सर्दियों में अंडों की बिक्री बढ़ जाती है. इन दिनों अंडों की मांग बढ़ने से अनेक व्यवसाई नकली अंडों के कारोबार में लग जाते हैं. क्योंकि मांग बढ़ने और आपूर्ति कम होने से कुछ व्यवसाईयों के लिए यह नोट कमाने का आसान रास्ता होता है कि कुछ नकली अंडे बनाकर पैसे कमाए जाएं. सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में नकली अंडे बेचे जाने की शिकायत सामने आ रही है. हालांकि अभी तक यह प्रमाणित नहीं किया जा सका है.
ऐसे में अगर आप अंडे खाने के शौकीन है तो जरा संभल कर खाएं. कहीं ऐसा नहीं हो कि आप प्लास्टिक के बने अंडे खा रहे हो और अपने शरीर को अस्वस्थ कर रहे हो. क्योंकि हानिकारक तत्वों से निर्मित नकली अंडे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं. प्लास्टिक और रसायनों से नकली अंडे बनाए जाते हैं, जो सीधे-सीधे स्वास्थ्य को दुष्प्रभावित करता है. इस समय सिलीगुड़ी के निकट डाबग्राम फुलवारी इलाके में नकली अंडे की शिकायत कुछ लोगों के द्वारा की जा रही है. इससे अंडे के शौकीन लोग सहमे हुए हैं.
हालांकि सिलीगुड़ी में पहले भी इस तरह की शिकायत सामने आई थी कि प्लास्टिक अथवा अन्य तरीके से निर्मित अंडे सिलीगुड़ी के बाजार में बेचे गए थे. एक बार फिर से इसी तरह की खबर और हलचल सुनाई पड़ रही है. अगर आप अथवा आपके बच्चे अंडे खाने के शौकीन हैं तो जरा संभल कर अंडे खाए. अंडे के स्वाद से ही पता चल जाएगा कि वह असली है या नकली. क्योंकि वर्तमान में प्लास्टिक से बने नकली अंडो का कारोबार सिलीगुड़ी के बस्ती क्षेत्रों में बढ़ने की जानकारी मिल रही है.
फुलबारी दो नंबर ग्राम पंचायत के कुछ क्षेत्रों में कई लोगों के मुंह से सुना जा रहा है कि कुछ दुकानों पर नकली अंडे बेचे जा रहे हैं. यहां के नीचपाड़ा इलाके में एक व्यक्ति ने यह दावा किया है. उसने बताया कि वह पड़ोस की एक दुकान से कुछ अंडे खरीद कर घर लाया. घर पर लाकर उसने अंडे उबाले. तब खाने के दौरान अंडे से कुछ अजीब स्वाद महसूस हुआ. व्यक्ति ने बताया कि अंडों से बदबू आ रही थी. ऐसे अंडे खाकर वह बीमार हो गया.
एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि जब उबाले गए अंडे को काटा गया तो उसकी जर्दी सामान्य अंडे की जर्दी जैसी नहीं थी. इसके अलावा अंडों की रंगत भी सामान्य अंडों की तरह नहीं थी. स्वाद में भी काफी फर्क था. एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि जब उसने उबाले गये अंडे को हाथ से मसला तो उसमें से प्लास्टिक जैसा रेशा निकलने लगा. डाबग्राम फुलवारी के कई इलाकों में कई लोगों के मुंह से इस तरह की शिकायत सुनी जा रही है. हालांकि सच क्या है, यह तो जांच का विषय है. बहरहाल अगर सिलीगुड़ी के बाजार में नकली अंडे बेचे जा रहे हैं तो प्रशासन को इसकी छानबीन करनी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि बाजार में नकली अथवा प्लास्टिक के अंडे नहीं दिखे.