प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग 20 महीने बाद पश्चिम बंगाल के दौरे पर कोलकाता आ रहे हैं. वे 30 दिसंबर को कोलकाता पहुंचेंगे. उनके स्वागत के लिए प्रदेश भाजपा और राज्य सरकार की ओर से तैयारियां चल रही है.
नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर की सुबह लगभग 10:00 बजे कोलकाता पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की सूची तैयार हो गई है. इसके अनुसार प्रधानमंत्री सुबह 10:00 बजे कोलकाता एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद आरसीटीसी हेलीपैड पर आएंगे. वहां से वे हावड़ा स्टेशन जाएंगे. सुबह लगभग 10:30 पर हावड़ा स्टेशन से ही उन्हें बंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखानी है. इसके अलावा रेलवे की कई परियोजनाओं का भी उन्हें उद्घाटन करना है.
उद्घाटन कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री आई एन एस नेताजी सुभाष जाएंगे, जहां वह नेताजी की मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे. सुबह 11:15 बजे से 11:30 तक प्रधानमंत्री आई एन एस नेताजी सुभाष मूर्ति से नमामि गंगे का परिदर्शन करेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री 11:35 पर सेकंड नेशनल गंगा काउंसलिंग मीटिंग में भाग लेंगे. दोपहर 1:10 पर वह लंच करेंगे. उसके बाद 1:55 पर वह आई एन एस सुभाष से आरसीटीसी हेलीपैड जाएंगे और फिर कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचकर वापस दिल्ली लौट जाएंगे.
प्रदेश भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत की पूरी तैयारियां चल रही है. प्रधानमंत्री का स्वागत प्रदेश भाजपा की ओर से पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी हर समय प्रधानमंत्री के साथ रहेंगे. कोलकाता एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी से लेकर प्रधानमंत्री के सभी कार्यक्रम में शामिल होंगे. दूसरी ओर राज्य सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरफ से प्रधानमंत्री के स्वागत की योजना बनाई गई है. हालांकि प्रधानमंत्री की अगवानी उनकी पार्टी की तरफ से कौन करेगा अभी यह तय नहीं हुआ है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री के साथ बैठक में भाग लेंगी, इसका फैसला हो चुका है. पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति तेवर में कुछ नरमी आई है. कई मौकों पर मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री की तारीफ कर चुकी है. हाल ही में भारत चीन सीमा झड़प के बाघ एक तरफ जहां कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने भारत सरकार और नरेंद्र मोदी की नीति की आलोचना करते हुए उन पर जमकर हमले किए थे, तो दूसरी तरफ ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल ने केंद्र के रुख का समर्थन किया था.
नेशनल काउंसिल ऑफ गंगा मिशन की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ममता बनर्जी के अलावा शुभेंदु अधिकारी, अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे. इनमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल हो सकते हैं. जानकारी मिली है कि इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो सकते हैं.