आमतौर पर सिलीगुड़ी आने वाले पर्यटक रोपवे का रोमांच लेने के लिए दार्जिलिंग जाते हैं या फिर सिक्किम. लेकिन अगर उन पर्यटकों को सिलीगुड़ी के पास ही रोपवे, पार्क और पहाड़ की खूबसूरती मिल जाए तो क्या कहना! बहुत जल्द पर्यटकों का सपना पूरा होने जा रहा है. उन्हें सिलीगुड़ी में ही सब कुछ मिल जाएगा.
सिलीगुड़ी से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है रोहिणी. जीटीए के पर्यटन विभाग द्वारा कर्सियांग के अंतर्गत रोहिणी लेक में एक रोपवे का निर्माण किया जा रहा है. रोपवे की यात्रा रोहिणी लेक से गिद्धे पहाड़ी तक लगभग 3 किलोमीटर की होगी. कार्य प्रगति पर है. सूत्र बता रहे हैं कि अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो इसी साल दीपावली तक रोपवे बनकर तैयार हो जाएगा. पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए रोहिणी को नए तरीके से सजाया संवारा जा रहा है. यहां लेक बोटिंग, रोपवे के साथ-साथ खूबसूरत पार्क का भी निर्माण हो रहा है.
कल्पना कीजिए कि आसमान में बैठे हैं. वहां से केबिन में बने शीशे से पहाड़ों की वादियां तथा चट्टान दिखने में कैसा लगता है! आप अभिभूत हो जाएंगे. अब तक पर्यटकों को यह मजा दार्जिलिंग में ही मिलता था. इसके लिए उन्हें सिलीगुड़ी से लगभग 3 घंटे की यात्रा करके दार्जिलिंग जाना पड़ता था. अब वह सब कुछ कर्सियांग सबडिवीजन के अंतर्गत मिलने जा रहा है. रोहिणी में रोपवे होने से पर्यटकों का समय बचेगा और दूसरे में उन्हें सिलीगुड़ी के निकट ही रोमांच की अनुभूति हो जाएगी.
रोहिणी सिलीगुड़ी से लगभग 45 मिनट अथवा 1 घंटे के फासले पर स्थित है. जीटीए सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रोहिणी लेक के बगल में एक और लेक बनाई जा रही है. यहां खूबसूरत पार्क का भी निर्माण हो रहा है.
आपको बताते चलें कि यह परियोजना कोई नई नहीं है. 2014 में जीटीए द्वारा यहां रोपवे निर्माण का फैसला किया गया था. प्रोजेक्ट का काम शुरू भी हुआ, लेकिन 2016 में कुछ कारणों से प्रोजेक्ट का काम रुक गया. तभी से रोहिणी लेक तथा पार्क बदहाल स्थिति में है.हाल ही में भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा ने इस परियोजना को फिर से शुरू करने की पहल की है. अगर सब ठीक रहता है तो सूत्रों ने बताया कि इसी साल दीपावली तक रोपवे का सपना साकार हो सकता है.