आपसे कोई यह सवाल करता है कि सिलीगुड़ी की पहचान क्या है, तो आप क्या जवाब देंगे. क्योंकि अभी तक कुछ ऐसा विशेष नहीं है जो सिलीगुड़ी के लिए मील का पत्थर साबित हो सके. पर बहुत जल्द सिलीगुड़ी की देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी पहचान बढ़ने जा रही है. या कह सकते हैं कि सिलीगुड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर के शहरों में शुमार होगा. यह सब दिलाएगा बागडोगरा हवाई अड्डा!
2024 साल और किसी क्षेत्र में कुछ हो या ना हो लेकिन बागडोगरा हवाई अड्डा के लिए बहुत कुछ देने जा रहा है. जिस तरह से हवाई अड्डे का ब्लूप्रिंट फाइनल किया गया है, जब वह बनकर तैयार होगा तो बंगाल का गौरव बनेगा, इसमें कोई संदेह नहीं है. बागडोगरा हवाई अड्डे के विस्तार के बाद उत्तर बंगाल और सिक्किम सबसे ज्यादा लाभान्वित होगा. दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी के लोग सबसे ज्यादा गर्व करेंगे.
अगले महीने से नये टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है. बागडोगरा एयरपोर्ट के आधिकारिक सूत्रों से जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार एयरपोर्ट के विस्तार कार्य का टेंडर गुजरात की कंपनी कल्पतरु प्रोजेक्ट इंटरनेशनल लिमिटेड को दिया गया है और फाइनल भी कर लिया गया है. इसमें एक मल्टी लेवल कार पार्किंग होगी. 10 एयरोब्रिज में से 6 का निर्माण कार्य प्रथम चरण में ही होगा. इसका एप्रन 16 एयरक्राफ्ट जैसे ए 320, बी 737 को एक साथ पार्क करने की सुविधा होगी.
ढाई साल में पूरा काम समाप्त हो जाएगा. मौजूदा टर्मिनल का निर्मित क्षेत्र 8000 वर्ग मीटर है. लगभग 400 यात्रियों को प्रति घंटे संभालने के लिए इसको डिजाइन किया गया था. लेकिन जो नया टर्मिनल बिल्डिंग बनने जा रहा है, उसमें उसका रकबा एक लाख वर्ग मीटर का होगा. पहले चरण में 50000 वर्ग मीटर का निर्माण होगा. इसकी क्षमता प्रति घंटे 3800 यात्रियों को संभालने की होगी.
नए टर्मिनल भवन के टेंडर की स्वीकृति नवंबर 2023 में पूरी हुई थी. और इसकी जांच दिसंबर 2023 में पूरी कर ली गई थी. बागडोगरा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए पहले चरण में 883.80 करोड रुपए खर्च होंगे. यह राशि भी उपलब्ध हो चुकी है. इस परियोजना के लिए टेंडर आमंत्रण करने की प्रक्रिया 104 एकड़ भूमि के अधिग्रहण के बाद शुरू हुई थी. भवन के निर्माण पर 950.45 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे. कुल परियोजना की लागत 1884 करोड रुपए है. यानी अब सब कुछ तैयार है. सिर्फ शुभ मुहूर्त में काम शुरू करने की देर है.
2029 में जब यह बनकर तैयार होगा तो यह किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की तरह ही नजर आएगा. सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल के लोगों का यह एक सपना था. वह सपना पूरा होने जा रहा है. भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, बिहार सभी क्षेत्र इससे जुड़ जाएंगे. बागडोगरा हवाई अड्डे से ही सिलीगुड़ी की पहचान है.हवाई अड्डे के विस्तार से सिलीगुड़ी की लोकप्रियता बढ़ेगी. यहां पर्यटन, व्यापार ,वाणिज्य सभी क्षेत्रों में विकास होगा. जमीन की कीमत बढ़ेगी. इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर सभी क्षेत्रों में क्रांति देखने को मिल सकती है.
बागडोगरा हवाई अड्डे से दार्जिलिंग, तराई, सिक्किम ,नेपाल, भूटान आदि क्षेत्रों को तो लाभ होगा ही,लेकिन सबसे ज्यादा सिलीगुड़ी को लाभ होने जा रहा है.क्योंकि सिलीगुड़ी बागडोगरा हवाई अड्डे के निकट है. यह भी कह सकते हैं कि सिलीगुड़ी का हवाई अड्डा बागडोगरा है. अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र से जुड़ने के बाद यहां आने वाले यात्री सिलीगुड़ी से होकर ही कहीं आ जा सकते हैं. काफी समय से सिलीगुड़ी को इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही थी. अब हमारा शहर सिलीगुड़ी सड़क और रेल मार्ग के अलावा हवाई मार्ग से भी विदेश से जुड़ने जा रहा है. एनजेपी रेलवे स्टेशन का कायाकल्प तो चल ही रहा है. ऐसे में बागडोगरा हवाई अड्डे का आधुनिकीकरण से पता चलता है कि सिलीगुड़ी बहुत जल्द शिखर पर होगा.