पिछले दो दिनों से सिलीगुड़ी, समतल और पहाड़ में मौसम में बदलाव देखा जा रहा है. रिमझिम बारिश, ठंडी हवाएं और कहीं कम ,कहीं ज्यादा वर्षा तथा पहाड़ों में बर्फबारी ने जनजीवन को भी काफी प्रभावित किया है. हालांकि पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण भी पैदा कर रहा है. पहाड़ बर्फ की सफेद परतों से ढक गया है. सिक्किम और दार्जिलिंग में पर्यटक काफी खुश हैं. लेकिन सिलीगुड़ी से पहाड़ जाने के लिए कालिमपोंग जिला प्रशासन की ओर से कुछ दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं. वाहन चालकों के लिए इसका पालन करना जरूरी है.
मंगलवार की रात से ही दार्जिलिंग और सिक्किम के कई स्थानों पर ओलावृष्टि शुरू हो गई. जिसके कारण ठंडी हवाएं और बारिश में सिलीगुड़ी का मौसम सुहावना हो गया. पिछले कई दिनों से तेज धूप के चलते लोगों को मार्च के महीने में ही गर्मी का एहसास होने लगा था. ऐसा मान लिया गया था कि अब गर्मी लगातार बढ़ती जाएगी. लेकिन मौसम में अचानक परिवर्तन हुआ है. कम से कम होली तक कुछ ऐसा ही मंजर रहने वाला है. या इसका अनुमान लगाया जा रहा है. इस बीच हल्की-फुल्की बारिश भी हो सकती है.
दार्जिलिंग में जिन इलाकों में बर्फबारी हुई है, उनमें संदकफू, फालूट, तंगलु, कालपोखरी समेत कई इलाके हैं. यहां कई स्थानों पर मकान और स्थान सफेद बर्फ की चादर में लिपट जाने से पर्यटकों के लिए एक विशेष आकर्षण बन गया. संदकफू में बर्फ जम जाने से स्थानीय लोगों और पर्यटकों में एक विशेष उत्साह देखा गया. पर्यटक बर्फ के गोलों से खेलते नजर आए . सिक्किम के कुछ इलाकों में भी ऐसा ही नजारा देखा गया है. इन इलाकों में हल्की-फुल्की बारिश भी हुई है. कई स्थानों पर तो तेज बारिश हुई.
पिछली रात लिखुभीर में पहाड़ से टूट कर बड़े-बड़े पत्थर नेशनल हाईवे 10 पर गिरे, जिसके कारण यातायात अवरूद्ध हो गया. सिक्किम और कालिमपोंग जाने वाले वाहन चालकों के लिए इस रास्ते से जाना रोक दिया गया. हालांकि मलबे को हटाने का काम द्रुत गति से जारी था. लेकिन कालिमपोंग जिला प्रशासन की ओर से सुबह सिक्किम या कालिमपोंग जाने वाले वाहन चालकों को लावा गोरुबथान रोड से जाने का निर्देश दिया गया.
जब तक NH 10 से मलबा हटा नहीं लिया जाता, तब तक इधर से यातायात नहीं हो सकेगा. यह मलबा कब तक साफ होगा, यह मौसम पर निर्भर करता है. हालांकि काम युद्ध स्तर पर जारी है. उम्मीद की जा रही है कि अगर मौसम में तब्दीली आई तो जल्द ही इस मार्ग को खोल दिया जाएगा. सुबह के समय सिक्किम और कालिमपोंग जाने वाले वाहन चालक वाया लावा गोरुबथान रोड से आ जा रहे थे. जबकि छोटे वाहन भी इस रूट का उपयोग कर रहे हैं. 27 माइल से समथार तक लावा गोरुबथान होकर ही आना-जाना संभव हो सकता है.
पहाड़ घूमने गए पर्यटक फिलहाल पहाड़ में ही रुके हुए हैं. बर्फबारी से ढके स्थानों को वे अपने कैमरे में कैद कर रहे हैं. दार्जिलिंग के घूम जोर बंगलो, सोनादा आदि इलाकों में तेज बारिश भी हुई है. इसके कारण कई जगह लोग बारिश में भीगते हुए नजर आए तो कई लोगों के हाथ में छाता भी देखा गया. आगामी तीन-चार दिनों तक कमोबेश ऐसी ही स्थिति रहने वाली है. संभावना जताई जा रही है कि मौसम में अचानक बदलाव के चलते सिलीगुड़ी और समतल भागों में रिमझिम बारिश होली तक जारी रह सकती है. फिलहाल सिलीगुड़ी का मौसम काफी सुहावना हो गया है.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)