अगर आप किसी कंपनी के डायरेक्टर हैं, अथवा एक या एक से ज्यादा फर्मों के डायरेक्टर हैं या दुकान, व्यापार कुछ भी करते हो या किसी भी पेशे से जुड़े हों, व्यक्तिगत रूप से कारोबार कर रहे हो या पार्टनरशिप में, अगर आप सिलीगुड़ी अथवा बंगाल के किसी कोने में रहते हुए कारोबार कर रहे हैं तो अब आपको बंगाल सरकार को हर साल प्रोफेशन टैक्स का भुगतान करना होगा. पश्चिम बंगाल सरकार की टैक्स प्रोफेशन टीम हर उस व्यक्ति को या कंपनी के डायरेक्टर को ईमेल अथवा व्हाट्सएप मैसेज के जरिए प्रोफेशन टैक्स का भुगतान करने के बारे में सूचित कर रही है, जिनकी फर्म रजिस्टर्ड ऑफ कंपनीज, कोलकाता से रजिस्टर्ड है और वे इसके पात्र हैं.
प्रोफेशन टैक्स को लेकर बंगाल सरकार की इस कवायद से ऐसे लोगों की जेब पर असर पड़ेगा, जो क्लीनिक चलाते हैं अथवा किसी तरह का व्यापार करते हैं या फिर छोटी बड़ी कंपनी चलाते हैं या फिर किसी न किसी प्रोफेशन से जुड़े हुए हैं, अब उन्हें 1 साल में सरकार को ₹2500 का भुगतान करना होगा. अन्यथा उन्हें कारोबार करने में वैधानिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. पश्चिम बंगाल सरकार, प्रोफेशन टैक्स टीम के अनुसार पेशेवर लोगों को प्रोफेशन टैक्स की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए सर्वप्रथम ऑनलाइन एनरोलमेंट कराना होगा.
राज्य में कारोबारी अथवा व्यवसाईयों के लिए प्रोफेशन टैक्स का भुगतान करने का प्रावधान तो पहले से ही था, लेकिन यह अनिवार्य नहीं था. प्रोफेशन, ट्रेड, एंप्लॉयमेंट एक्ट 1979 और पश्चिम बंगाल राज्य टैक्स सेक्शन 5 के अंतर्गत इस बात का प्रावधान है कि किसी भी पेशे से जुड़े लोग प्रोफेशनल टैक्स का भुगतान करेंगे. हालांकि तब यह अनिवार्य नहीं था और ऐसा करना निदेशक अथवा कंपनी के चेयरमैन की इच्छा पर निर्भर करता था. लेकिन अब ऐसा नहीं है. हर साल प्रोफेशन टैक्स का भुगतान करना ही होगा और यह न्यूनतम ₹2500 वार्षिक होगा.
पश्चिम बंगाल सरकार प्रोफेशन टैक्स टीम के द्वारा राज्य के पेशेवर लोगों को मेल किया जा रहा है. उन्हें सत्र 2020-2021, 2021 से 2022, 2022 से 2023 और 2023-24 वर्ष के लिए वार्षिक आधार पर टैक्स का भुगतान करना होगा. यहां यह बता दूं कि ऐसे लोग जो आर ओ सी यानी रजिस्टर्ड ऑफ कंपनीज, कोलकाता से रजिस्टर्ड हैं, ऐसे लोग प्रोफेशन टैक्स का भुगतान करने के दायरे में आते हैं. उन सभी को प्रोफेशनल टैक्स का भुगतान करने का मैसेज दिया जा चुका है.
सरकार के इस फरमान के बाद कंपनी संचालकों और पेशेवर लोगों में प्रोफेशन टैक्स भुगतान को लेकर भाग दौड़ बढ़ गई है. कई बरसों से पेंडिंग प्रोफेशन टैक्स का भुगतान एक साथ करने से पेशेवर लोगों की जेब पर भारी बोझ पड़ रहा है. ममता बनर्जी सरकार के इस फैसले से सिलीगुड़ी के व्यवसायी, कारोबारी,पेशेवर और कंपनी वर्ग में निराशा देखी जा रही है.
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