पिछले दिनों नई दिल्ली में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से सिक्किम की सड़कों और अन्य बुनियादी समस्याओं के समाधान के लिए उनका आश्वासन प्राप्त किया था. आज दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दार्जिलिंग और कालिमपोंग के लोगों की त्रासदी, एन एच 10 का खस्ता हाल, तीस्ता नदी में आई बाढ़, विस्थापितों के दर्द आदि को लेकर मुलाकात की. केंद्रीय गृह मंत्री ने भी उन्हें आश्वासन दिया है.
बरसात के मौसम में सिलीगुड़ी से सिक्किम, दार्जिलिंग, कालिमपोंग आदि स्थानों पर जाना खतरे से खाली नहीं है. कब भूस्खलन हो जाए, पता नहीं. क्योंकि जब-जब यहां बरसात होती है, भूस्खलन की घटनाएं अत्यधिक होती हैं. नदियों में बाढ़ आ जाती है. तीस्ता नदी के किनारे रहने वाले लोगों का जीवन अत्यंत दूभर हो जाता है. पिछले कई दिनों से पहाड़ में बरसात हो रही है. जिसके कारण बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है. इसका सीधा असर यातायात पर पड़ता है. पहाड़ पर जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 काफी महत्वपूर्ण है. पर वर्तमान में उसकी हालत अत्यंत खस्ता है. बरसात और भूस्खलन के कारण ही सड़कों की हालत अत्यंत खस्ता हो जाती है. यह दुर्घटनाओं को निमंत्रण देता है. जिसमें जान माल को भी नुकसान होता है.
आए दिन ऐसी घटनाएं यहां होती रहती हैं पश्चिम सिक्किम जिले के 21 करमातर गीतांग ग्राम पंचायत ऑफिस के नजदीक एक निजी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह दुर्घटना मानेभ॔ज के पास हुई. सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है. कई जगह से सड़क संपर्क भी भंग हो गया है. आज सिक्किम में हुई बरसात ने फिर से भूस्खलन की सृष्टि की है. लुखीवीर के पास भूस्खलन हुआ. कुछ देर के लिए यह मार्ग बंद हो गया. बाद में यातायात के लिए चालू कर दिया गया. तीस्ता बाजार के पास तीस्ता नदी खतरे से ऊपर बह रही है, जिसके कारण दार्जिलिंग रोड को डाइवर्ट कर दिया गया है.
सिक्किम हो या दार्जिलिंग या कालिमपोंग सब जगह सड़कों का बुरा हाल है. स्थानीय लोग परेशान हैं. सिलीगुड़ी से पहाड़ और पहाड़ से सिलीगुड़ी आना-जाना काफी जोखिम भरा हो जाता है. सड़क यातायात, तीस्ता नदी की त्रासदी में विस्थापित परिवार और पहाड़ी लोगों की कठिनाइयों को लेकर आज दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 के स्थाई समाधान का गृह मंत्री से आश्वासन लिया. राजू बिष्ट अक्सर दार्जिलिंग और कालिमपोंग के सड़क और अन्य स्थानीय मुद्दों को उठाते रहे हैं. दार्जिलिंग कालिमपोंग जाने के लिए कुछ वैकल्पिक मार्गो के निर्माण के लिये निवेश का रास्ता साफ हो चुका है. परंतु सिक्किम अभी भी सड़कों के कायाकल्प के लिए केंद्र का मुंह देख रहा है. सिक्किम के मुख्यमंत्री के लगातार केंद्रीय मंत्रियों से संपर्क में बने रहने का लाभ मिलता दिख रहा है.
पिछले दिनों सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग की केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से हुई मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने फेसबुक पर एक अच्छी खबर दी है. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 पर स्थित सेवक रंगपो खंड के लिए स्थाई सड़क समाधान की आवश्यकता महसूस की जा रही है. सिक्किम में 2023 की बाढ़ और तीस्ता त्रासदी में तबाह हुई सड़कों के निर्माण और रखरखाव का प्रबंधन केंद्रीय एजेंसियों से कराने की मांग हमेशा से की जाती रही है. राजू बिष्ट और प्रेम सिंह तमांग ने अपने हर दिल्ली दौरे में इस मुद्दे को केंद्रीय मंत्रियों के समक्ष रखा है.
अब नितिन गडकरी इसपर सहमत होते नजर आ रहे हैं. राजू बिष्ट और प्रेम सिंह तमांग चाहते हैं कि सड़कों के निर्माण और रखरखाव का प्रबंधन एन एच एआई अथवा एन एच आईसीडीसीएल जैसी केंद्रीय एजेंसियां करें तो पहाड़ पहाड की सड़कें हमेशा अच्छी रहेंगी. नितिन गडकरी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिया है कि इन मुद्दों को हल करने में प्राथमिकता दी जाए और शीघ्र से शीघ्र इसका समाधान निकाला जाए. नितिन गडकरी ने राव बांग्ला पर क्षतिग्रस्त जलापूर्ति पाइपलाइन को बहाल करने का भी निर्देश दिया है.
नितिन गडकरी के साथ मुलाकात में मुख्यमंत्री ने सेवक तक नए मार्ग के विस्तार की जरूरत पर बल दिया. इससे सेवक पर लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी. आज सेवक में वाहनों का लंबा जाम देखा गया. इसका एक बड़ा लाभ यह होगा कि मेली और सेवक के बीच एन एच 10 खंड का विकल्प मिल जाएगा. उपरोक्त के अलावा मुख्यमंत्री ने पैकिंग हवाई अड्डा तक सड़क संपर्क, मेली से सिंगताम तक वैकल्पिक राज मार्ग आदि की भी एक परियोजना रिपोर्ट नितिन गडकरी को पेश कर दी है. अगर केंद्रीय मंत्री सहमत होते हैं तो बहुत जल्द सिक्किम,दार्जिलिंग और कालिमपोंग मजबूत सड़कों के मामले में धनी हो जाएंगे. बहरहाल राजू बिष्ट और सिक्किम के मुख्यमंत्री के द्वारा पहाड़ में सड़क समस्या के स्थाई समाधान की मांग और आश्वासन पर पहाड़ के साथ-साथ समतल की भी नजर टिकी हुई है.
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