अगर आप एटीएम से पैसे निकालना चाहते हैं तो ऐसे एटीएम का चुनाव करें, जहां सुरक्षा गार्ड मौजूद हो. या बैंक में ही एटीएम स्थित हो. रात्रि के समय दूरस्थ स्थित एटीएम सेंटर से पैसे की निकासी जोखिम भरा हो सकता है और आपके अकाउंट से पैसे खाली किये जा सकते हैं. पिछले कुछ दिनों के दौरान सिलीगुड़ी से लेकर कोलकाता तक इस तरह की घटनाएं अत्यधिक बढ़ गई है.जहां व्यक्ति एटीएम काउंटर से पैसे निकालने गया और उसका कार्ड मशीन में फंस जाता है. इसके बाद वह एटीएम सेंटर में ही दिए गए टोल फ्री नंबर पर अपनी समस्या के समाधान के लिए फोन लगाता है. और इसी क्रम में उसके अकाउंट से पैसा कट जाता है, जिसके बारे में उसे पता भी नहीं चलता.
सिलीगुड़ी के प्रसेनजीत चक्रवर्ती तथा कोलकाता के दो अन्य ग्राहकों के साथ जिस तरह की घटना घटी है, उसके बाद लोगों के लिए एक बड़ा सबक है कि वह जब भी एटीएम से ट्रांजैक्शन करें, उस दौरान वे पूरी तरह सतर्क रहें और कभी भी एटीएम के दिए गए टोल फ्री नंबर पर कॉल ना करें. प्रसनजीत चक्रवर्ती समेत अन्य ग्राहकों ने यही गलती की और उनका पैसा अकाउंट से गायब हो गया. सिलीगुड़ी के प्रसेनजीत चक्रवर्ती ने ₹20000 गंवा दिए जबकि कोलकाता के ग्राहकों ने लाखों रुपए गंवा दिए.
प्रसेनजीत चक्रवर्ती प्रधान नगर स्थित एक सरकारी बैंक के एटीएम से पैसे निकालने गए. उन्होंने ₹15000 निकालने के लिए स्क्रीन पर बटन दबाया. लेकिन बताया गया कि इतनी राशि एक बार नहीं निकाली जा सकती. फिर उन्होंने ट्रांजैक्शन कैंसिल कर दिया. पर जब वे कार्ड निकालने लगे, तो कार्ड मशीन में ही फस गया. तब उन्होंने हड़बड़ाहट में एटीएम में चिपकाए गए एक टोल फ्री नंबर पर फोन किया. उन्हें जवाब दिया गया कि नजदीक में ही दूसरा एटीएम सेंटर है. वहा जाकर वहां के टेक्नीशियन को बता दें. वह उनकी मदद कर देगा.
इसके बाद प्रसेनजीत नजदीक में ही स्थित अन्य एटीएम में गए. लेकिन वहां कोई मौजूद नहीं था. इसी बीच उनके मोबाइल नंबर पर मैसेज आया कि उनके खाते से पैसे निकाले जा चुके हैं. इसके बाद वे तुरंत एटीएम पहुंचे. लेकिन वहां उनका कार्ड उपलब्ध नहीं था. उनके खाते से दो बार में 10000 और ₹10000 निकाले जा चुके थे. अब उन्होंने इस घटना के बाद सिलीगुड़ी साइबर क्राइम विभाग में शिकायत दर्ज कराई है. सिलीगुड़ी के डीसीपी राकेश सिंह बताते हैं कि ग्राहक की शिकायत तो दर्ज की जा चुकी है और पुलिस मामले की जांच भी कर रही है, परंतु ग्राहक को भी इस घटना से सबक लेनी चाहिए.
कोलकाता का मामला भी कुछ ऐसा ही है. दक्षिण कोलकाता के सर्वे पार्क थाना क्षेत्र में स्थित किशोर भारतीय स्टेडियम के पास एक सरकारी बैंक के एटीएम से पैसे निकालने पहुंचे 2 ग्राहकों के खाते से लाखों रुपए गायब हो गए. यह घटना रात की है, जब दोनों ग्राहक एटीएम पहुंचे और कार्ड इस्तेमाल कर पैसे निकालने की कोशिश की, तो मशीन से पैसे नहीं निकले. इसके बाद उन दोनों ने एटीएम के भीतर लिखे गए टोल फ्री नंबर पर फोन किया. तुरंत ही दूसरी तरफ से जो जो निर्देश दिए गए, उसका अनुसरण करते हुए दोनों ही ग्राहकों के अकाउंट से एक मोटी रकम कट गई. जब तक उन्हें सब कुछ समझ में आता, दोनों ने अपने अकाउंट के सारे पैसे गवा दिए थे. पीड़ित व्यक्तियों ने सर्वे पार्क थाने में शिकायत दर्ज करा दी है.
एक व्यक्ति के खाते से ₹25000 निकाले गए हैं. जबकि दूसरे ग्राहक के खाते से कई बार पैसे निकाले गए हैं.अब पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. इन सभी घटनाओं की जांच के क्रम में प्रारंभिक जो जानकारी हाथ लगी है, उसके अनुसार यह संगठित एटीएम जालसाजी का धंधा है. इसमें साइबर अपराधी फिशिंग कॉल के जरिए ग्राहकों को अपने जाल में फसाते हैं और उसके बाद उनके अकाउंट से रुपए साफ कर देते हैं. सिलीगुड़ी हो या कोलकाता पिछले कुछ महीनो में ग्राहकों को एटीएम जालसाजी के कई मामलों का शिकार होना पड़ा है. ऐसे में अगर आपने एटीएम से पैसे निकालते समय पूरी सतर्कता नहीं बरती तो आपका अकाउंट खाली किया जा सकता है.
पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान नंबर से आई फोन कॉल पर भरोसा ना करें. ज्यादा अच्छा होगा कि ऐसे एटीएम का चुनाव करें जो बैंक में स्थित हो अथवा जिस एटीएम में गार्ड की व्यवस्था हो. क्योंकि बहुत से एटीएम बिना सुरक्षा गार्ड के भी होते है, वहां खतरा अधिक होता है.
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