क्या हाथियों को अब जंगल में पर्याप्त मात्रा में खाना नहीं मिलता ?
आखिर हाथी अपने घर जंगल को छोड़ कर क्यों आते है शहर की ओर ?
एक समय ऐसा था जब सिलीगुड़ी शहर में चारों ओर हरियाली बिखरी हुई थी और सिलीगुड़ी के आसपास घने जंगल भी हुआ करते थे, लेकिन जैसे-जैसे शहर विकसित होने लगा वैसे-वैसे हरियाली में कमी आने लगी, अब आलम यह बन गया है कि, वन क्षेत्र में भी लोग रहने लगे हैं और इसका भुगतना अब जंगल में रहने वाले पशु पक्षियों को भी करना पड़ रहा है, क्योंकि जैसे-जैसे लोगों की आबादी बढ़ी उन्होंने घर बनाना शुरू किया और जंगलों की कटाई भी शुरू हुई, अब आलम यह है कि, अक्सर जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में निकल आते हैं और जान माल की हानि हो जाती है| साथ ही लोगों में इन जानवरों को लेकर भी भय बना रहता है | चाय बागान क्षेत्र में ही अक्सर तेंदुआ निकल आते हैं और श्रमिकों पर हमला कर देते हैं, तो दूसरी ओर हाथियों का आतंक भी समय के साथ बढ़ता जा रहा है |
बता दे कि, वन संलग्न इलाकों में अक्सर हाथी जंगल से निकल आते हैं और लोगों के घरों को क्षतिग्रस्त कर देते हैं, साथ ही घरों में रखे अनाज व खाने की सामग्रियों को भी चट कर जाते हैं, इससे यह पता चलता है कि, उन्हें अब वन क्षेत्र में भोजन पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रहा है | देखा जाए तो हाथियों के हमले के कारण अभी तक कई लोगों की जान जा चुकी है | बता दे कि, उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय में हाथी घुस गया था और उस हाथी को निकालने के लिए वन विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ी, हाथी ने पहले तो बैंक के दीवार को तोड़ा और आसपास की दुकानों को भी क्षतिग्रस्त किया, तब विश्वविद्यालय की परिसर में घुस गया, वहीं जैसे ही इस मामले की जानकारी वन विभाग को मिली वे घटनास्थल पर पहुंचे और कल शाम के 4 के बाद हाथी को उस क्षेत्र से निकलने का प्रयास किया गया | वन विभाग के कर्मचारियों ने पटाखे फोड़ कर व विभिन्न तरकीबों को अपनाकर काफी मशक्कत के बाद रात के लगभग 8 हाथी को जंगल की ओर भेज दिया |
इस मामले के शांत होने के कुछ देर बाद ही सिलीगुड़ी संलग्न छोटा फाफड़ी इलाके में जंगल से गजराज निकले और सड़कों में टहलने लगे, इस दृश्य को देखकर लोग भयभीत हो गए, उन्होंने किसी तरह हाथी को जंगल की ओर रवाना कर दिया, लेकिन स्थानीय लोगों ने बताया कि, अक्सर इस क्षेत्र में जंगल से हाथी निकल आते हैं और भोजन की तलाश करते हैं | इस दौरान वे कई घरों को व दुकानों को क्षतिग्रस्त कर देते हैं | इस तरह के मामलों में प्रशासन को ध्यान देना चाहिए, क्योंकि जिस तरह से वन कट रहे हैं और वन क्षेत्र में लोगों की जनसंख्या बढ़ रही है, उसे वहां रहने वाले जंगली जानवरों को नुकसान पहुंच रहा है, क्योंकि जंगल की कटाई के कारण इन पशुओं को भोजन व पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण ही वे विचलित होकर कर शहर की ओर अपना रुख कर रहें हैं |
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