सिलीगुड़ी: चक्रवात रेमल के कहर में पश्चिम बंगाल में लगभग 16 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई सैकड़ो लोग घायल हुए, तो कई क्षेत्र बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। देखा जाए तो इन दिनों मौसम की मार राज्य के साथ सिलीगुड़ी के लोग भी झेल रहें हैं । कभी झुलस्ती गर्मी से लोगों की हालत बुरी हो जाती है तो कभी आंधी तूफान की बेरहमी लोगों को झेलनी पड़ रही है । देखा जाए तो सिलीगुड़ी में बीते कल की शुरुआत ठंडी, ठंडी हवाओं से हुई, जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, सूर्य की तपिश भी बढ़ती गई, लेकिन कल आसमान में बादल छाए हुए थे, जिससे तापमान में कुछ गिरावट महसूस की गई और दोपहर के बाद मौसम में फिर से बदलाव देखने को मिला, तेज हवाएं चलने लगी और शाम को कुछ क्षेत्रों में छिटपुट बारिश हुई, जिससे वातावरण में उष्म महसूस होने लगी। फिर रात को 9:00 बजे के बाद तेज हवाएं चलने लगी और कुछ देर बाद बारिश भी शुरू हो गई, देखते ही देखते तेज आंधी तूफान और बिजली गरजने लगी । सिलीगुड़ी के 15 नंबर वार्ड में एक पेड़ घर के ऊपर गिर गया, जिससे आंधी तूफान के दौरान उस क्षेत्र में हड़कंप मच गया । पेड़ के गिरने से क्षेत्र की बिजली भी चली गई, स्थानीय वासियों ने इस घटना को लेकर डिप्टी मेयर रंजन सरकार को सूचित किया। सूचना मिलते ही डिप्टी मेयर घटनास्थल पर पहुंचे और स्थानीय लोगों को संतावना दिया। तेज आंधी तूफान के बीच प्रशासन के कर्मचारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पेड़ को काट स्थिति को सामान्य करने की कोशिश की। बता दे कि, जानकारी मिली है कि,कल भयावह आंधी तूफान में सिलीगुड़ी के कुछ क्षेत्र क्षतिग्रस्त हुए है। वही आंधी तूफान के बाद आज सिलीगुड़ी के तापमान में कमी दर्ज की गई है और ठंडी हवाएं भी चल रही है, जिससे इस झुलस्ती गर्मी में लोगों को कुछ हद तक राहत मिली है ।
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