सिलीगुड़ी को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए हर पार्टी चुनाव के समय वादे करती है.भाजपा से लेकर तृणमूल कांग्रेस, वामदल, कांग्रेस आदि तमाम पार्टियां सिलीगुड़ी के विकास और सिलीगुड़ी नगर निगम की जल निकासी समस्या को लेकर तमाम तरह के दावे करती है. लेकिन चुनाव के बाद उन्हें अपने दावे और संकल्प याद नहीं रहते.
जब सिलीगुड़ी में वामोर्चा का बोर्ड गठन हुआ था, तब तृणमूल कांग्रेस ‘जादू की छड़ी’ से सिलीगुड़ी नगर निगम की सभी समस्याओं के समाधान की बात करती थी और वाममोर्चा पर आरोप लगाती थी कि वाममोर्चा शासित सिलीगुड़ी निगम ने सिलीगुड़ी के लोगों को उनके हाल पर छोड़ रखा है. लेकिन जब तृणमूल शासित बोर्ड का गठन होगा तब सिलीगुड़ी के लोगों को किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा.खासकर बरसात के समय में सिलीगुड़ी के लोगों को जलजमाव का सामना नहीं करना पड़ेगा.
सिलीगुड़ी नगर निगम के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जबरदस्त जीत हासिल की थी. जिन इलाकों में बरसात का पानी सड़कों और घरों में जम जाता है, उन इलाके के लोगों की आंखों में चमक आ गई थी कि तृणमूल शासित नगर निगम बोर्ड जलजमाव की समस्या का समाधान करेगा. चुनाव जीतने के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम ने इस दिशा में कितना कुछ किया, इसकी पोल पिछले दिनों की चंद घंटों की बरसात में ही खुल गई. सिलीगुड़ी के लोग अब सवाल कर रहे हैं कि कहां गए आपके कसमे वादे?
सिलीगुड़ी नगर निगम ने बरसात आने से पहले सिलीगुड़ी के विभिन्न वार्डो में नालो तथा ड्रेनेज की साफ-सफाई करवाई जरूर थी, परंतु उसका लाभ लोगों को कितना मिला, इसकी सच्चाई पिछले दिनों की बरसात में सामने आ गई. सिलीगुड़ी शहर के तमाम इलाके जलमग्न हो गए.कहीं लोगों के घरों में घुटनों तक पानी भर गया तो कहीं रास्तों पर ही नदी बहने लगी.कई जगह हाल यह हो गया कि कौन सी सड़क है,यह पता लगाना भी मुश्किल हो गया. कहीं पर एंबुलेंस पानी में फंस गया.
सिलीगुड़ी के हॉस्पिटल मोड़, नया बाजार, 5 नंबर वार्ड, रेगुलेटेड मार्केट,राजीव नगर ,बाघाजतिन कॉलोनी,एनजेपी के नजदीक 34 नंबर वार्ड समेत लगभग सभी स्थानों में पानी ही पानी था. आज भी कई इलाकों से पानी नहीं निकला है. जहां ऐसी स्थिति हो, ऐसे में नागरिकों के मुंह से सिलीगुड़ी नगर निगम के लिए प्रशंसा के शब्द तो नहीं निकलेंगे. सिलीगुड़ी नगर निगम के 5 नंबर वार्ड स्थित गंगानगर के लोग सिलीगुड़ी नगर निगम की कार्यशैली से निराश हो चुके हैं.उन्होंने बताया कि सरकार किसी की भी हो,नागरिकों को कोई भी पार्टी राहत नहीं दे सकती. सिलीगुड़ी के लोगों को अपनी समस्या का समाधान खुद ही करना होगा.
अंबिका नगर अंडरपास में जलभराव की समस्या बरसों से है. तृणमूल कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले यहां की जलभराव समस्या दूर करने की बात कही थी. स्थानीय लोग बताते हैं कि चुनाव जीतने के बाद स्थानीय पार्षद ने इस दिशा में कोई भी कार्य नहीं किया. यही कारण है कि आज भी थोड़ी सी बरसात होने पर इस रास्ते से गुजरना मुश्किल हो जाता है. पुल के नीचे इतना पानी भर जाता है कि गाड़ियों का वहां से निकलना काफी मुश्किल हो जाता है.
सिलीगुड़ी शहर में भले ही विकास के कार्य हो रहे हो, परंतु वास्तविक विकास तो नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं देकर ही किया जा सकता है. सिलीगुड़ी नगर निगम ने प्रारंभिक बरसात से जरूर सबक सीखा होगा. आगे और भी बरसात आएगी.ऐसे में जलभराव की समस्या का सामना स्थानीय लोगों को करना ही होगा. क्योंकि ऐसा नहीं लगता है कि बरसात के मौसम में सिलीगुड़ी नगर निगम जलभराव की समस्या का कोई समाधान निकाल पाएगा.