सिलीगुड़ी के किसी भी बाजार में चले जाइए. महज ₹100 से ₹150 में झोला भरकर सब्जी ले आएंगे. बंधा गोभी, फूल गोभी के भाव एकदम ही गिर गए हैं. पत्ता गोभी खुदरा बाजार में ₹10 किलो बिक रहा है. जबकि फूल गोभी के भाव ₹15 से लेकर ₹20 प्रति किलो है.
इसी तरह से हरी साग सब्जियों के भाव भी काफी गिर गए हैं. धनिया अथवा हरा धनिया ₹10 में 10 बंडल ले जाइए. टमाटर का भाव ₹15 से लेकर ₹20 प्रति किलो, सेम का भाव ₹15 से लेकर ₹20 प्रति किलो, बैंगन का भाव भी लगभग इसी के आसपास है. यानी कोई भी हरी सब्जी ₹20 से लेकर ₹25 के ऊपर नहीं है. जबकि सिलीगुड़ी में एक समय इस भाव में एक पाव सब्जी आती थी.
सिलीगुड़ी में सर्दियां जबरदस्त पड़ रही है. आम से लेकर खास तक हरी हरी सब्जियों का जायका ले रहे हैं. इसी सिलीगुड़ी में किसी समय गरीबों की थाली से साग सब्जियां गायब रहती थी. अब लोग मजे में साग सब्जियों का स्वाद ले रहे हैं. आलू का भाव भी ₹15 प्रति किलो तक आ गया है. बाजार के जानकार मानते हैं कि आलू के भाव में थोड़ी और कमी आ सकती है. क्योंकि पंजाब और बिहार से आलू की आवक बढ़ने वाली है.
साग सब्जियों के अलावा खाने पीने की दूसरी वस्तुओं के दाम में भी थोड़ी कमी आई है. इस बीच वस्तुओं की कीमतों में गिरावट के बीच खुदरा मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर 2022 में घटकर 5.72% रह गई है. यह महंगाई का 1 साल का न्यूनतम स्तर कहा जा सकता है. लगातार तीसरे महीने खुदरा महंगाई दर में गिरावट आई है. नवंबर 2022 में खुदरा मुद्रास्फीति 5.88% रही थी, जबकि दिसंबर 2022 में खाद्य मुद्रास्फीति गिरकर 1 साल के न्यूनतम स्तर 4.19% पर आ गई है.
सिलीगुड़ी में खाद्य पदार्थों की कीमतों में आंशिक कमी और साग सब्जियों के मूल्य में आई भारी गिरावट के बाद सिलीगुड़ी वासी राहत महसूस कर रहे हैं. लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अगले हफ्ते कीमतों में और गिरावट आ सकती है. हालांकि बाजार के जानकार मानते हैं कि सर्दियों में साग सब्जियों की अधिक खेती होती है और उत्पादन भी अधिक होता है. लेकिन जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी उसके बाद प्राकृतिक और मानवीय कारणों से शाक सब्जियों की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो सकती है.