दार्जिलिंग में जगह-जगह जाम और कूड़ा नजर आ रहा है. दार्जिलिंग नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों ने आज काम करने से इनकार कर दिया है .नगर पालिका के कर्मचारी आज हड़ताल पर हैं. इसलिए सड़कों पर, घरों और होटलों के सामने, कूड़ेदानों के पास कूड़ा ही कूड़ा बिखरा हुआ है. यह दार्जिलिंग की चमक को धूमिल कर रहा है. जिस खूबसूरती के लिए दार्जिलिंग जाना जाता है, कम से कम आज दार्जिलिंग की हालत देखकर ऐसा नहीं कहा जा सकता. कहीं ना कहीं पर्यटकों का भी मन फीका है. क्योंकि कम से कम पहाड़ों की रानी दार्जिलिंग के बारे में तो उन्होंने ऐसी कभी कल्पना नहीं की होगी.
आश्चर्य की बात तो यह है कि इस समय दार्जिलिंग में पर्यटकों की आमद में वृद्धि के बाद जीटीए और स्थानीय प्रशासन के द्वारा शहर की साफ सफाई के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं. पहाड़ों की रानी दार्जिलिंग में साफ सफाई को शुरू से ही प्राथमिकता दी जा रही है. कुछ समय पहले ही स्थानीय प्रशासन के द्वारा एक अधिसूचना जारी करके पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सड़क पर कूड़ा नहीं फेंकने तथा कूड़ेदान में ही कूड़ा डालने की हिदायत दी गई है. पर्यावरण के हिसाब से भी स्थानीय प्रशासन ने यह फैसला लिया है. दार्जिलिंग शहर के सौंदर्य को बनाए रखने के लिए भी इसकी साफ सफाई पर जोर दिया गया है.
दार्जिलिंग नगर पालिका के सफाई कर्मचारी नियमित रूप से कूड़ेदानों से कूड़ा निकाल कर ले जाते हैं. इसके अलावा नगर पालिका की गाड़ी शहर की विभिन्न गलियों और सड़कों का चक्कर लगाती रहती है.लेकिन आज दार्जिलिंग में नगर पालिका की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी नहीं आई और ना ही सफाई कर्मचारी नजर आए. इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि दार्जिलिंग के एक दुकानदार ने दार्जिलिंग नगर पालिका के एक सफाई कर्मचारी मिलन सरकी की उस समय पिटाई कर दी, जब वह कूड़ा उठाने के लिए गाड़ी लगाकर उनकी दुकान के सामने आया था.
दार्जिलिंग सदर थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार नगर पालिका के सफाई कर्मचारी मिलन सारकी पर उस समय हमला हुआ, जब वह स्थानीय दुकानदार नारायण प्रसाद गुप्ता की दुकान के सामने रखे कूड़े को उठा रहा था. नारायण प्रसाद गुप्ता ने सफाई कर्मचारी को कूड़ा नहीं उठाने के लिए कहा. इस पर सफाई कर्मचारी और दुकानदार के बीच कुछ वाद विवाद हुआ. बाद में दुकानदार नारायण प्रसाद गुप्ता ने सफाई कर्मचारी का कॉलर पकड़कर उसकी शर्ट फाड़ दी तथा उसके साथ हाथापाई भी की. इस घटना के बाद सफाई कर्मचारी मिलन सारकी ने सदर थाने में जाकर दुकानदार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.
उधर दार्जिलिंग नगर पालिका सफाई कर्मचारी संघ की एक बैठक में इस घटना का विरोध करने का फैसला किया गया. इसी के तहत आज सफाई कर्मचारी हड़ताल पर है और स्थानीय प्रशासन से दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई और दुकानदार नारायण प्रसाद गुप्ता की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. खबर समय ने इस पूरे मामले में आरोपी दुकानदार नारायण प्रसाद गुप्ता का भी पक्ष जानना चाहा लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. बहरहाल यह मामला तूल पकड़ चुका है. लेकिन सबसे ज्यादा परेशान पर्यटक हैं, जो जगह-जगह कूड़े का ढेर देखकर दार्जिलिंग की गलत छवि लेकर लौटेंगे.इसलिए प्रशासन को भी समय रहते इस मामले का हल ढूंढ लेना चाहिए. ताकि पर्यटकों पर दार्जिलिंग की छवि को लेकर कोई गलत प्रभाव न पड़े.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)
हालांकि यह भी पता चला है कि यह हड़ताल सिर्फ आज की है. पर स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि आगे से किसी भी सफाई कर्मचारी के कार्यों में कोई रुकावट ना खड़ी हो. दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. नगर पालिका कर्मचारियों को उनका काम करने देना चाहिए. यह स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए भी अच्छा है. साथ ही पर्यटक जब घर वापसी करेंगे तो दार्जिलिंग को लेकर उनके दिमाग में कोई नकारात्मक छवि की गुंजाइश नहीं रहे.