पश्चिम बंगाल को कई क्षेत्रों में बड़ी-बड़ी कामयाबी मिली है. जिस प्रदेश में धर्म कम, ज्यादा समभाव की बात होती है, उस प्रदेश में अगर विश्व का सबसे बड़ा मंदिर बने तो प्रदेश की विशेषता में एक और उपमा जुड़ जाती है. जी हां, अब जल्द ही मंदिर के क्षेत्र में बंगाल एक रिकॉर्ड बनाने जा रहा है.
भारत का सबसे भव्य और बड़ा मंदिर अयोध्या में श्री राम मंदिर है, जो निर्माण के अंतिम चरण में है. लेकिन पश्चिम बंगाल में जो श्री कृष्ण मंदिर बन रहा है,वह मंदिर अयोध्या के श्री राम मंदिर से भी बड़ा और अद्भुत मंदिर होगा. यह मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर माना जा रहा है.
मजे की बात तो यह है कि यह मंदिर जिसे हम दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर कहते हैं, सिलीगुड़ी से कोई बहुत ज्यादा दूर नहीं है. यह मंदिर नदिया जिले में मायापुर में स्थित है. न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से रेल मार्ग और सड़क मार्ग के जरिए यहां पहुंचा जा सकता है.यह मंदिर इतना अदभुत और आकर्षण का केंद्र है कि पर्यटन के हिसाब से भी यह नायाब सिद्ध होगा.
इस मंदिर में पूरा संसार समा जाएगा. यानी न केवल भारत के ही श्री कृष्ण भक्त बल्कि विदेशों में रहने वाले श्रीकृष्ण भक्त भी यहां एक साथ संगम कर सकेंगे. इस मंदिर का निर्माण इस्कॉन करा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब यह मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा तो यह अयोध्या के राम मंदिर से कई गुना बड़ा और भव्य दिखेगा. 800 करोड रुपए से भी अधिक लागत से इस मंदिर का निर्माण वर्ष 2009 से ही चल रहा है. इसी से आप समझ सकते हैं कि यह कितना भव्य और विशाल मंदिर होगा.
आश्चर्य की बात तो यह भी है कि इस्कॉन मंदिर के जो चेयरमैन बनाए गए है, वह कोई भारतीय नहीं है बल्कि एक विदेशी है. अमेरिका का रहने वाला मशहूर ऑटोमोबाइल कंपनी फोर्ट के संस्थापक अल्फ्रेड फोर्ड. दुनिया का सबसे बड़ा और अद्भुत मंदिर बने, इसके लिए सभी तरह के नायाब उपाय किए गए हैं. अब हम आपको इस मंदिर की कुछ विशेषताएं बताते हैं, जिससे आपको पता चल जाएगा कि यह कितना अद्भुत व भव्य मंदिर होगा.
श्री कृष्ण मंदिर जहां बन रहा है वह जगह 6 लाख स्क्वायर फीट से भी ज्यादा बड़ी है. केवल डेढ़ एकड़ में तो कीर्तन हाल ही है. जहां एक साथ 10000 से भी ज्यादा श्रद्धालु बैठकर भगवान श्री कृष्ण का दर्शन कर सकेंगे. यह मंदिर 7 फ्लोर का होगा और प्रत्येक फ्लोर की अपनी अपनी विशेषता है. अगर हम पुजारी फ्लोर की बात करें तो यह लगभग ढाई एकड़ में फैला है. इस मंदिर के निर्माण के लिए जो मार्बल्स मंगाए गए हैं, वह दुनिया के अलग-अलग देशों से लाए गए हैं. इस श्री कृष्ण मंदिर का गार्डन एरिया ही 4.5 एकड़ में फैला है.
बंगाल में बन रहे श्री कृष्ण मंदिर के निर्माण में भारत और दुनिया के अलग-अलग देशों के श्री कृष्ण भक्तों का पैसा लगा है.इस मंदिर की ऊंचाई 350 फिट है. जबकि मंदिर का गुंबद का व्यास 177 मीटर. इस मंदिर के गुंबद में वह अद्भुत बात होगी जिसे आपने कहीं और नहीं देखा होगा. श्री कृष्ण मंदिर का गुंबद वैदिक तारामंडल ही होगा. यानी जब आप इस मंदिर का गुंबद देखेंगे तो आपको इस बात की जानकारी मिलेगी कि यह संसार कब, कैसे और क्यों बना.
श्री कृष्ण मंदिर पश्चिमी और भारतीय शैली में तैयार किया जा रहा है. इसकी इंटीरियर डिजाइन में पाश्चात्य शैली का दर्शन मिलेगा. जबकि मंदिर क्षेत्र में वैदिक संस्कृति का दर्शन भक्तों को होगा. इस तरह का वेस्टर्न तथा वैदिक कल्चर का श्री कृष्ण मंदिर अपने आप में एक अद्भुत है. इस तरह का नजारा बहुत कम देखा जाता है.यह श्रीकृष्ण मंदिर अयोध्या के श्री राम मंदिर की तरह ही निर्माण के अंतिम चरण में पहुंच गया है बल्कि यह कहे कि निर्माण कार्य संपन्न हो चुका है तो अतिशयोक्ति नहीं होगी. लेकिन इसे देखने के लिए आपको कुछ समय तक इंतजार करना पड़ सकता है!