सिलीगुड़ी में लगातार जाम एक भयानक समस्या बन चुकी है. सिलीगुड़ी की सड़कों पर खूब जाम लग रहा है. पायल सिनेमा हॉल से लेकर विशाल सिनेमा हॉल तक, पानी टंकी मोड, सेवक मोड, हिल कार्ट रोड, एयर व्यू मोड, वर्धमान रोड, हाशमी चौक, एस एफ रोड, महावीर स्थान, दार्जिलिंग मोड यानी सब जगह जाम ही जाम. यही सच है. यह भी स्पष्ट हो चुका है कि इस जाम के कारणों में से प्रमुख कारण अनगिनत संख्या में सिलीगुड़ी की सड़कों पर टोटो का चलना है, जिसके लिए विभिन्न नागरिक संगठनों की ओर से हर बार प्रशासन को बताया जाता है. सिलीगुड़ी नगर निगम प्रशासन को भी पता है. लेकिन सिलीगुड़ी नगर निगम और प्रशासन के द्वारा टोटो चालकों पर लगाम लगाने की अभी तक कोई उपयुक्त व्यवस्था नहीं की गई है. टोटो चालक पहले की भांति ही सिलीगुड़ी की सड़कों पर चल रहे हैं.
हालांकि लोकसभा चुनाव से पूर्व सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने यह जरूर कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद इस संदर्भ में सिलीगुड़ी नगर निगम उपयुक्त कदम उठाएगी. आपको यह भी बता दूं कि कुछ दिनों पहले सिटी ऑटो चालकों के संघ की ओर से भी प्रशासन को बताया गया था कि शहर की मुख्य सड़कों पर बेशुमार संख्या में टोटो के चलने के कारण जाम तो लगता ही है, सड़क दुर्घटनाएं भी होती हैं. ऊपर से उनकी कमाई भी नहीं हो रही है. चालक संगठन ने प्रशासन से अनुरोध किया था कि अवैध टोटो को सिलीगुड़ी की मुख्य सड़कों पर चलने से रोका जाए.
लोकसभा का चुनाव संपन्न हो चुका है. सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से अभी तक टोटो के खिलाफ कोई कार्रवाई करने की योजना बनी है या नहीं, परंतु यह समझा जा रहा है कि सिलीगुड़ी नगर निगम और प्रशासन जल्द ही इस दिशा में उपयुक्त कदम उठाने जा रहे हैं. लेकिन उससे पहले दार्जिलिंग जिला एनजेपी फुलबारी मैक्सी कैब ओनर्स एसोसिएशन (सिटी ऑटो ड्राइवर एंड ऑनर्स एसोसिएशन) ने फैसला कर लिया है. संगठन ने टोटो के खिलाफ हल्ला बोल दिया है.
टोटो के विरोध में सिलीगुड़ी की सड़कों पर सिटी ऑटो के पहिए थम जाएंगे. 18 जून से सिटी ऑटो चालक अनिश्चितकाल तक गाड़ी नहीं चलाएंगे. सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान संगठन के सदस्यों ने कहा है कि 18 जून से शहर में अनिश्चितकालीन हड़ताल का उन्होंने आह्वान किया है. संगठन की ओर से उज्जवल कांति घोष ने कहा है कि सिलीगुड़ी शहर में लगातार टोटो की संख्या बढ़ रही है. वैध अवैध सभी तरह के टोटो चल रहे हैं. लेकिन प्रशासन खामोश है. उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से नगर निगम इलाके में 3850 टोटो चलने की अनुमति दी गई थी. लेकिन मौजूदा हालात यह है कि दस हजार से भी अधिक की संख्या में टोटो सड़कों पर दौड़ रहे हैं.
संगठन की ओर से कहा जा रहा है कि सिलीगुड़ी की सड़कों पर बेशुमार संख्या में टोटो के चलने के कारण सिटी ऑटो चालकों को विभिन्न तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. यह सही भी लगता है. क्योंकि सड़कों पर अधिक संख्या में टोटो ही आप देख सकेंगे, जिसके चलते जाम के अलावा सिटी ऑटो चालकों को वित्तीय समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है. सिटी ऑटो चालक भाड़ा कम मिलने के कारण आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं.
वैसे भी कोलकाता हाई कोर्ट के निर्देश के अनुसार टोटो को शहर की मुख्य सड़कों पर नहीं चलने देने का निर्देश है. लेकिन हाई कोर्ट के निर्देश का उल्लंघन करते हुए टोटो शहर की मुख्य सड़कों पर आवाजाही करते हैं. इतना ही नहीं, एशियन हाईवे और अन्य राजमार्गों पर भी टोटो को बेधड़क दौड़ते देख सकते हैं.
हालांकि प्रशासन की ओर से अभी तक टोटो के खिलाफ कार्रवाई करने की कोई योजना की भनक नहीं मिली है पर उससे पहले 18 जून से टोटो के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल से निश्चित रूप से सिलीगुड़ी नगर निगम और प्रशासन इसका संज्ञान लेगा और हो सकता है कि एक बार फिर से पहले की तरह टोटो की धर पकड की कार्रवाई को अंजाम दिया जा सके.
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