सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस का अभिन्न अंग बन चुके स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानी एसओजी एक बार फिर से सुर्खियों में है. 2 साल का हो चुका एसओजी कहीं ना कहीं पूर्व पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा की याद दिलाता है. आज एसओजी ने सिलीगुड़ी में कानून एवं व्यवस्था,नशे के खिलाफ जागरूकता, अपराधियों की धरपकड़ के अलावा अनेक ऐसे कार्य किए हैं जिनके कारण सिलीगुड़ी नशा और अपराध के दलदल से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा है.
एसओजी का गठन सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा ने 2 साल पहले किया था. तब सिलीगुड़ी में नशा और अपराधियों का बोलबाला था. सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस को एक ऐसे संगठन की आवश्यकता थी जो अपराध और अनाचार के खिलाफ एकमुश्त प्रहार करे तथा सिलीगुड़ी की शांति प्रिय जनता में विश्वास जगा सके. इसी उद्देश्य को लेकर पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा ने एसओजी का गठन किया था.
अपने गठन के बाद से ही एसओजी ने एक के बाद एक विभिन्न थानों के साथ मिलकर अभियान चलाया और बड़े-बड़े अपराधियों को धर दबोचा. इसके अलावा नशीली वस्तुओं की बरामदगी के साथ-साथ मादक कारोबारी को जेल भेजना, सिलीगुड़ी में विभिन्न इलाकों में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़,मॉल तथा बाजार में असामाजिक तत्वों की धरपकड़ इत्यादि एसओजी की देन है
पिछले 2 वर्षों में सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप टीम ने करोड़ों रुपए की नशीली वस्तुओं की बरामदगी की है. इनमें ब्राउन शुगर 47 किलो 290 ग्राम, जबकि गांजा 1229 किलो,प्रतिबंधित कफ सिरप 16841 बोतल ,नशीले टेबलेट 12584 के अलावा 9 अग्निअस्त्र, 45 जिंदा कारतूस, 800 लीटर अवैध स्प्रीट, 743 लीटर अवैध शराब आदि बरामद की है. जबकि कई कुख्यात अपराधी व जालसाज जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाए गए हैं.
एसओजी ने 2 वर्षों की अवधि में 103 एनडीपीएस केस रजिस्टर्ड किए हैं. 206 अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं. एस ओ जी ने अपराध के विभिन्न क्षेत्रों में अपराधियों को बेनकाब करने की कोशिश की है. जैसे कॉल सेंटर पर दबिश देना, जन्म से लेकर अब तक टीम के द्वारा 17 अवैध कॉल सेंटरों का पर्दाफाश किया गया तथा इस संबंध में 135 लोगों को पकड़ा गया.भगवान विष्णु की चोरी हुई मूर्ति बरामद करने में भी एस ओ जी का जवाब नहीं है. इसके अलावा एसओजी ने प्रधान नगर थाना के अंतर्गत एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म और हत्या के अपराधी को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने में में मदद पहुंचाई .
हाल में कई घटनाओं का पर्दाफाश एसओजी ने किया है. इनमें उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल से बच्चा चोरी का खुलासा,उत्तर बंग विश्वविद्यालय के नजदीक बच्चों की खरीद बिक्री का मामला हो अथवा सिलीगुड़ी में बाइक चोरी की घटना, एसओजी की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर चोरी गए सामान की बरामदगी तो की ही है, साथ ही तस्करों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है.
पिछले 2 सालों में एसओजी की टीम ने 2531540 नगद बरामद किए हैं.इसमें कोई दो राय नहीं कि आज सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की जो छवि है उसे बनाने वाला एसओजी है और सिलीगुड़ी तथा आसपास के इलाकों में एस ओ जी को लाने वाले पूर्व पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा ही थे. आज सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की साफ, स्वच्छ छवि दूसरे शहरों की पुलिस के लिए एक उदाहरण बन चुका है!
स रजिस्टर्ड किए हैं 206 अपराधी गिरफ्तार किए गए है