भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली पश्चिम बंगाल में एक अत्याधुनिक इस्पात कारखाना खोलने जा रहे हैं. सौरव गांगुली ने यह बात मैड्रिड में आयोजित बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट को संबोधित करते हुए कही है.
सौरव गांगुली का इस्पात का कारखाना पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सालबानी में लगाया जाएगा. निर्माण प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. सौरव गांगुली के इस फैसले के बाद क्रिकेट जगत में हलचल बढ़ गई है. क्योंकि सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट टीम के एक सफल कप्तान रह चुके हैं. क्या एक खिलाड़ी उद्योगपति हो सकता है. क्या एक खिलाड़ी को उद्योग के क्षेत्र में जाना चाहिए? इस तरह के कई सवाल बंगाल के सौरभ गांगुली के प्रशंसक और खेल प्रेमी कर रहे हैं. कई लोगों का मानना है कि क्रिकेटर उद्योग के क्षेत्र में सफल नहीं होते.
इन सबसे हटकर सौरव गांगुली ने लोगों की आशंका को खारिज करते हुए कहा कि कई लोगों को लगता है कि मैं केवल खिलाड़ी रहा हूं.लेकिन हमने 2007 में एक छोटा इस्पात का कारखाना शुरू किया था और 5 से 6 महीने में हम मेदिनीपुर में भी नए इस्पात कारखाने को शुरू कर देंगे. आपको बताते चलें कि सौरव गांगुली बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ स्पेन और दुबई की 12 दिवसीय यात्रा पर गए प्रतिनिधि मंडल का एक हिस्सा है.
सौरव गांगुली ने इशारा किया है कि उनका इस्पात का कारखाना अत्याधुनिक होगा और 1 साल में ही कारखाने का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. सौरव गांगुली ने कहा कि निर्माण प्रक्रिया को पूरा होने में मुश्किल से 4 से 5 महीने लगेंगे. सौरव गांगुली ने कहा कि यह बात मैं इसलिए नहीं कह रहा हूं कि मैं मुख्यमंत्री के साथ हूं. बल्कि यह मेरा परंपरागत व्यवसाय है. उन्होंने कहा कि 50-55 साल पहले मेरे दादा ने यह पारिवारिक व्यवसाय शुरू किया था.
सौरव गांगुली की इस घोषणा का सिलीगुड़ी और पूरे बंगाल के क्रिकेट प्रेमियों ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि सौरव गांगुली दूसरे क्रिकेटर्स और खिलाड़ियों को इसके जरिए प्रेरित कर सकते हैं. व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में बड़े-बड़े लोगों को आना चाहिए.इससे गरीब लोगों को रोजगार मिलेगा. सिलीगुड़ी के कई क्रिकेट प्रेमी सौरव गांगुली की घोषणा के बाद काफी खुश है. उन्होंने कहा कि सौरव गांगुली को चाहिए कि उत्तर बंगाल और खासकर सिलीगुड़ी में भी कोई कारखाना खोलें, ताकि यहां के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके!