सिलीगुड़ी समेत पूरे प्रदेश में दुर्गा पूजा की तैयारी जोर शोर से शुरू हो गई है. कला, संस्कृति, व्यवसाय सभी क्षेत्रों में सजावट का काम तेजी से चल रहा है. सिलीगुड़ी दुर्गा पूजा के रंग में रंगने के लिए तैयार है तो उधर कोलकाता में भी दुर्गा पूजा का आकर्षण सभी विभागों में देखा जा रहा है. अब तक कोलकाता की ट्राम सेवा हाशिए पर थी. लेकिन अब कोलकाता की ट्राम लोगों के आकर्षण का केंद्र बन चुकी है.
कोलकाता की पहचान दो चीजों से जुड़ी हुई है. एक दुर्गा पूजा और दूसरी ट्राम सेवा. हालांकि 1873 से शुरू कोलकाता की ट्राम सेवा लगभग बंद हो चुकी है अथवा कह सकते हैं कि सिर्फ ऐतिहासिकता के लिए ही है. पहली बार कोलकाता की ट्राम को दुर्गा पूजा के रंग में रंगा गया है. कोलकाता ट्राम वेज कॉरपोरेशन ने खास तैयारी की है. इसमें दुर्गा पूजा से जुड़ी झलकियां और बंगाल की संस्कृति देखने को मिलेगी. ट्राम को अंदर और बाहर से खूबसूरत सजाया गया है.
यह पूजा स्पेशल ट्राम सेवा टॉलीगंज से बालीगंज के बीच चलेगी. यात्री इस स्पेशल ट्राम में सवार होकर कई चीज देख सकेंगे.बड़े-बड़े पूजा पंडाल भी नजर आएंगे. ट्राम के बाहरी भाग में हाथ से कलाकृतियां की गई है. मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों को आप देख सकते हैं. इसके अलावा पहली बोगी पर सिंदूर खेला और धुनुची नृत्य से जुड़ी कलाकृतियां है.
ट्राम की बोगी को अंदर से भी सजाया गया है. यह अंदर से किसी म्यूजियम जैसा लगता है.अगर इस ट्राम से आप कोलकाता की दुर्गा पूजा और पंडालो का दर्शन करना चाहते हैं या फिर चाहते हैं कि कोलकाता में सबसे बढ़िया पंडाल और दुर्गा पूजा कहां हो रही है तो बोगी के अंदर कुछ QR कोड्स भी लगाये गये है. इनको स्कैन करके यात्रा के दौरान यात्री दुर्गा पूजा से जुड़ी कई जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं. इस तरह से बंगाल की संस्कृति और बंगाल की आन बान शान ट्राम सेवा को नए लुक में देख सकेंगे.