मौसम विभाग के अनुसार सोमवार से सिलीगुड़ी में ठंड का कमना शुरू हो जाएगा और इसके साथ ही पिछले 1 महीने से चली आ रही नीरसता का भी अंत हो जाएगा. बजने लगेगी शहर में यहां वहां शहनाइयां! यानी शादी, पार्टी और जश्न! बस दो-चार दिन और… होगा खरमास का अंत!
सिलीगुड़ी में मकर संक्रांति की खूब तैयारियां चल रही है. बाजार में तिल के लड्डू, चूड़ा, मुढी, गुड़ बताशे इत्यादि अनेक सामग्रियां देखी जा रही है. खरीददार मकर संक्रांति की खरीद कर रहे हैं. शाम होते ही विधान मार्केट, महावीर स्थान, रेल गेट आदि बाजार गुलजार होने लगते हैं. लोगों की भीड़ इतनी बढ जाती है कि ट्रैफिक जाम की एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो जाती है. इस साल 15 जनवरी को मकर संक्रांति होगी. उसी को लेकर सिलीगुड़ी के बाजारों मे भीड़ भाड़ देखी जा रही है.
मकर संक्रांति का त्यौहार सभी जाति और समुदाय के लोग सिलीगुड़ी में धूमधाम से मनाते हैं. नेपाली समुदाय के लोग कंदमूल शकरकंद तथा अन्य आवश्यक सामग्रियों की खरीद कर रहे हैं.जबकि अन्य समुदायों के लोग तिल चूड़ा आदि खरीद रहे हैं.
यूं तो मकर संक्रांति हर साल 14 जनवरी को मनाई जाती है, लेकिन विद्वान पंडितों के अनुसार रविवार को रात्रि 2:13 से मकर संक्रांति स्नान, दान, व्रत, उपवास शुरू होगा. सुबह भगवान भास्कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे. और इसी के साथ खरमास समाप्त हो जाएगा. इसलिए 15 जनवरी के दिन मकर संक्रांति का पालन किया जाएगा.
पश्चिम बंगाल में मकर संक्रांति का काफी महत्व है. क्योंकि यहां का विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक मेला गंगासागर उस दिन एक विहंगम रूप में सामने आता है. मकर संक्रांति पर नदियों में स्नान का बड़ा महत्व है.उस दिन दान पुण्य भी किया जाता है. सिलीगुड़ी की महानंदा तथा दूसरी सहायक नदियों पर सुबह-सुबह स्नान करने वालों की भीड़ लग जाती है. लोग स्नान करके तिल और वस्त्र का दान करते हैं.
आप चाहे तो घर पर ही स्नान कर सकते हैं. मगर स्नान के जल में गंगाजल व तिल मिलाकर स्नान करना चाहिए.स्नान के बाद भगवान भास्कर को जल देना चाहिए. साथ ही मंत्रों का जाप करना चाहिए.
शास्त्रों में कहा गया है कि नदी में स्नान के बाद तांबे के लोटे में जल भरकर तिल, लाल चंदन, लाल पुष्प, गुड़ डालकर भगवान भास्कर का मंत्र जाप करना चाहिए. उस दिन हर व्यक्ति को खिचड़ी प्रसाद ग्रहण करना चाहिए. खिचड़ी का दान करना भी अत्यंत शुभ होता है.
सिलीगुड़ी में अनेक लोग शादी विवाह की तैयारियों में सोमवार से जुट जाएंगे. पिछले 1 महीने तक शादी विवाह के लिए कन्या और वर देखने का क्रम रुक गया था, जो सोमवार से शुरू हो जाएगा. कई लोगों की कुछ और योजनाएं होगी. जैसे भवन निर्माण, दुकान , प्रतिष्ठान आदि का उद्घाटन के साथ-सथ नए और शुभ कार्यों की शुरुआत सोमवार से शुरू हो जाएगी.