सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत 47 नंबर वार्ड में तृणमूल कांग्रेस के महासचिव सौमित्र देवनाथ का घर तोड़ने के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम की टीम इंजीनियर के साथ पहुंची थी. सौमित्र देवनाथ के घर का कंस्ट्रक्शन वैधानिक तरीके से नहीं था. इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि जिस जगह पर सौमित्र देवनाथ का घर है, वह जमीन सिलीगुड़ी नगर निगम की है. इससे पहले सौमित्र देवनाथ को निगम की तरफ से घर तोड़ने का नोटिस भी दिया जा चुका था.
लेकिन जब सिलीगुड़ी नगर निगम की टीम वहां पहुंची तो सौमित्र देवनाथ और उनके परिजनों के द्वारा इसका भारी विरोध किया गया. सिलीगुड़ी नगर निगम की टीम को पता चला कि सौमित्र देवनाथ 47 नंबर वार्ड कमेटी के साधारण सचिव हैं और वह अपने घर में ही टीएमसी कार्यालय खोल रखे है. यह भी पता चला कि सौमित्र देवनाथ बरसों से टीएमसी करते हैं. उन्होंने स्थानीय तृणमूल कांग्रेस पार्षद को जिताने में एडी चोटी का जोर लगा दिया था.
स्वयं सौमित्र देवनाथ ने यह बात मीडिया को बताई भी थी. कदाचित टीएमसी समर्थक और स्थानीय नेता होने का सौमित्र देवनाथ को लाभ मिला और उनका घर तोड़ने आई सिलीगुड़ी नगर निगम की टीम बैरंग लौट गई. जब उत्तेजना का माहौल था. उसी समय सिलीगुड़ी नगर निगम के इंजीनियर को पता चला तो वे सब डिविजनल मजिस्ट्रेट के कार्यालय में गए. वहां सब डिविजनल मजिस्ट्रेट के साथ हुई बैठक के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम ने अपना फैसला बदल दिया.
ऐसी जानकारी मिली है कि तृणमूल कांग्रेस के महासचिव के घर पर विवाद काफी पुराना है. इस पर केस चल रहा है. सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से घर तोड़ने को लेकर पहले भी नोटिस दिया जा चुका है. लेकिन सौमित्र देवनाथ को पार्टी करने का लाभ मिल रहा है. उनके घर वालों ने स्थानीय पार्षद पर गंभीर आरोप लगाया है और कहा है कि उनके खिलाफ स्थानीय पार्षद ने एक साजिश रची है. देवनाथ ने कहा कि इस वार्ड में कई लोगों के मकान गैर कानूनी तरीके से बने हैं. लेकिन सिलीगुड़ी नगर निगम को इस पर कोई आपत्ति नहीं है. जबकि कुछ ही लोगों के मकान को टारगेट किया जा रहा है.
सौमित्र देवनाथ ने कहा कि इस वार्ड में लगभग 300 लोगों को पट्टा नहीं मिला है.50 घरों का निर्माण कार्य चल रहा है. सिलीगुड़ी नगर निगम उन्हें नहीं रोक रही है.उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का एक सक्रिय कार्यकर्ता हूं. और चुनाव के समय पार्टी के उम्मीदवार को जिताने के लिए दिन रात एक करता हूं. उन्होंने कहा कि मौजूदा पार्षद को जिताने में उनका काफी बड़ा हाथ था. चर्चा यह है कि सौमित्र देवनाथ को पार्टी करने का ही लाभ मिला है अन्यथा सिलीगुड़ी नगर निगम की टीम आज उनका मकान तोड़ने ही उनके घर गई थी.
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