देर आए दुरूस्त आए! पहाड़, Dooars, सिक्किम,सिलीगुड़ी, सेवक के निवासियों के इंतजार की घड़ियां आखिर पूरी हुई! बरसों से यहां के जनमानस का कौतूहल भरा प्रश्न था कि आखिरकार सेवक में बाघ पुल के समानांतर नए पुल का निर्माण कब शुरू होगा? कहते हैं कि धैर्य का फल मीठा होता है. राज्य सरकार की देर से ही सही, कृपा हो गई है. 2 साल में ही कोरोनेशन ब्रिज के समानांतर नया पुल बनकर तैयार हो जाएगा.
राज्य सरकार की सहमति के बाद पुल का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है. पीडब्लूडी डीपीआर तैयार कर रहा है. जैसे ही यह पूरा होगा, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को सौंप दिया जाएगा. इसके बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. हालांकि यह सब एक औपचारिक प्रक्रिया मात्र है. यानी नए बाघ पुल निर्माण से संबंधित अब सारी बाधाएं दूर हो चुकी है. समतल और पहाड़ के लोगों का जीवन, व्यापार, पर्यटन और आवागमन के क्षेत्र में एक नई क्रांति आने वाली है!
आपको बताते चलें कि सेवक में तीस्ता नदी पर बाघ पुल के समानांतर नए पुल के निर्माण की मांग उस समय से चल रही है, जब भूकंप या प्राकृतिक आपदा बाढ़, बरसात आदि के चलते बाघ पुल यानी कोरोनेशन ब्रिज में दरार और विध्वंस की प्रक्रिया शुरू हो गई थी. कई जगह पायों में दरार और ध॔सने जैसी स्थिति उत्पन्न होने के बाद यहां के कई संगठनों ने कोरोनेशन ब्रिज के कभी भी ध॔सने और जान माल के नुकसान की आशंका को लेकर समानांतर ब्रिज के निर्माण को लेकर आंदोलन शुरू किया था. केंद्र सरकार ने 2021 में नए पुल के निर्माण के लिए 1000 करोड रुपए मंजूर किए थे. पर जब तक बंगाल सरकार द्वारा अप्रूवल नहीं मिलता, तब तक प्रक्रिया को शुरू किया जाना संभव नहीं था. इसमें 4 साल लग गए.
अब यहां के लोग काफी खुश हैं. खासकर व्यापारी, पर्यटन व्यवसायी, यात्री,कारोबारी और इस तरह से सिलीगुड़ी से लेकर पहाड़, Dooars, असम, पूर्वोत्तर राज्य, सिक्किम सभी जगह इसकी खुशी दिख रही है. खुशी हो भी क्यों ना! क्योंकि वर्तमान कोरोनेशन ब्रिज 6.7 मीटर की चौड़ाई वाला है यानी यह काफी संकरा है. यह बड़े और भारी वाहनों के लिए प्रतिबंधित भी है. जबकि जो सेवक में नया समानांतर पुल बनेगा, उसमें 4 लेन होगी. उसकी संयुक्त चौड़ाई कम से कम 14 मीटर होगी. अगर बरसात के समय राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 बंद हो जाता है, तो नए पुल के जरिए Dooars और सिक्किम तक आसानी से पहुंचा जा सकता है. यानी सिक्किम और Dooars के जन जीवन पर NH10 बंद होने का भी कोई असर नहीं होगा. ऐसा दावा किया जा रहा है.
आपको बता दें कि 1941 में जॉर्ज षष्ठम के राज्याभिषेक के उपलक्ष्य में सेवक में बाघ पुल का निर्माण किया गया था. पहाड़ और सिक्किम के लिए सामरिक रूप से महत्वपूर्ण यह पुल Dooars और पूर्वोत्तर को शेष भारत से जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़क NH 10 पर स्थित है. आप समझ सकते हैं कि यह कितना पुराना पुल है परंतु पिछले कुछ वर्षों में ढांचागत टूट फूट होने तथा बड़े वाहनों के पुल से गुजरने की अनुमति नहीं मिलने के बाद नए समानांतर पुल के निर्माण की मांग तेज हो गई थी.
यह आवश्यक भी था. क्योंकि तब से लेकर यहां आबादी बढी है. इसके साथ ही यातायात में भी काफी वृद्धि हुई. इसलिए नए और समानांतर ब्रिज के निर्माण की मांग स्वाभाविक थी. केंद्र सरकार के द्वारा फंड का अनुमोदन मिल जाने के बाद राज्य सरकार को कई तरह की यहां औपचारिकताएं पूरी करनी थी. जैसे कि वन तथा पर्यावरण विभाग की मंजूरी दिलाना, इसके लिए कई बार अधिकारियों के साथ बैठक भी हुई और इस तरह से पूरी औपचारिकता पूरी करने में वर्षों लग गए. आज सारी बाधाएं दूर हो चुकी है. नए पुल की अनुमानित लागत 1,1 2 5 करोड़ है. समतल और पहाड़ के लोग दुआ कर रहे हैं कि नया कोरोनेशन ब्रिज निर्धारित समय में पूरा होगा.
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