सप्ताह में 7 दिन होते हैं. रविवार को छुट्टी तो शेष 6 दिन कार्य करने होते हैं.कई सरकारी और अर्धसरकारी संगठनों के कर्मचारियों को शनिवार को भी अवकाश दिया जाता है. बैंक के कर्मचारियों को प्रत्येक महीने दूसरे और चौथे शनिवार को अवकाश मिलता है. कुल मिलाकर कह सकते हैं कि हफ्ते में 5 या 6 दिन लोगों को काम करने होते हैं. चाहे वह सरकारी कर्मचारी हो या फिर निजी संगठनों के कर्मचारी 5 दिन तो काम आवश्यक ही है. पर भारत में अब केवल 4 दिन के काम पर विचार किया जा रहा है. यानी हफ्ते में 4 दिन काम करो और 3 दिन आराम करो.
कई देशों में हफ्ते में 4 दिन काम की योजना लागू हो गई है. कई देश ऐसे हैं जो हफ्ते में 4 दिन काम करने की योजना की सफलता का परीक्षण कर रहे हैं.इनमें ब्रिटेन भी शामिल है. ब्रिटेन में 4 दिन काम करने की पायलट योजना सफल घोषित हुई है.इस परीक्षण में शामिल अधिकतर कंपनियों ने कहा है कि चार दिवसीय कार्य सप्ताह के इस मॉडल को जारी रख सकेंगे. ब्रिटेन में पिछले साल जून से दिसंबर के दौरान किए गए परीक्षण में ब्रिटेन के विभिन्न क्षेत्रों की कुल 61 कंपनियों ने इसमें भाग लिया था.
बेल्जियम उन देशों की कतार में शामिल हो गया है जो अपने श्रमिकों को 4 दिन के कार्य सप्ताह की पेशकश कर रहा है. संयुक्त अरब अमीरात पहला देश है जिसने प्रति सप्ताह साढे चार दिन अपनाया है. पिछले कई वर्षों में कई अन्य देशों ने चार दिवसीय कार्य सप्ताह को अपनाने की कोशिश की है. जिन देशों ने अपने श्रमिकों के लिए 4 दिन कार्य सप्ताह लागू किया है, उन देशों की सफलता से प्रभावित होकर बाकी देश भी इसका अध्ययन कर रहे हैं.
जापान ने कंपनियों को बेहतर कार्य व जीवन संतुलन के लिए चार दिवसीय कार्य सप्ताह की सिफारिश की थी. 2021 में सरकार ने एक पहल की और कंपनियों से नए कार्यक्रम को अपनाने का आग्रह किया था.
न्यूजीलैंड में सरकार ने चार दिवसीय कार्य सप्ताह के विकल्प पर विचार किया. न्यूजीलैंड सरकार के प्रोत्साहन के बाद कुछ कंपनियों ने इसे आजमाया. पर्पेटुअल गार्जियन नामक कंपनी 2018 से सप्ताह में 4 दिन काम कर रही है. 6 सप्ताह के परीक्षण के बाद उन्होंने पाया कि उत्पादकता में 20% का सुधार हुआ है. इसी तरह से आइसलैंड और फिनलैंड में भी चार दिवसीय कार्य सप्ताह की शुरुआत हुई है.
आइसलैंड में श्रमिकों ने नए नियम के अनुसार कार्य किया तो उन्हें कम तनाव महसूस हुआ. साथ ही उनके स्वास्थ्य और कार्य जीवन संतुलन में भी सुधार हुआ था. फिनलैंड की प्रधानमंत्री सन्ना मरीन ने 2020 में 4 दिवसीय कार्य सप्ताह का आह्वान किया था. फिलहाल फिनलैंड में प्रतिदिन 8 घंटे का काम होता है और सप्ताह में कार्य दिवस 5 दिनों का होता है. स्पेन में भी यह शुरू हो चुका है. आयरलैंड में प्राथमिक तौर पर परीक्षण के लिए इसे शुरू किया गया था.
भारत में 4 दिन कार्य सप्ताह की चर्चा जरूर हो रही है. परंतु इसे लागू करना इतना आसान भी नहीं है. क्योंकि तब प्रतिदिन 8 घंटे का काम नहीं होगा. कर्मचारियों को दिन में 12 घंटे काम करने होंगे और हफ्ते में कम से कम 48 काम के घंटे पूरे करने होंगे. इसका साइड इफेक्ट भी देखा जा सकता है. अगर सरकार इसे लागू करती है तो कर्मचारियों को भविष्य निधि के साथ टेक होम वेतन में कमी का सामना करना पड़ सकता है!