लगातार हो रही भारी बारिश ने उत्तरबंगाल और सिक्किम में जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। मंगलवार सुबह से तिस्ता नदी का पानी उफान पर आकर तिस्ता बाजार इलाके की सड़कों पर घुस गया, जिससे सड़क संपर्क लगभग बंद हो गया। कुछ वाहन जोखिम लेकर चल रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने स्थिति को चिंताजनक बताया है।
सिक्किम में भी कई इलाको में भूस्खलन होने से सड़क पूरी तरह बंद हो गई है। लगातार बारिश के कारण मलबा हटाने का कार्य बाधित हो रहा है। अधिकारियों को उम्मीद है कि मौसम सुधरने पर सड़क आंशिक रूप से खोली जा सकती है।
भूस्खलन के कारण कई ग्रामीण सड़कें भी टूट गई हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अधूरे निर्माण और लापरवाही की वजह से सड़क टूटने से आवाजाही और मुश्किल हो गई है।
सोमवार रात रिंबिक-लोधोमा क्षेत्र में भूस्खलन से एक घर का एक हिस्सा पूरी तरह नष्ट हो गया। हालांकि, कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन परिवार को घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ा। आशंका जताई जा रही है कि लगातार बारिश से पूरा घर भी ढह सकता है।
तिस्ता का पानी सड़क पर आ जाने से सिलीगुड़ी-दार्जिलिंग मार्ग लगभग कट गया है।
लगातार बारिश के चलते पिछले 24 घंटों में कई भूस्खलन की घटनाओं से उत्तरबंगाल और सिक्किम के पहाड़ी क्षेत्रों में आम लोगों का दैनिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।