यह कहा जाता है कि सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है. लेकिन सुयोग्य प्लेटफार्म नहीं मिलने के कारण उनकी प्रतिभा बाहर नहीं आ पाती है. यहां खेलों के विकास के लिए राज्य सरकार से लेकर अनेक मंत्रियों ने व्यक्तिगत स्तर पर भी पहल की. परंतु हालत तो यह है कि सिलीगुड़ी में ले देकर एक कंचनजंघा स्टेडियम है. उसके वजूद को भी खतरा बढ़ गया है. खेल प्रेमी काफी निराश हैं.
सिलीगुड़ी में स्पोर्ट्स कंपलेक्स जैसी सुविधाओं की मांग काफी दिनों से की जा रही थी. ताकि यहां खेल प्रतिभाओं को उभारने का मौका मिल सके.परंतु सरकारी खींचतान और प्रशासनिक उदासीनता के चलते यह संभव नहीं हो सका. सिलीगुड़ी में स्पोर्टस कंपलेक्स तो नहीं हो सका. परंतु कूचबिहार में यह होने जा रहा है. इसका शिलान्यास भी हो चुका है. खेल प्रेमी काफी खुश हैं. सिलीगुड़ी से कूचबिहार ज्यादा दूर नहीं है.खेल प्रेमियों को लगता है कि अब उनका सपना पूरा होने जा रहा है.
रेलवे एवं युवा कल्याण विभाग की पहल पर न्यू कूच बिहार रेलवे स्टेशन संलग्न इलाके में स्पोर्ट्स हब बनाया जा रहा है. यहां स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के निर्माण की बात सर्वप्रथम लोकसभा चुनाव के समय सामने आई थी. खूब चर्चा हुई. केंद्रीय राज्य मंत्री निशित प्रमाणिक व जॉन बारला तथा दूसरे भाजपा सांसदों ने मोर्चा संभाला.लेकिन वक्त बीतता गया और धीरे-धीरे बात ठंडी पड़ती चली गई.
केंद्र में खेल व युवा कल्याण विभाग के मंत्री हैं निशित प्रमाणिक. यह उनके लिए प्रतिष्ठा की बात थी. 2024 लोकसभा चुनाव का भी तकाजा था. निशित प्रमाणिक की दौड़ भाग और मेहनत आखिरकार रंग लाई. इसका शिलान्यास केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने वर्चुअल तरीके से कर दिया है. अनुमान लगाया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले तक यहां स्पोर्ट्स कंपलेक्स बनकर तैयार हो जाएगा. 75 करोड़ की लागत का अनुमान लगाया जा रहा है.
यहां स्पोर्ट्स कंपलेक्स बनने से ना केवल उत्तर बंगाल बल्कि पूरे बंगाल और असम को भी लाभ होगा. योजना के अनुसार यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का हॉकी एस्ट्रो टरफ बनाया जाएगा. यहां तीरंदाजी व टेबल टेनिस खेल होगा. इसके साथ ही खिलाड़ियों के आवास परिसर भी बनेंगे. यहां खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने का स्कूल होगा. देश विदेश के कोच आकर खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देंगे तथा उनका मार्गदर्शन करेंगे. खेल प्रतिभाओं के विकास के समुचित संसाधन उपलब्ध होंगे. सारी योजनाएं बन चुकी है और काम भी जल्द ही शुरू होगा.
जिस तरह से यहां शिलान्यास कार्यक्रम के अवसर पर उत्तर बंगाल के केंद्रीय मंत्रियों का उत्साह दिख रहा था, उसी तरह की उमंग सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल के खेल प्रेमियों में भी देखी जा रही है. चुनाव विश्लेषक इसे पंचायत चुनाव से पहले की तैयारी देख रहे हैं. जो भी हो, इतना तो निश्चित है कि उत्तर बंगाल में खेल प्रतिभाओं को नया प्लेटफार्म मिलने जा रहा है, जहां उनका सपना साकार होगा.