September 7, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल लाइफस्टाइल सिलीगुड़ी

सिलीगुड़ी समेत उत्तर बंगाल का व्यापार ठप्प!

बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी आंदोलन ने व्यापार को काफी प्रभावित किया है. हिंसा की आग ने उत्तर बंगाल के कारोबार को बुरी तरह हिला कर रख दिया है.बांग्लादेश से सटा है सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी के नजदीक फुलबारी बॉर्डर है. जहां से ट्रक बांग्लादेश में प्रवेश करते हैं. लेकिन इस समय फुलबारी बॉर्डर पर मालवाहक ट्रकों की लंबी लाइन लगी है. क्योंकि चेक पोस्ट बंद है.

उत्तर बंगाल और बांग्लादेश के बीच कारोबार नियमित रूप से होता है. सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल का व्यापार बांग्लादेश की खरीद पर काफी निर्भर करता है. सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल से बांग्लादेश को बोल्डर, चोकर, खल्ली, मक्का और दूसरे अनाज भेजे जाते हैं. उत्तर बंगाल से सिलीगुड़ी स्थित फुलबारी अंतर्राष्ट्रीय चेकपोस्ट, कूचबिहार स्थित चेंगराबांधा चेक पोस्ट, दक्षिण दिनाजपुर के हिली और मालदा के मेहंदीपुर स्थित सोना मस्जिद चेक पोस्ट से बांग्लादेश को माल भेजा जाता है. यह सभी अंतरराष्ट्रीय चेक पोस्ट फिलहाल बंद है.

इन सभी चेक पोस्टों पर ट्रकों की लंबी-लंबी लाइन लगी हुई है. पता नहीं, कब चेक पोस्ट खुलेगा और ट्रक सीमा में दाखिल होंगे. ट्रक वाले भी परेशान हैं. इसके साथ-साथ व्यापारी भी परेशान हैं. क्योंकि जब माल की डिलीवरी ही नहीं हो पाएगी तो पैसा कैसे आएगा. इसलिए व्यापारी परेशान है. उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि समस्या का समाधान कैसे होगा. सूत्रों ने बताया कि दोनों देशों की सीमा पर पिछले चार-पांच दिनों से लगभग 3000 माल लदे ट्रक खड़े हैं और बांग्लादेश में प्रवेश करने के लिए अंतरराष्ट्रीय चेक पोस्ट खुलने का इंतजार कर रहे हैं.

उत्तर बंगाल से बांग्लादेश को काफी चीजें निर्यात की जाती है. लेकिन आजकल अंतर्राष्ट्रीय चेक पोस्ट बंद हो जाने से माल लदे ट्रक बांग्लादेश नहीं जा पा रहे हैं और ना ही बांग्लादेश से माल उत्तर बंगाल आ रहा है. एक अनुमान के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय चेक पोस्ट बंद होने से उत्तर बंगाल को व्यापार में रोजाना करोड़ों रुपए का घाटा हो रहा है. इसको लेकर फेडरेशन ऑफ चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज आफ ईस्टर्न इंडिया ने चिंता व्यक्त की है. अंतर्राष्ट्रीय चेक पोस्ट पर कोई हलचल नहीं दिखाई दे रही है.

जानकारों की मानें तो बांग्लादेश से उत्तर बंगाल में रोजाना 15 करोड रुपए मूल्य के माल का आयात किया जाता है.जबकि उत्तर बंगाल से बांग्लादेश को लगभग 50 करोड रुपए मूल्य का निर्यात किया जाता है. इसमें सिलीगुड़ी का भी बहुत बड़ा योगदान है. सिलीगुड़ी से कई वस्तुएं जैसे बोल्डर, चोकर आदि का निर्यात बांग्लादेश को किया जाता है. यहां का व्यापार काफी हद तक पहाड़ और बांग्लादेश पर निर्भर करता है. नॉर्थ बंगाल एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के सचिव बृज किशोर प्रसाद के अनुसार यहां से पत्थर गिट्टी, चोकर, मकई ,खली तथा दूसरे अनाज बांग्लादेश को भेजे जाते हैं. लेकिन अंतरराष्ट्रीय चेक पोस्ट बंद हो जाने से इन अनाजों का निर्यात बांग्लादेश को नहीं हो पा रहा है. इस वजह से रोजाना यहां करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है.

आपको बताते चलें कि बांग्लादेश में पिछले कई हफ्तों से हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. वहां के बिगड़ते हालात की वजह से भारतीय छात्रों को घर लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा है. शुक्रवार को 300 से अधिक छात्र पूर्वोत्तर में सीमा पार कर स्वदेश पहुंचे. सरकारी नौकरियों मे आरक्षण की बहाली को लेकर पूरे बांग्लादेश में छात्रों की सुरक्षा बलों और सरकार समर्थक कार्यकर्ताओं के साथ झड़प में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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