पिछले कुछ समय में कोलकाता और बंगाल के विभिन्न इलाकों में बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन के कई सदस्यों को पकड़ा जा चुका है. इसके बाद से ही केंद्रीय खुफिया एजेंसी अलर्ट है. अब एजेंसी द्वारा पश्चिम बंगाल पुलिस को जो जानकारी दी गई है, उससे बंगाल पुलिस हड़कंप में आ गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने बंगाल के खिलाफ एक साजिश रची है.ISI बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन की मदद कर रही है. जमात उल मुजाहिदीन बंगाल के सात जिलों में अपना मॉडल खड़ा करने में जुट गई है. यहां के शिक्षण संस्थानों को निशाना बनाया जा रहा है. शिक्षकों का ब्रेनवास किया जा रहा है.
केंद्रीय खुफिया एजेंसी से मिली जानकारी के बाद बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स सतर्क हो गई है और शिक्षण संस्थानों पर निगरानी बढ़ा दी गई है. रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश का आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन पश्चिम बंगाल के 7 जिलों में अपना मॉडल तैयार करने में जुट गई है. खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम बंगाल के जो जिले बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन के निशाने पर हैं, वे उत्तर बंगाल में मालदा जिला व उत्तर दिनाजपुर जिला जबकि दक्षिण बंगाल में मुर्शिदाबाद, बीरभूम, नदिया, उत्तर और दक्षिण 24 परगना शामिल हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार जो शिक्षण संस्थान बंगाल सरकार के द्वारा अनुमोदित नहीं है, उन पर उनकी ज्यादा नजर है. वहां के शिक्षकों को प्रलोभन देना और उनका ब्रेनवास करना उन्हें आसान लगता है. जमात उल मुजाहिदीन को ISI फंडिंग कर रहा है. इसलिए यहां उनकी सक्रियता लगातार बढ़ रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन के लोग और सदस्य छोटे-छोटे टुकड़ों में ब॔टकर शिक्षकों से संपर्क कर रहे हैं और उनका ब्रेन वास कर रहे हैं.
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद नई सरकार आतंकवाद को बढ़ावा देने में जुटी हुई है. जिस तरह से पाकिस्तान तबाह हो चुका है, बांग्लादेश भी इस दिशा में आगे बढ़ रहा है. यहां पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था ISI ने अपनी जड़ मजबूत कर ली है और यहां के आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन को पड़ोसी बंगाल राज्य में उथल-पुथल मचाने के लिए मदद कर रही है. जमात उल मुजाहिदीन की साजिश है कि मदरसे के शिक्षकों को संगठन में शामिल करके और उनके लिए आतंकी प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए.
केंद्रीय खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार बंगाल में शिक्षकों को संगठन का सदस्य बनाने के बाद उन्हें पाकिस्तान अथवा गुलाम कश्मीर में ले जाया जाएगा. उनके लिए बांग्लादेश में भी प्रशिक्षण की व्यवस्था हो सकती है. इन शिक्षकों को विस्फोटक तैयार करना और बंगाल में आतंक फैलाना सिखाया जाएगा. इसके बाद उन्हें हथियारों की आपूर्ति की जाएगी. बांग्लादेशी आतंकी संगठन का यही नया मॉडल है. बहरहाल बंगाल की स्पेशल टास्क फोर्स पुलिस उक्त जानकारी के बाद अलर्ट हो गई है और इस पर निगरानी बढ़ा दी गई है.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)