महिला कौन है यह तो पता नहीं चला. लेकिन उसकी उम्र 30 से 35 साल बताई जा रही है. उसकी लाश एक धान के खेत से बरामद की गई. उसके शरीर पर कोई वस्त्र नहीं था. शरीर लहूलुहान. चाकू से मारने के कई निशान मिले हैं. पास में ही रखा चाकू भी मिला है. घटनास्थल पर चारों तरफ एसिड फैला हुआ था. पास में ही उसके कपड़े और गर्भनिरोधक पैकेट भी रखे हुए थे…
बिहार और बंगाल का सीमावर्ती इलाका है हरिशचंद्रपुर, जो मालदा जिले में आता है. यह बताने की जरूरत नहीं कि जिस हालत में महिला का शव बरामद किया गया है, उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया. फिर चाकू से गोदकर उसकी हत्या की गई है.ताकि उसके शव की शिनाख्त नहीं की जा सके, इसलिए दरिंदों ने उसके चेहरे को चूने के पाउडर और एसिड से जला दिया. इतनी बड़ी दरिंदगी की घटना सनसनीखेज ही नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल जैसे राज्य के लिए शर्मनाक भी है! क्योंकि बंगाल में ऐसी दरिंदगी की घटनाएं बहुत कम सुनी जाती है.
महिला कौन है तथा यह दरिंदगी किन लोगों ने की, पुलिस पता लगा रही है. लेकिन जो सूरते हाल है, वह बिहार और बंगाल की सीमा के पेच में फंसता नजर आ रहा है. हरिशचंद्रपुर थाना का यह इलाका शराब और शराबियों के लिए काफी चर्चित है. बिहार की सीमा से सटा होने के कारण बिहार से काफी संख्या में लोग यहां शराब पीने के लिए आते हैं. क्योंकि बिहार में शराबबंदी है इसलिए यहां बिहार से शराब पीने के लिए आने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हरिशचंद्रपुर थाना की पुलिस ने यहां के कई लोगों से पूछताछ की है.
अब तक पुलिस को जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार बिहार के असामाजिक तत्वों ने इस दरिंदगी को अंजाम दिया है. हरिशचंद्रपुर क्षेत्र के तृणमूल जिला अध्यक्ष संजीव गुप्ता के अनुसार बिहार में शराबबंदी है. इसलिए वहां से असामाजिक तत्व यहां शराब पीने के लिए आते हैं. उन्होंने ही शराब के नशे में ऐसी वारदात को अंजाम दिया है. जबकि कांग्रेस नेता अबदुल शोमन ने इस दरिंदगी के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि बिहार के शरारती तत्वों ने इस दरिंदगी को अंजाम दिया है. उनका कहना है कि यहां के तृणमूल कांग्रेस के नेता बिहार के असामाजिक तत्वों से मिले हुए होते हैं.
जो भी हो, पुलिस के लिए इस दरिंदगी के पीछे के चेहरों को बेनकाब करने की चुनौती है. महिला की लाश का पोस्टमार्टम किया जा चुका है. रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. उसके बाद ही पुलिस अपनी जांच की दिशा निर्धारित करेगी. लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि यह इलाका शराबियों और मनचले का अड्डा बन चुका है. बिहार और बंगाल के असामाजिक तत्व यहां देखे जा सकते हैं. ऐसे में इलाके में रहने वाली बहू बेटियों की सुरक्षा का भी खतरा उत्पन्न हो गया है. इस दरिंदगी की घटना ने वहां की महिलाओं को आतंकित कर दिया है.
पुलिस को चाहिए कि महिला की जल्द से जल्द शिनाख्त कराकर घटना की तह तक पहुंचा जाए और दोषी लोगों को जेल की सलाखों तक पहुंचाया जाए. फिलहाल इलाके में पुलिस गश्त बढाए जाने की जरूरत है, ताकि यहां की महिलाओं में आत्मविश्वास और आत्म बल लौट सके. हरिशचंद्रपुर भाजपा मंडल अध्यक्ष अजय पासवान ने भी पुलिस से अविलंब कदम उठाने की मांग की है. यहां कानून एवं व्यवस्था की भी कमी है. ऐसे में पुलिस प्रशासन को इलाके में कानून एवं व्यवस्था को पुर्नस्थास्थापित करने का प्रयास करना चाहिए.