सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में ठंड में कमी शुरू हो गई है. हालांकि आसमान में बादल रहने के कारण धूप में कमी दिख रही है. इसके बावजूद ज्यादा ठंड महसूस नहीं की जा रही है. इस हफ्ते या तो हल्की बूंदाबांदी हो सकती है या फिर मौसम ऐसे ही बना रह सकता है. लेकिन अगले हफ्ते से तापमान में वृद्धि देखने को मिल सकती है.
तो क्या यह समझा जाए कि ठंड की विदाई हो रही है? क्या ठंड की वापसी नहीं होगी? हालांकि मौसम विभाग यह स्पष्ट करने में सहज नहीं लग रहा है. परंतु इतना स्पष्ट है कि अब कड़ाके की ठंड नहीं होगी. वर्तमान में सिलीगुड़ी में मौसम की जो अठखेलियाँ चल रही है, वह पश्चिमी चक्रवात और विक्षोभ के कारण है. एक-दो दिन में मौसम साफ हो सकता है.
अगले हफ्ते से दिन के तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि हो सकती है. सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल को छोड़कर दक्षिण बंगाल और कोलकाता में कल से ही तापमान में वृद्धि देखी जा रही है. सरस्वती पूजा के समय में सिलीगुड़ी में तापमान में वृद्धि की गुंजाइश है.
सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल को छोड़कर दक्षिण बंगाल के साथ-साथ दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश ,हरियाणा और शेष भारत में ठंड की विदाई हो रही है. दिन के तापमान में लगातार वृद्धि जारी है. हर दिन कम से कम एक डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल के लिए अगले तीन दिन तापमान में और बढ़ोतरी होगी.
मौसम विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फरवरी के पहले हफ्ते में वर्तमान में जो पश्चिमी चक्रवात दिख रहा है,उसके 1 फरवरी को प्रभाव में आने की संभावना दिख रही है. इसके अलावा पूर्वी बांग्लादेश पर भी एक निम्न दबाव बना हुआ है. यह संकेत इस बात को दर्शाता है कि तापमान लगातार ऊपर की ओर बढ़ता रहेगा.
हालांकि मौसम विभाग ने ठंड की विदाई के बारे में अभी कुछ नहीं कहा है. लेकिन मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात के कारण उतरी हवाओं का प्रवेश बाधित हो गया है. इसे हटने के बाद अगर ठंड की वापसी भी होती है तो अब कड़ाके की ठंड की कोई संभावना नहीं है.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)