लगभग 65 साल की एक महिला बाजार से अपने घर लौट रही थी. रास्ते में बाइक पर सवार गेरूआ वस्त्रधारी एक व्यक्ति मिला, जिसने अपने ललाट पर भभूत और त्रिपुंड लगा रखा था. वह कोई पहुंचा हुआ बाबा लगता था. उसने महिला को रोका और कहा कि उसके बेटे पर कोई बड़ी मुसीबत आने वाली है. यह सुनकर महिला काफी डर गई. एक तांत्रिक तो एक महिला के ही घर में घुस गया. कहा कि उसकी बेटी घर से भागने वाली है. जबकि एक अन्य मामले में साधु का चोला पहने व्यक्ति ने कहा कि उसके पति का एक्सीडेंट हो सकता है.
आमतौर पर देखा जाता है कि ऐसी घटनाओं में महिलाएं उपाय पूछती हैं. यह तथाकथित साधु भी जानते हैं. इसलिए ऐसे ढोंगी बाबाओ के पास उपाय भी जेब में रहता है. जिस महिला को बाबा ने बताया था कि उसके बेटे पर मुसीबत आने वाली है, उस महिला ने उपाय करने का निश्चय किया, ताकि उसके बेटे पर आने वाला संकट टल जाए. ढोंगी बाबा ने उपाय में कहा था कि इसके लिए उसके शरीर पर पहने गहनों को शुद्ध करना होगा.
सिलीगुड़ी से सटे फुलवारी डाबग्राम इलाके की यह घटना है. तांत्रिक चोला धारण करनेवाला व्यक्ति शाम 7:00 बजे महिला के घर पहुंचा था. उसने महिला से घर में रखे और पहने गए सभी सोने चांदी के जेवर शुद्ध करने के लिए मांगे. लेकिन इससे पहले कि महिला गहनों की पोटली को बाबा के सामने रख पाती, महिला का बेटा उसी समय घर पहुंच गया. जब उसने सारी बात सुनी तो मां को समझाया और किसी तरह से तथाकथित साधु से अपनी मां का पिंड छुड़वाया.
बेटे की चालाकी और बुद्धिमानी से महिला का जेवर लूटने से बच गया. आपके घर और आसपास में भी इस तरह के अज्ञात साधु का चोला धारण किए व्यक्ति मिल सकते हैं, जो घर की सीधी सादी, भोली महिलाओं को शीशे में उतार कर उनके गहने और जेवर लेकर फरार हो जाते हैं. कोलकाता में ऐसे ढोंगी तांत्रिकों का एक गिरोह सक्रिय है है. पिछले दिनों ही कोलकाता पुलिस ने तांत्रिक बाबाओ के गिरोह के 11 लोगों को गिरफ्तार किया था. ऐसे लोग विभिन्न तरीकों से महिलाओं को लूट लेते थे. कोलकाता के विभिन्न पुलिस थानों में पीड़ित महिलाओं की ओर से शिकायत दर्ज होने के बाद अब पुलिस ने ढोंगी तांत्रिकों के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. उनकी धरपकड़ शुरू हो चुकी है.
ढोंगी तांत्रिक किसी महिला को बेटी की अचानक मौत होने तो किसी को बड़ी समस्या में पड़ने की बात कह कर डराते थे.इस गिरोह के लोग वृद्ध महिलाओं के शरीर में पहने सोने के गहनों को तंत्र-मंत्र से शुद्ध कर मुसीबत से मुक्ति दिलाने को कह कर उनके जेवरात लेकर भाग जाते थे. सूत्रों ने बताया कि सिर्फ दो दिनों में ही कोलकाता के टॉलीगंज, भवानीपुर, बेहला और अन्य इलाकों से गिरोह के लोगों ने कई भोली भाली वृद्ध महिलाओं को विभिन्न तरीकों से डराकर उनके गहने लूट लिये थे.
ऐसे लुटेरे तांत्रिकों के पास सम्मोहन मंत्र होता है. यह सीधी साधी भोली महिलाओं पर ज्यादा प्रभावी होता है. ऐसे सम्मोहन मंत्र के प्रभाव में आकर व्यक्ति का विवेक मर जाता है. उसे लगता है कि साधु की बात सच्ची है. इसलिए वह उपाय करने के नाम पर अपनी संपत्ति को लुटा बैठती है. सूत्रों ने बताया कि लाल बाजार की वॉच सेक्शन की टीम ने 11 तांत्रिक लुटेरों को गिरफ्तार किया है. वे सभी उत्तराखंड के रहने वाले हैं. उनकी गिरफ्तारी के बाद गिरोह के अन्य सदस्य कोलकाता और आसपास के जिलों से भाग कर उत्तर बंगाल पहुंच रहे हैं. ऐसे में आज नहीं तो कल ऐसे लोगों से आपका पाला पड़ सकता है.
फुलबारी डाबग्राम की घटना से पता चलता है कि ऐसे तथाकथित साधु के चोले में लुटेरे सिलीगुड़ी और बस्ती क्षेत्र में पहुंच रहे हैं. अतः ऐसे लोगों से सावधान रहिए. किसी भी तांत्रिक अथवा अनजान व्यक्ति को अपने घर में घुसने ना दे और ना ही उनकी किसी भी बात का भरोसा करें. अपना उल्लू सीधा करने के लिए ऐसे लुटेरे शिकार फांसने से पहले शिकार की पृष्ठभूमि की जानकारी रखते हैं. उसके बाद ही ग्राहक को अपना शिकार बनाते हैं. बस्ती क्षेत्र में रहने वाली ऐसी महिलाएं, जो पढ़ी-लिखी नहीं होती हैं और साधु सन्यासी को विशेष श्रद्धा भाव से देखती हैं, ऐसे तांत्रिक बाबाओ के जाल में आसानी से फंस जाती हैं. खबर समय अपने सभी चाहने वालों को सावधान करता है. साधु सन्यासी का सम्मान तो करें, पर ढोंगी लोगों से सावधान जरूर रहे! अन्यथा कोलकाता के बाद सिलीगुड़ी का अगला नंबर होगा!