केंद्र में किसकी सरकार होगी, इसका फैसला कल दोपहर तक विधिवत रूप से हो जाएगा. लेकिन उससे पहले ही आज से पूरे देश में महंगाई का जोर का झटका लगा है. आज से अमूल दूध ₹2 प्रति किलो महंगा हो गया है. इसके अलावा आज से वाहन चालकों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर गाड़ी चलाने के लिए अधिक टोल टैक्स देना होगा. परोक्ष रूप से यह महंगाई का इशारा कर रहा है.
लोकसभा चुनाव की अधिसूचना के साथ ही महंगाई और वस्तुओं की कीमत पर नियंत्रण देखा गया था. लेकिन जैसे ही लोकसभा के चुनाव खत्म हुए, मूल्य वृद्धि का सिलसिला आज से शुरू हो गया. अमूल का दूध आज से ₹2 प्रति लीटर महंगा कर दिया गया है. अब आप अमूल का कोई भी दूध लेंगे तो उस पर ₹2 अधिक का भुगतान प्रति लीटर करना होगा. आपको बता दें कि अमूल दूध गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के द्वारा देश भर में आपूर्ति किया जाता है. फेडरेशन का कहना है कि दूध उत्पादन में लागत बढ़ने और संचालन खर्च बढ़ने से कीमत बढ़ाना आवश्यक हो गया था.
बढे हुए रेट के अनुसार अमूल का आधा लीटर भैंस का दूध का मूल्य ₹36 हो गया है. जबकि अमूल शक्ति का आधा लीटर का मूल्य ₹30 कर दिया गया है. इस तरह से दूध के मूल्य में तीन से चार प्रतिशत की वृद्धि की गई है. आपको बताते चलें कि दूध के मूल्य में पिछले साल भी वृद्धि हुई थी. अमूल दूध के दाम तो कई बार बढ़ाए गए. भारत में दूध की खपत अमीर गरीब सभी घरों में है. दूध के दाम बढ़ने से अन्य वस्तुओं के मूल्य में भी वृद्धि होगी, इसकी संभावना ज्यादा देखी जा रही है. इसी तरह से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने देशभर में टोल दरों में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है. यह आज से ही लागू हो गया है.
आपको बता दें कि टोल टैक्स में वृद्धि का प्रस्ताव पहले से ही था. यह 1 अप्रैल से लागू किया जाना था. लेकिन तब लोकसभा चुनाव के कारण इसे टाल दिया गया था. अब चुनाव संपन्न हो चुके हैं. इसलिए आज से ही यह वृद्धि प्रभावी हो गई है. टोल टैक्स में वृद्धि का मतलब यह है कि परिवहन लागत में वृद्धि होगी और यात्रा पर भी भार बढ़ेगा. यात्रियों को पहले से ज्यादा किराया देना होगा. सामानों की कीमत में भी वृद्धि होगी. यानी महंगाई का खुला निमंत्रण.
हालांकि टोल टैक्स में वृद्धि के संदर्भ में राजमार्ग प्राधिकरण के सूत्रों ने बताया कि टोल टैक्स में बढ़ोतरी थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति से जुड़ी है. पूरे देश में लगभग 855 टोल प्लाजा है. इन पर राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क नियम 2008 के अनुसार वाहनों पर चार्ज लगाया जाता है. राजमार्ग प्राधिकरण वाहनों से चार्ज वसूल करके राष्ट्रीय राजमार्ग के विस्तार में खर्च करता है.
पिछले एक दशक के दौरान राष्ट्रीय राजमार्गों के विस्तार के लिए अरबों डॉलर का निवेश किया गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पश्चिम बंगाल में भी सड़कों का नेटवर्क तैयार कर रहा है. देश के कुल राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई लगभग 1 लाख 46 हजार किलोमीटर है. 2018-19 में पूरे देश में टोल संग्रह लगभग 25000 करोड रुपए था, जो 2022-23 में बढ़कर 54000 करोड रुपए हो गया है. जो भी हो टोल टैक्स महंगा होने तथा दूध के मूल्य में वृद्धि से जनता की जेब पर इसका असर पड़ेगा.
सिलीगुड़ी में कई कंपनियों के दूध की बिक्री होती है. यहां अमूल का दूध भी आता है. अमूल के दूध की कीमत में बढ़ोतरी से दूसरी कंपनियों के दूध के दाम में वृद्धि नहीं हो, ऐसा नहीं लगता. सिलीगुड़ी में कई लोगों के मुंह से कहते सुना गया कि कम से कम चुनाव परिणाम आने तक तो इसे रोका जा सकता था. ऐसा लगता है कि केंद्र में बनने वाली नई सरकार चुनाव परिणाम के बाद महंगाई का जबरदस्त डोज देने वाली है.
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