कहते हैं भक्ति में बहुत शक्ति होती है भक्त अपने ठाकुर को उसी रूप में देखते हैं जिस रूप में उनकी कल्पना करते हैं | बीता हुआ 21 जनवरी पूरे विश्व के लिए एक ऐतिहासिक दिन बन गया, क्योंकि उस दिन अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ, अयोध्या के राम मंदिर में रामलाल की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई और यहां विराजमान रामचंद्र सिर्फ 5 वर्ष के हैं ,यानी एक छोटे बालक | रामचंद्र के इस बालक स्वरूप को देखने के लिए रोज लाखों की तादाद में भक्त अयोध्या पहुंचते हैं और उनके दर्शन कर भाव विभोर हो जाते हैं | बात यदि रामलाल की मूरत की हो तो उनके इस मूरत को देखते ही लोग मंत्र मुग्ध हो जाते हैं मानो वह मुस्कुराते हुए सभी को देख रहे हो | 21 जनवरी को रामलाल के मंदिर का उद्घाटन तो हो गया , लेकिन रामनवमी में अयोध्या मंदिर में पहली बार भगवान रामचंद्र का जन्मदिन को मनाया जाएगा | जैसे-जैसे रामनवमी नजदीक आ रही है वैसे-वैसे से विवाद खड़े हो रहे हैं | बता दे कि, अयोध्या प्रशासन ने रामनवमी के दिन 15 अप्रैल से 17 अप्रैल यानि सप्तमी अष्टमी और रामनवमी को 24 घंटे मंदिर को खुला रखने का आदेश दिया था, ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु उनके दर्शन कर सकें और कोशिश यह थी कि अधिक से अधिक श्रद्धालु सुगमतापूर्वक राम लला के दर्शन कर सकें और भीड़ को भी नियंत्रण किया जा सकें।
लेकिन अब यह विवाद का कारण बनता जा रहा है, राम मंदिर के ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि, रामलला को कितना जगाया जाए, वे 5 वर्ष के है वही उसके बाद मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने साफ साफ कह दिया है कि, मंदिर को 24 घंटे तक नहीं खुल जा सकता उसे बंद करना ही पड़ेगा | इस भव्य मंदिर में रामलला का यह पहला जन्मदिन मनाया जा रहा है इसको लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह बना हुआ है इस दौरान ज्यादा से ज्यादा भक्त मंदिर पहुंचकर रामलला के दर्शन करना चाहते हैं भक्तों की श्रद्धा और उत्साह को देखते हुए अयोध्या प्रशासन ने सप्तमी, अष्टमी और रामनवमी को श्री राम मंदिर को 24 घंटे दर्शन के लिए खोलने का ऐलान किया था, यानी आरती और भोग के समय भी मंदिर में भक्त दर्शन कर सके, ऐसा निर्णय लिया गया | वही अयोध्या के डीएम नीतीश कुमार ने भी 10 से 15 लाख भक्तों के आने का अनुमान लगाया, लेकिन उसके बाद ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय महासचिव मंदिर को 24 घंटे नहीं खोला जा सकता कुछ समय के लिए भी बंद करना ही होगा और उसी दौरान राम लला को विश्राम कराया जाएगा फिर उन्हें पुनः उठाकर उनका श्रृंगार किया जाएगा। | वहीं मंदिर सचिव चंपत राय भी रामनवमी के दिन 22 घंटे मंदिर खोले जाने को लेकर लोगों द्वारा सुझाव देने की बात कर रहे हैं।वहीं दूसरी हो राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने समझाते हुए यह भी कहा कि, प्रशासन की कहने मात्र से कुछ नहीं होता, सबकी अपनी-अपनी मर्यादा होती है, कोई भी मंदिर 24 घंटे नहीं खुला रहता और कहा प्रशासन यह तय कर ले कि मंदिर किस समय बंद होगा | साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, मंदिर के ट्रस्टी और प्रशासन इस बारे में तय करें और पहले ही श्रद्धालुओं को जानकारी दे दी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो |
बता दे कि, रामनवमी को लेकर पूरे देश में हर वर्ष एक अलग ही उत्साह बना होता है क्योंकि रामनवमी यानी रामलाल का जन्मदिन और इस वर्ष अयोध्या में राम मंदिर बनने से यह पहला जन्मदिन होगा जो उनकी जन्म भूमि में मनाया जाएगा |
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