सिलीगुड़ी में कल से मौसम ने करवट ले ली है. बृहस्पतिवार को सिलीगुड़ी में कुछ इलाकों में बूंदाबांदी जरूर हुई थी. रात में बारिश भी हुई. लेकिन आज सुबह से ही बादलों के शांत होने से मौसम खुलने लगा और लोगों को तीखी धूप का सामना करना पड़ा. लोग बताते हैं कि बरसात के बीच धूप तीखी होती है क्योंकि आसमान साफ रहता है.
हालांकि आज धूप अत्यंत तेज थी. इसके बावजूद लोगों ने इसका गर्मजोशी से स्वागत किया. क्योंकि कई दिनों की बारिश और जल जमाव से लोग परेशान हैं. कई लोगों के घर के आगे भी जल जमाव देखा जा रहा है.बस्ती क्षेत्र में तो और भी बुरा हाल है. रास्ते भी पानी में डूबे हुए हैं. बस्ती हो अथवा शहर तेज धूप के बीच शहर में चहल पहल बढ़ गई है. बाजार गुलजार होने लगे हैं.
पिछले कई दिनों से सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में बारिश हो रही थी. बारिश के कारण शहर में कई इलाकों में जल जमाव के साथ ही सड़कों की बदहाल स्थिति का भी लोगों को सामना करना पड़ा है. कई इलाकों में तो लोगों ने सड़क की बदहाल स्थिति पर प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भी व्यक्त किया था. लेकिन ऐसा लगता है कि आज से सिलीगुड़ी का मौसम बदल रहा है. पहले दिन ही तीखी धूप का सामना सिलीगुड़ी को करना पड़ा.
मौसम विभाग के डेटा में 21 जून से मौसम में सुधार की बात कही गई है. इसलिए उम्मीद की जा रही है कि अब सिलीगुड़ी के लोगों को बरसात वाली तीखी धूप का सामना करना पड़ सकता है. पिछले कई दिनों से वर्षा जारी रहने और धूप नहीं होने से लोगों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था. एक महिला ने बताया कि उसने आम का अचार काटा था. लेकिन धूप नहीं होने से अचार में सफेदी आने लगी थी. आज धूप हुई है तो अचार की जान में जान आई है. उसने बताया कि अगर इसी तरह दो-चार दिनों तक धूप होती रही तो कई बिगड़ी चीजों को भी ठीक किया जा सकता है.
चंपासारी के कई इलाकों में रास्तों में पानी जमा हो गया है. स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है. खासकर बच्चों को रास्ते से आने-जाने में असुविधा हो रही है. जल निकासी की उपयुक्त व्यवस्था नहीं होने से रास्ते का पानी धूप से ही सूखता है. यहां के लोगों ने कहा कि अब धूप हुई है तो रास्ते का पानी भी सूख जाएगा. सिलीगुड़ी के निकटवर्ती बस्ती क्षेत्रों में भी लोगों ने धूप का स्वागत किया है.
लगातार बारिश के चलते सिलीगुड़ी के नजदीक और उत्तर बंगाल में कई बस्ती नदियों में आई बाढ़ से डूब गई है. तीस्ता और महानंदा नदी के किनारे रहने वाले लोग बेहद कष्ट में हैं. आज धूप हुई तो उनकी उम्मीद बढ़ गई है. वर्षा नहीं होने और धूप होने से नदियों के जल स्तर में कमी आएगी और पानी बस्ती क्षेत्र से निकलना शुरू हो जाएगा. जो काम प्रशासन नहीं कर सका, उसे प्रकृति कर दिखाएगी. ऐसा उनका मानना है. यहां के लोग भी राहत की सांस ले रहे हैं.
सिलीगुड़ी के कई बाजारों में जल जमाव और कीचड़ होने से खरीदारी भी प्रभावित हो रही थी. टाउन बाजार मंडी क्षेत्र में दूर-दूर से व्यापारी सामान लेकर आते हैं. लेकिन यहां कीचड़ और जल जमाव के कारण खरीदार नहीं आ रहे हैं. उम्मीद की जा रही है कि आज की धूप में बाजार में जमा जल और नमी सूखने लगेगी. इसी तरह से नया बाजार में भी आज से रौनक दिखने लगी है. आज बाजार में सुबह-सुबह ही भीड़ देखी गयी.
आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है. सिलीगुड़ी में विभिन्न क्लबों, संगठनों और विद्यालयों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का पालन किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर श्रीनगर में डल झील के किनारे स्थित शेर ए कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में सुबह 6:30 बजे योग किया और विश्व को फिट रहने का संदेश दिया.
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