मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी में आते ही कर दिया ऐलान! चांद मुनि चाय बागान में रिचा घोष के नाम पर बनेगा एक आधुनिक स्टेडियम. यह मुख्यमंत्री की और से रिचा घोष को दिया गया एक बड़ा समान ही कहा जाएगा, जिसकी उम्मीद भी की जा रही थी. रिचा घोष विश्व विजेता टीम की एक होनहार स्टार क्रिकेटर है और हर बंगालवासी को उस पर गर्व है!
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का यह फैसला काफी सराहनीय और सोच समझकर किया गया फैसला है. जिसका उन्हें 2026 के विधानसभा चुनाव में लाभ भी मिल सकता है. हालांकि सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष ने मुख्यमंत्री की घोषणा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं.लेकिन इसके साथ ही यह कहना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री ने यह घोषणा दिल से नहीं की है, बल्कि वह घोषणा करने पर मजबूर हुई है.
आज शंकर घोष ने मुख्यमंत्री के वादों और भविष्य की योजनाओं पर चुटकी लेते हुए कहा कि जिस मुख्यमंत्री ने 2009 में, जब वह रेल मंत्री थी, तब उन्होंने उत्तर बंगाल के विकास के लिए बड़ी-बड़ी बातें की थी. उनके वादों का क्या हुआ? मुख्यमंत्री ने कहा था कि उत्तर बंगाल में सबसे बड़ा रेल कारखाना होगा. आज तक यह नहीं हो सका है. शंकर घोष ने कहा कि इसी तरह से मुख्यमंत्री ने सिलीगुड़ी में एक आधुनिक क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की घोषणा तो कर दी है, परंतु यह कार्य 2026 में जब यहां भाजपा की सरकार बनेगी तो भाजपा के हाथों ही संभव होगा.
शंकर घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमेशा से उत्तर बंगाल के साथ भेदभाव किया है. उन्होंने रिचा घोष के सम्मान के मुद्दे पर कहा कि मुख्यमंत्री ने कोलकाता में जिस तरह से रिचा घोष का सम्मान किया जाना चाहिए था, उस तरह से उन्होंने नहीं किया. इसलिए कि रिचा घोष उत्तर बंगाल की है. उन्होंने कहा कि पूरा बंगाल जानता है कि जब बागडोगरा में एयरपोर्ट निर्माण की बात सामने आई तो ममता बनर्जी की सरकार ने इसमें कोई सहयोग नहीं किया. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि मुख्यमंत्री के वादे कितने पूरे हो सकते हैं.
शंकर घोष ने रिचा घोष के बहाने मुख्यमंत्री पर व्यंग्यात्मक वार किये और 2026 में भाजपा की सरकार आने पर उत्तर बंगाल के लोगों के सपने पूरे होने की बात कही. उन्होंने सिलीगुड़ी के लोगों से वादा किया कि यहां खेलो इंडिया सेंटर भी बनेगा. हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में रिचा घोष का जिस तरह से मान सम्मान और अभिनंदन किया, वह भी काबिले तारीफ ही है. इतना बड़ा सम्मान पाकर रिचा घोष भी भावुक हो गई थी. रिचा घोष को बंगाल पुलिस में डीएसपी बनाया गया है.
आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी में ऐलान किया है कि चांद मुनि चाय बागान इलाके में 27 एकड़ भूमि पर रिचा घोष के नाम पर एक आधुनिक स्टेडियम बनाया जाएगा. उन्होंने सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव को इसके लिए अधिकृत भी कर दिया है. मुख्यमंत्री की इस घोषणा के साथ ही पिछले काफी समय से सिलीगुड़ी में खेल प्रेमियों के द्वारा एक आधुनिक स्टेडियम बनाए जाने की उठ रही मांग भी पूरी हो गई है. उम्मीद की जा रही है कि सिलीगुड़ी और आसपास की खेल प्रतिभाओं को इससे बड़ा लाभ होगा और उन्हें अपना करियर बनाने के लिए सिलीगुड़ी से बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी.
आज अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता से सीधे सिलीगुड़ी आई. बागडोगरा हवाई अड्डे से वह वह सीधा उत्तर कन्या चली गई. उन्होंने विभिन्न जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की है, जिसमें उन्होंने शासन प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने SIR और CAA के मुद्दे पर केंद्र सरकार को कोसा और दावा किया कि SIR की घोषणा के बाद से अब तक राज्य में 14 लोगों की मौत हो चुकी है.
हाल ही में उत्तर बंगाल और पहाड़ में आई भीषण आपदा ने मुख्यमंत्री को बार-बार उत्तर बंगाल दौरा करने पर मजबूर किया था. पिछले डेढ़ महीने में मुख्यमंत्री तीन बार उत्तर बंगाल आ चुकी है. उन्होंने पहाड़ में भी भूस्खलन प्रभावितों को आर्थिक मदद और पुनर्वास का ऐलान किया था. आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आपदा और भूस्खलन में प्रभावित 14749 परिवारों की सहायता के लिए 161.33 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया.
विदित हो कि दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट ने इस मुद्दे को लेकर डीएम को भी पत्र लिखा था और पूछा था कि आखिर आपदा पीड़ितों को कब तक सरकार सहायता देगी. उन्होंने प्रभावितों को समय पर मुआवजा नहीं देने के लिए बंगाल सरकार को कटघरे में खड़ा किया था. आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पट्टा वितरण कार्यक्रम में भी भाग लिया और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बंगाल का कर का पैसा लेकर दूसरे राज्यों पर खर्च करती है. लेकिन बंगाल को उसका पैसा वापस नहीं लौटाती है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उत्तर बंगाल में आपदा एक मानव निर्मित आपदा है. सिक्किम और बिहार की नदियों से आयी बाढ से उत्तर बंगाल तबाह होता है. लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से कोई वित्तीय मदद नहीं मिलती. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र हमेशा से बंगाल के साथ सौतेला व्यवहार करता आ रहा है. मुख्यमंत्री ने कृषि और अन्य विभिन्न मुद्दों पर अपने दिल की बात रखी.

