प्रयागराज में संगम पर चल रहा महाकुंभ का लगभग समापन हो चुका है. यह महाकुंभ सदियों तक याद रखा जाएगा. क्योंकि महाकुंभ ने कई मामलों में विश्व रिकॉर्ड बनाया है. पहली बार 62 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अमृत स्नान किया. महाकुंभ में सफाई कर्मचारियों ने भी विश्व रिकॉर्ड बनाया है. हर दिन लाखों और करोड़ों लोगों की भीड़ पवित्र संगम में डुबकी लगाती रही. देश और विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालू पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे.
महाकुंभ ने अर्थव्यवस्था का एक नया रिकॉर्ड बनाया. हजारों लोगों को रोजी-रोटी मिली तो दूसरी तरफ रोजी-रोटी कमाने के नाम पर कुछ पापी ऐसे भी निकले, जो महाकुंभ में स्नान करने पहुंची हर उम्र की महिलाओं और लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो बना रहे थे और उस वीडियो कंटेंट को सोशल मीडिया पर बेच रहे थे. आखिरकार उनके पाप का घड़ा भरकर ऐसे फूटा कि वे ना घर के और ना घाट के रहे. अब तक तीन लोग सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं. जबकि ऐसे कार्यों में लिप्त कईयों की दुकान हमेशा के लिए बंद हो चुकी है.
हालांकि महापाप का पर्दाफाश होने के बाद प्रशासन ने संगम तट पर फोटो खींचना और वीडियो बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. लेकिन कुछ पापियों की करतूतों को कभी भुलाया नहीं जा सकता. लेकिन उन्होंने जो किया उसकी सजा उन्हें मिल रही है. एक आंकड़े के अनुसार संगम तट पर स्नान करने वाली ज्यादातर महिलाएं निकली. इन महिलाओं में सभी उम्र व वर्ग की महिलाएं शामिल है. ये पापी इन महिलाओं को नदी में डुबकी लगाते और कपड़े बदलते वीडियो बना रहे थे और उस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर $1 से लेकर 20 डॉलर तक बेच रहे थे.
शायद इस पाप का पर्दाफाश नहीं होता.अगर कुछ श्रद्धालुओं ने इसकी शिकायत पुलिस प्रशासन से ना की होती. दरअसल सोशल मीडिया और फेसबुक पर कई महिलाओं ने स्वेच्छा से कुंभ में स्नान करने के दौरान के वीडियो बनाकर अपलोड किए थे. पर इसमें कुछ खास नहीं था. जबकि कुछ ऐसे भी वीडियो सामने आए, जिसमें महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीर सामने आई. इन तस्वीरों को देखकर महिलाएं काफी शर्मिंदा हुई. जो उन्होंने किया ही नहीं था, और उस तस्वीर को सोशल मीडिया पर देखकर उन्होंने कुंभ मेला प्रशासन को शिकायत करनी शुरू कर दी. पुलिस ने शिकायतों की जांच शुरू की तो कई वीडियो उन्हें टेलीग्राम चैनल की तरफ ले गए.
जब पुलिस ने उसकी तह में पड़ताल करनी शुरू की तो पता चला कि वहां जो तस्वीर दिखाई जा रही थी, उसकी मंशा कुछ और थी. कुंभ मेला प्रशासन ने जांच में पाया कि संगम में डुबकी से पहले और डुबकी के दौरान महिलाएं कपड़े बदल रही थी, उनके भी वीडियो अपलोड किए गए थे. पुलिस को यह समझते देर नहीं लगी कि ऐसे वीडियो को बेचने के लिए कुछ लोगों ने यह धंधा शुरू किया है. कुंभ मेला प्रशासन ने पता किया कि जब भी महिलाएं संगम में स्नान कर रही होती, उस समय आसपास छिपे वीडियो बनाने वाले उनका वीडियो बनाने लग जाते थे. क्योंकि आसपास में काफी भीड़ होती थी. इसलिए किसी को कुछ पता नहीं चलता था.
इन पापियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की जाने वाली वीडियो अथवा तस्वीरों को एक खास #के साथ पोस्ट किया था. उदाहरण के लिए #महाकुंभ 2025 #गंगा स्नान और #प्रयागराज कुंभ. लोगों से कहा जाता था कि अगर वह इस तरह के वीडियो देखना चाहते हैं, तो उन्हें टेलीग्राम के कुछ प्राइवेट चैनल को ज्वाइन करना होगा. जो लोग प्राइवेट चैनल को ज्वाइन करते थे, उनसे डेढ़ हजार से लेकर ₹3000 लिया जाता था. उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब तक 15 सोशल मीडिया अकाउंट्स के खिलाफ FIR दर्ज की है. यह सभी टेलीग्राम पर अलग-अलग नाम से महाकुंभ में डुबकी लगाने वाली महिलाओं की अश्लील तस्वीर दिखा रहे थे.पुलिस ने जिन चैनलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, उनमें फेसबुक, इंस्टा और यूट्यूब के कई चैनल शामिल है.
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