जलपाईगुड़ी: प्रशासन की सख्त कार्रवाई के बाद टोटो चालकों की समस्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है एक ओर तो टिन नंबर को लेकर टोटो चालकों को घंटों कतार में खड़ा होना पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर पुराने टोटो को लेकर टोटो चालक परेशानियों से घिरे हुए है | सिलीगुड़ी हो या जलपाईगुड़ी टोटो चालकों की समस्या धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर रही है | वही देखा जाए तो ऐसे कई युवा है जो शिक्षित होने के बावजूद बेरोजगारी की मार को झेल रहे हैं, वैसे युवक भी सड़कों पर टोटो चला रहे हैं , महिलाएं हो या वृद्ध व्यक्ति अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए टोटो पर भी निर्भर है, लेकिन प्रशासन की सख्ती के बाद अब बिना नंबर के टोटो सड़कों पर बहुत कम दिख रहे है और अब पुराने टोटो चलाने वाले चालकों को पंजीकरण में विभिन्न तरह की परेशानियों को झेलना पड़ रहा हैं |
वहीं ट्रैफिक जाम की समस्या को लेकर सिर्फ टोटो चालकों को जिम्मेदार ठहरना भी उचित नहीं होगा, देखा जाए तो अभी तक प्रशासन की ओर से उचित पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है, ना सड़कों पर ध्यान दिया गया है, इन्हीं सब शिकायतों को लेकर आज जलपाईगुड़ी में सीटू अधिकृत टोटो संगठन के सचिव शुभाशीष दास ने एक बैठक की और उन्होंने बताया कि, शहर में लगभग 5 हजार से ज्यादा टोटो है और जिस तरह से पंजीकरण की प्रक्रिया चल रही है अभी तक सिर्फ 1500 टोटो का ही पंजीकरण किया गया है | साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, जाम की समस्या को लेकर सिर्फ टोटो चालकों को जिम्मेदार ठहरना यह लोगों को गुमराह करने का प्रयास है | इस तरह से तो टोटो चालकों का भविष्य पूरी तरह अंधकार में जा रहा है |
टोटो चालक के भी परिवार वाले होते हैं, उनको भी अपने परिवार का भरण पोषण करना होता है, लेकिन प्रशासन जिस तरह से टोटो को लेकर कार्रवाई कर रही है उसे टोटो चालकों की परेशानियां बढ़ती जा रही है | बैठक के दौरान शुभाशीष दास ने यह भी चेतावनी दी है कि, यदि जल्द से इस ओर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो सभी टोटो चालक सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे |
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)