क्या आपकी आय ₹7 लाख वार्षिक से अधिक है? अगर हां तो टैक्स भुगतान की चिंता क्यों करते हैं? नियमों के अनुसार अगर आपकी आय सात लाख रुपए से ₹100 भी ज्यादा है तो आप टैक्स स्लेब के दायरे में आते हैं और इसके अनुसार मात्र ₹100 की आय बढ़ जाने से ही आपको ₹25100 टैक्स के रूप में देना पड़ता है.
पर अब चिंता करने की जरूरत नहीं है. आपको टैक्स के रूप में इतनी राशि जमा करने की भी जरूरत नहीं है. क्योंकि सरकार ने आयकर दाताओं को थोड़ी राहत दी है. जिन लोगों की वार्षिक आय ₹700000 से थोड़ी भी अधिक है उन्हें सरकार ने टैक्स में मामूली राहत दी है.लेकिन यह राहत कितनी होगी, इसके लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है!
हालांकि यह भी साफ हो चुका है कि 1 अप्रैल से आयकर दाताओं पर सभी नियम लागू हो जाएंगे. बताते चलें कि आम बजट 2023 में भारत सरकार और केंद्रीय वित्त विभाग ने नौकरी पेशा लोगों को टैक्स में बड़ी राहत दी थी. टैक्स स्लैब में भी बदलाव किया गया था. नया टैक्स टैक्स बदलाव में नौकरी पेशा लोगों को ₹7 लाख तक की आय को टैक्स से मुक्त कर दिया गया था. लेकिन अगर किसी की आय ₹700000 से ₹100 भी ज्यादा है तो उसे पूरा टैक्स का भुगतान करना होता और यह लगभग ₹25100 हो जाता है.
नौकरीपेशा लोगों की सबसे बड़ी चिंता इस बात की थी कि मात्र ₹100 के चलते उनकी जेब से ज्यादा जाएगा. उन्हें 25000 से भी अधिक भुगतान करना पड़ता है.यह किसी के लिए भी थोड़ा असहज करने वाली बात है. ऐसे नौकरीपेशा लोग सरकार से थोड़ी राहत की गुंजाइश चाह रहे थे. अब सरकार ने उनकी सुन ली है.
लोकसभा में वित्त विधेयक 2023 को मंजूरी दे दी गई है. इसमें ऐसे श्रेणी के आयकर दाताओं को थोड़ी राहत दी गई है. सवाल यह है कि इस दायरे में आने वाले आयकर दाताओं को कितना टैक्स देना होगा और सरकार उन्हें टैक्स में कितनी छूट दे रही है? 1 अप्रैल से पहले यह स्पष्ट हो जाएगा. बहरहाल इस श्रेणी के आयकर दाताओं को राहत देकर सरकार ने उनकी जेब पर बोझ को हल्का किया है!