November 24, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल राजनीति सिलीगुड़ी

ममता बनर्जी को गुस्सा क्यों आता है… सिलीगुड़ी में रैली किए बगैर कोलकाता लौटी!

टिकट सभी को नहीं दिया जा सकता. पूरा बंगाल मेरा परिवार है. मैं अपने भाई को खुश करने के लिए दूसरों के साथ नाइंसाफी नहीं कर सकती हूं. पिता की मौत के बाद जिस भाई को मैंने बचपन में 47 रुपए महीने कमा कर पाला पोसा और बड़ा किया, उसने मेरे साथ विश्वासघात किया है, अब उसके साथ मेरा कोई संबंध नहीं है. मुझे अफसोस है कि मैं उसे एक काबिल इंसान नहीं बना सकी…

आज ममता बनर्जी सिलीगुड़ी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना हार्दिक उद्गार व्यक्त कर रही थी. उसने अपने भाई के मुद्दे के जरिए यह साफ करने की कोशिश की कि उन पर परिवारवाद थोपा नहीं जा सकता. मुख्यमंत्री यह बताना चाहती थी कि वह दूसरे राजनीतिक दलों की तरह परिवारवाद की वकालत नहीं करती है.

आज मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए भाजपा पर जमकर हमला बोला और कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा CAA को एक राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करना चाहती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा काम जनता से कहना है. भाजपा का काम जुमलेबाजी है. भाजपा ने कहा कि हमें 400 सीटें मिलेगी. हम ऐसा नहीं कह सकते. क्योंकि जनता ही असली मालिक है.जनता जिसे वोट देना चाहेगी, हम उसे मानेंगे. लेकिन भाजपा जबरदस्ती चुनाव जीतना चाहेगी तो हम उसे नहीं मानेंगे.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भाजपा के नाम से ही गुस्सा आ जाता है. आज जब एक पत्रकार ने भाजपा नाम लेकर सवाल करना चाहा तो मुख्यमंत्री उखड़ गई. उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में CAA, एनआरसी, लोकतंत्र इत्यादि के अलावा राज्य सरकार की योजनाओं और जनता को मिलने वाले लाभ के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है. जिस देश में लोकसभा चुनाव के मौके पर मुख्य चुनाव आयुक्त का इस्तीफा हो जाता है और उनका इस्तीफा राष्ट्रपति द्वारा मंजूर कर लिया जाता है तो आप समझ सकते हैं कि स्थिति क्या है!

मुख्यमंत्री सिलीगुड़ी में चाय बागान श्रमिकों को भूमि अधिकार और घर की चाबियां वितरण कार्यक्रम में शामिल हुई. उन्होंने कहा कि स्कूल के बच्चों को कन्या श्री दी जा रही है. इसके अलावा राज्य सरकार की कई योजनाएं हैं, जिनसे लोगों को मदद दी जा रही है. मुख्यमंत्री ने आज अपने भाई के संबंध में दो टूक बात की और कहा कि ऐसे लोग मेरे अपने ही क्यों ना हो, उनके साथ मेरा कोई संबंध नहीं है. ममता बनर्जी अपने भाई पर काफी गुस्सा हैं.

दरअसल ममता बनर्जी के छोटे भाई बाबुन बनर्जी हावड़ा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे. तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया और हावड़ा संसदीय सीट से प्रसून बनर्जी को टिकट दिया है. प्रसून बनर्जी तीसरी बार हावड़ा संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं इससे नाराज होकर बाबुन बनर्जी हावड़ा लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं.

बाबुन बनर्जी और पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी प्रसून बनर्जी के बीच संबंध अच्छे नहीं रहे हैं. प्रसून बनर्जी की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद बाबुन बनर्जी ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया और खुलेआम कहना शुरू कर दिया कि प्रसून बनर्जी सही और सक्षम उम्मीदवार नहीं है. ममता बनर्जी को इसीलिए अपने भाई पर गुस्सा है और आज उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में अपने भाई से सारे पारिवारिक रिश्ते तोड़ लिए.यह अटकलें लगाई जा रही थी कि बाबुन बनर्जी भाजपा में शामिल होंगे. लेकिन आज उन्होंने इसका खंडन कर दिया और कहा कि वह दीदी के साथ हैं और आगे भी दीदी के साथ ही रहेंगे.

ममता बनर्जी के गुस्से से तृणमूल कांग्रेस के सभी नेता वाकिफ है. अपनी छोटे भाई से नाराज चल रही ममता बनर्जी के गुस्से को CAA ने काफी बढ़ाया है. उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में आज फुलबारी में प्रस्तावित रैली को भी रद्द कर दिया और वापस कोलकाता लौट गई. मुख्यमंत्री को CAA लागू होने के बाद केंद्र सरकार के फैसले के विरोध में आज सिलीगुड़ी में एक मेगा रैली का नेतृत्व करना था. लेकिन उन्होंने सिर्फ प्रशासनिक सभा की और कोलकाता लौटने का फैसला कर लिया. मुख्यमंत्री कोलकाता लौट गई हैं.

भारतीय जनता पार्टी CAA को सांप्रदायिक रंग देने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना कर रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने इस कानून की तीखी आलोचना करने के लिए ममता बनर्जी पर निशाना साधा और कहा कि यह कानून किसी भारतीय की नागरिकता या फिर नौकरी नहीं छीन रहा है. उन्होंने दावा किया कि ममता बनर्जी की जमीन खिसक रही है और यही कारण है कि वह CAA का विरोध कर रही है और उसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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