दार्जिलिंग पहाड़ और सिक्किम के लोग धर्म और कर्म में काफी दिलचस्पी रखते हैं. आस्था यहां के लोगों में देखने लायक है. भगवान शिव में आस्था रखने वालों की यहां कोई कमी नहीं है. हर साल महाशिवरात्रि पर पूरा पहाड़ भगवान शिव को समर्पित हो जाता है. यूं तो सिक्किम व दार्जिलिंग में भगवान शिव की अनेक छोटी बड़ी प्रतिमाएं हैं, पर सिक्किम के रंगीत नगर में भगवान शिव की जो प्रतिमा बन रही है, वह देखने लायक होगी.
एनएचपीसी राष्ट्रीय जल विद्युत परियोजना की ओर से रंगीत नगर स्थित पावर स्टेशन परिसर में 90 फुट की एक बड़ी और अनोखी भगवान शिव की प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है. भगवान शिव की प्रतिमा राज योग मुद्रा में होगी. भगवान शिव की प्रतिमा के निर्माण पर 1.20 करोड़ रुपए खर्च होंगे. प्रतिमा के निर्माण में कंक्रीट और पत्थर सिलीगुड़ी से मंगाए जा रहे हैं. कलाकार पत्थर तराशने में जुटे हुए हैं. इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि भगवान शिव की प्रतिमा का आकर्षण सर चढ़ कर बोले, इसके लिए भागलपुर से उम्दा कलाकार बुलाए गए हैं.
भगवान शिव की प्रतिमा का निर्माण एक ऐसा कलाकार कर रहा है, जो दो दो बार प्रतिमा निर्माण में विश्व रिकार्ड कायम कर चुका है. इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि भगवान शिव की प्रतिमा कैसी होगी! जिस तरह से सिक्किम नैसर्गिक सुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध है, ऐसे में भगवान शिव की यह अनोखी प्रतिमा सिक्किम की सुंदरता में चार चांद लगाएगी!
भागलपुर से बुलाए गए कलाकारों तथा शानू वर्मा के बारे में कहा जाता है कि इन्होंने ही एन एच पी सी राष्ट्रीय जल विद्युत परियोजना रंगीत नगर स्थित पावर स्टेशन परिसर में स्थित महादेव मंदिर में कुछ समय पहले नंदी की 6 फुट की मूर्ति या प्रतिमा बनाई थी जो 2 हफ्ते में बनकर तैयार हो गई थी. नंदी की प्रतिमा ऐसी है कि लोग देखते ही पलक झपकाना भूल जाते हैं. शानू वर्मा की कलाकृति से प्रभावित होकर ही एनएचपीसी के जीएम सुधीर यादव ने यहां प्रतिमा निर्माण की स्वीकृति दी थी.
भगवान शिव की प्रतिमा का निर्माण कलाकार शानू वर्मा तथा उनके सहयोगी कर रहे हैं. शानू वर्मा कला केंद्र के छात्र रहे हैं. उनके मार्गदर्शन में कलाकार अपने काम में जुट गए हैं. लक्ष्य एक ही है कि भगवान शिव की प्रतिमा अनोखी हो और उतना ही अद्भुत भी हो. मजे की बात यह है कि केवल प्रतिमा निर्माण कार्य में 40 दिन लगेंगे. और 90 फुट की प्रतिमा तैयार हो जाएगी. यह किसी चमत्कार से कम नहीं होगा!
यहां बन रही भगवान शिव की प्रतिमा तथा प्रतिमा के निर्माण कार्य में लगे कलाकार शानू वर्मा के मार्गदर्शन में अपने अपने कार्य में जुट गए हैं. यह वही शानू वर्मा है जिन्होंने लाजपत नगर में रंगीन दीपक से श्री राम की प्रतिमा राम नवमी के अवसर पर बनाई थी. उसके बाद उन्होंने बक्सर में ताड़का वध और वामन अवतार की प्रतिमा बनाई थी, जिसके लिए उनकी काफी तारीफ की गई थी. इससे यह पता चलता है कि रंगीत नगर में बन रही भगवान शिव की प्रतिमा सिक्किम की नैसर्गिक सुंदरता में चार चांद लगाएगी और यह सिक्किम का गौरव भी होगा!
भगवान शिव की प्रतिमा का निर्माण कार्य 40 दिन में पूरा हो जाएगा. जब यह प्रतिमा बनकर तैयार हो जाएगी, तब सिक्किम संपूर्ण रुप से समृद्ध होगा और अपने भाग्य पर गौरव करेगा. इस प्रतिमा के निर्माण कार्य में सिविल विभाग के अधिकारी इंजीनियर व मैनेजर सुधीर कुमार तथा उनकी पूरी टीम योगदान दे रही है.