November 21, 2024
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चीन में फैल रही अज्ञात बीमारी से भारत में भी दहशत!

कोरोना को आप भूले नहीं होंगे. यह महामारी चीन से ही फैली थी. जिसने देखते ही देखते दुनिया भर के देशों को अपने शिकंजे में कस लिया. लाखों करोड़ों मौतें हुई.अर्थव्यवस्था चौपट हुई. खैर भारत और दुनिया के देशों से यह महामारी जा चुकी है. लेकिन इस बीच चीन से जो खबर आ रही है, वह केवल भारत के लिए ही नहीं बल्कि दुनिया के देशों के लिए भी चिंताजनक है.

चीन में एक रहस्यमय बीमारी फैल रही है. इस बीमारी का कोई नाम नहीं है. लेकिन बीमारी के लक्षण निमोनिया जैसे हैं. फेफड़ों में सूजन, सांस लेने में तकलीफ, खांसी ,तेज बुखार इत्यादि इसके लक्षण हैं.इस संक्रमण के फैलते ही चीन सरकार ने स्कूलों को बंद कर दिया है. चीन के उत्तर पूर्वी इलाके में स्थित लियाओनिंग प्रांत के बच्चों में यह रहस्यमय बीमारी तेजी से फैल रही है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे लेकर एक चेतावनी जारी की है. 2022 में विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार एशिया और अफ्रीकी देशों में इस संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या काफी ज्यादा है. यूं तो निमोनिया में बच्चों को काफी तकलीफ होती है. यह निमोनिया के लक्षणों पर निर्भर करता है. हालांकि चीन में यह बीमारी निमोनिया के लक्षणों से मिलती-जुलती है, लेकिन यह निमोनिया नहीं है. चीन में फैली रहस्यमय बीमारी में बिना खांसी के ही तेज बुखार और फेफड़ों में सूजन आ रही है.

इस बीमारी के बारे में चीन ने 13 नवंबर 2023 को जानकारी दी थी. स्वास्थ्य एजेंसी ने इस बीमारी से जुड़े मामलों पर कडी निगरानी रखने के लिए कहा है.WHO ने इस बीमारी के बारे में चीन से व्यापक जानकारी मांगी है.इसके बाद who की जो गाइडलाइंस जारी की गई है, उसके अनुसार भारत और विश्व के देशों को सावधान रहने की सलाह दी गई है. इसके अलावा साफ सफाई और डॉक्टर से संपर्क करने की भी हिदायत दी गई है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और मास्क का इस्तेमाल करना भी जरूरी बताया गया है.

भारत सरकार हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से कहा गया है कि चीन में फैले इस वायरस से भारत को डरने की जरूरत नहीं है. भारत में इसका खतरा बहुत कम है. इस रहस्यमय बीमारी से बचने के लिए जरूरी है कि माता-पिता अपने बच्चों की इम्युनिटी और उनके खान-पान का पूरा ध्यान रखें. घर में साफ सफाई तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, मास्क का इस्तेमाल करना, बार-बार हाथ होना इत्यादि तरीकों से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है.

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