सिक्किम-कालिमपोंग की जीवन रेखा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 के बंद हो जाने से एक तरफ सिक्किम को रोजाना लगभग 100 करोड रुपए का घाटा हो रहा है, तो दूसरी तरफ सिलीगुड़ी का कारोबार 50% से भी ज्यादा प्रभावित हुआ है. सिलीगुड़ी पहाड़ के खुदरा और थोक व्यापारियों का एक बहुत बड़ा हब बन चुका है. यहां का विधान मार्केट शुरू से ही पहाड़ के व्यापारियों को आकर्षित करता रहा है. लेकिन NH-10 बंद हो जाने से पिछले 1 महीने से सिलीगुड़ी का कारोबार 50% से भी ज्यादा कम हो चुका है.
सिलीगुड़ी के व्यापारियों ने बताया कि जब पहाड़ से पर्यटक, दुकानदार और ग्राहक सिलीगुड़ी आते हैं तो खरीदारी बढ़ जाती है. लेकिन जब से NH-10 बंद हुआ है, तभी से सिलीगुड़ी के कारोबारी परेशान है. अब तो NH-10 खुलने का ही इंतजार किया जा रहा है. उससे पहले सिलीगुड़ी के बाजार को गति नहीं मिलेगी.
सिलीगुड़ी विधान मार्केट व्यवसायी समिति की ओर से दावा किया गया है कि दार्जिलिंग पहाड़ और सिक्किम के अधिकतर ग्राहक, दुकानदार और पर्यटक खरीदारी के लिए विधान मार्केट आते हैं. लेकिन पिछले एक महीने से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 के बंद हो जाने से पहाड़ से ग्राहकों का आना 65% से भी ज्यादा कम हुआ है. इसी तरह से कालिमपोंग से भी दुकानदार विधान मार्केट नहीं पहुंचे. लेकिन विधान मार्केट ट्रेड इकाई के सचिव बप्पी साहा ने बताया कि यह चिंता की बात है.
सिलीगुड़ी में नया बाजार और विधान मार्केट वृहत्तर खुदरा व्यवसाय हब के रूप में जाना जाता है. यहां एक व्यक्ति की जरूरत के सारे सामान आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं. अकेले विधान मार्केट में 1650 नियमित दुकानें हैं और लगभग 20 करोड रुपए का रोजाना कारोबार यहां होता है. सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट फ्रूट्स एंड वेजिटेबल्स संगठन के सचिव और कमीशन एजेंट शिवकुमार ने कहा कि NH-10 बंद होने से पूरे पहाड़ के साथ-साथ सिलीगुड़ी को भी व्यावसायिक तौर पर गहरा धक्का पहुंचा है. शिव कुमार ने कहा कि सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट उत्तर बंगाल और सिक्किम में फल सब्जियां और मछली का एक बहुत बड़ा थोक बाजार है. लेकिन यातायात की असुविधा के चलते ही पहाड़ को समय पर माल भेजना संभव नहीं हो पा रहा है.
सिटोंग, लाट पंचर और म॔गपू में पर्यटन सेक्टर प्रभावित हुआ है. NH-10 ब॔द के कारण पर्यटकों का आवागमन प्रभावित होने से बाजार पर भी इसका असर पड़ा है. यूनाइटेड सितोंग होम स्टे वेलफेयर सोसाइटी के प्रेसिडेंट विक्रम राई ने बताया कि यहां पर्यटकों के नहीं आने से इसका पर्यटन व्यवसाय पर भारी असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि इस समय लगभग 40% व्यापार होता था परंतु NH-10 के बंद हो जाने से यह 5% तक पहुंच गया है. हालांकि सितोंग मंगपू क्षेत्र में बहुत से एप्रोच रोड हैं पर सबसे सस्ता और सरल NH10 ही है. कर्सियांग में शिव खोला अथवा दार्जीलिंग के नजदीक 3 माइल दिलाराम से दूसरे मार्ग भी हैं.लेकिन इन मार्गों से दूरी बढ़ जाती है और कम से कम दो से ढाई घंटे लग जाते हैं.
इस बीच बंगाल पीडब्ल्यूडी की ओर से कहा गया है कि NH-10 की मरम्मत का काम चल रहा है. लेकिन जब तक मौसम में सुधार नहीं होता है तब तक उसका पुनर्निर्माण संभव नहीं होगा. हमें उम्मीद की जानी चाहिए कि सिलीगुड़ी का कारोबार बहुत जल्द रिकवर करेगा.
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