सिलीगुड़ी नगर निगम का बुलडोजर आमतौर पर अवैध निर्माण पर अक्सर चलता रहता है. पिछले कुछ समय से सिलीगुड़ी नगर निगम पूजा को लेकर शांत है. लेकिन छठ पूजा के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत ऐसे कई अवैध निर्माण है, जहां निगम का बुलडोजर चलने वाला है. इनमें से सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत 42 नंबर वार्ड स्थित भूपेंद्र नगर, नया बस्ती भी शामिल है.
सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव स्वयं महानंदा नदी के किनारे स्थित बस्ती क्षेत्रो पर नजर रख रहे हैं. इन दिनों सिलीगुड़ी नगर निगम की पूरी टीम मेयर गौतम देव के नेतृत्व में महानंदा नदी के किनारे छठ घाटों के स्थल के निरीक्षण पर निकली हुई है. इसी क्रम में निगम प्रमुख और उनकी पूरी टीम अवैध निर्माण को भी देख रही है. खासकर ऐसे अवैध निर्माण जो भविष्य में विनाश के कारण भी हो सकते हैं. महानंदा नदी के तट पर अनेक बस्तियां वर्षों से बस गई है. कुछ बस्तियां तो हाल में ही बसी है. परंतु कई बस्तियां बरसों से नदी के तट पर खड़ी है.
सिलीगुड़ी नगर निगम के 42 नंबर वार्ड स्थित भूपेंद्र नगर नया बस्ती एक संवेदनशील बस्ती के रूप में चिन्हित की गई है. हालांकि नदी के तट पर अधिकांश बसावट का निर्माण तो अवैध तरीके से ही हुआ है. परंतु उनमें से कुछ बसावट तो ऐसी है कि वहां के लोगों का जीवन और भविष्य ही खतरे में है. सिलीगुड़ी नगर निगम खासकर ऐसी ही अवैध तथा अत्यंत संवेदनशील बस्तियों पर नजर रख रही है. आज सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव, डिप्टी मेयर रंजन सरकार, पांच नंबर बोरो अध्यक्ष प्रीति कन्या विश्वास और वार्ड पार्षद समेत स्थानीय लोगों के साथ वार्ड नंबर 42 में छठ घाट का भ्रमण कर रहे थे. इसी क्रम में उनकी नजर नदी के किनारे स्थित भूपेंद्र नगर नया बस्ती पर पड़ी.
भूपेंद्र नगर नया बस्ती में अधिकांश मकान नदी से एकदम सटाकर बनाया गया है,जहां बाढ का पानी स्थानीय घरों में घुसना आम बात है. इसके अलावा घरों में जहरीले जीव जंतु और सांप का घुसना भी आम बात है. यहां के लोग वर्षों से बरसात के दिनों में इसका सामना कर भी रहे हैं. मेयर गौतम देव नदी किनारे महानंदा को छूती इन बस्तियों का निरीक्षण करते हुए पांच नंबर बोरो चेयरमैन प्रीति कन्या विश्वास पर इस बात के लिए नाराज भी हुए कि वह ऐसे अवैध निर्माण को देखकर भी अनजान कैसे थी. उन्हें तो विभिन्न वार्डो का दौरा करके लोगों की जान माल की सुरक्षा के मापदंड निर्धारित करना चाहिए था. गौतम देव ने कहा कि अगर नदी में अचानक ज्वार जैसा कुछ आ जाए तो यहां के लोगों की जान जा सकती है.अगर भविष्य में कुछ होता है तो इसकी जिम्मेवारी निगम पर आएगी.
गौतम देव ने कहा कि अभी छठ पूजा बीत जाने दीजिए. छठ पूजा बीतने के बाद भूपेंद्र नगर नया बस्ती के लोगों के साथ एक बैठक की जाएगी तथा उन्हे मकान खाली करने के लिए तैयार किया जाएगा. सूत्र बता रहे हैं कि छठ पूजा के बाद भूपेंद्र नगर नया बस्ती के लोगों को सिलीगुड़ी नगर निगम की तरफ से नोटिस मिल सकता है. इस बात की पूरी संभावना है कि सिलीगुड़ी नगर निगम भूपेंद्र नगर नया बस्ती पर बुलडोजर चलवा सकती है.
आपको बताते चलें कि भूपेंद्र नगर नया बस्ती में लगभग 60 से 70 मकान है. कच्चे पक्के इन मकानों को महानंदा नदी से सटाकर तैयार किया गया है. यहां कभी भी कुछ हो सकता है. केवल भूपेंद्र नगर नया बस्ती ही नहीं, बल्कि तुलसी नगर समेत कई ऐसे इलाके हैं, जहां लोगों ने नदी की दूरी का भी ख्याल नहीं रखा और एकदम नदी से सटाकर मकान बनाया है. गंगानगर में भी महानंदा नदी से एकदम सटाकर कुछ मकान बनाए गए हैं. इन सभी मकानों और बस्तियों की सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा एक सूची बनाई जा रही है, जिस पर छठ पूजा के बाद निगम कार्रवाई कर सकती है.