दिल्ली से जाने वाली 46 फ्लाइट और आने वाली 33 घरेलू उड़ानों को रद्द कर दिया गया. एयर लाइन्स ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है. घरेलू एयरलाइन के द्वारा 10 मई तक उड़ानों को स्थगित रखने का फैसला किया गया है.
एयरलाइंस के द्वारा कहा गया है कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, यात्री ट्रेन अथवा बसों का इस्तेमाल करें. जिन कंपनियों की अधिकतर उड़ानों को स्थगित किया गया है, उनमें इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट, अकासा एयर, एयर इंडिया एक्सप्रेस आदि शामिल हैं.
भारत के जो हवाई अड्डे प्रभावित हुए हैं, उनमें श्रीनगर, जम्मू, लेह, चंडीगढ़, अमृतसर ,लुधियाना, पटियाला, बठिंडा ,हलवाड़ा, पठानकोट, शिमला, गगल, धर्मशाला, किशनगढ़, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, मुंद्रा, जामनगर, राजकोट ,पोरबंदर, कांडला ,भुज, ग्वालियर, हिंडन आदि शामिल है. ये वे हवाई अड्डे हैं जो सैनिक चार्टर के लिए उपयोग में लाए जाते हैं. ऐसे में बागडोगरा हवाई अड्डा को स्थगित करने का फैसला आने वाले समय में लिया जा सकता है.
क्योंकि बागडोगरा हवाई अड्डा भी एयर फोर्स के अधीन है. संकट की स्थितियों में एयर फोर्स बागडोगरा हवाई अड्डे का इस्तेमाल करने के लिए स्वतंत्र है. अगर हालात और बिगड़ता है तो बागडोगरा हवाई अड्डा से यात्री विमानों का संपूर्ण रूप से परिचालन बंद किया जा सकता है.