‘अलविदा दोस्तों! मैं 11 जनवरी को इस दुनिया को अलविदा करने जा रहा हूं. माफ करना. और मेरे पास कोई चारा नहीं था. जब सब कुछ लुट गया तो मैं जी कर क्या करता… माफ करना मम्मी-पापा! मैं आपका इकलौता बेटा था. लेकिन जिंदगी के सफर में मैं आपका साथ नहीं दे सका. मुझे भूल जाना… ईश्वर ने शायद हमारी किस्मत में यही लिखा था!’
सिलीगुड़ी का शायद यह पहला मामला होगा, जिसमें एक बेटा अपनी मौत की तारीख लिखकर उसी तारीख को खुद को मिटा डालता है. युवक ने अपने इंस्टाग्राम बायो में मौत की तारीख लिखी और निश्चित तारीख को उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. कदाचित ऐसा मामला पहले कभी नहीं सुना या देखा गया था. 11 जनवरी सिलीगुड़ी के अरविंदपल्ली इलाके में रहने वाले लोगों के लिए एक मनहूस दिन था, जब साहिल मजूमदार का उसकी नानी के फ्लैट से शव बरामद हुआ था.
साहिल मजूमदार अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. कॉलेज की शिक्षा पूरी करने के बाद साहिल एक निजी फर्म में नौकरी कर रहा था. उसे एक लड़की से प्यार हो गया था. जिस लड़की को साहिल दिलो जान से चाहता था, उसका नाम वीणा (कल्पित नाम)था. वीणा साहिल को कितना चाहती थी, यह तो पता नहीं. लेकिन साहिल वीणा पर अपनी जान छिड़कता था. काफी समय से दोनों की नजदीकियां बढ़ रही थी.
साहिल और वीणा अक्सर साथ-साथ देखे जाते थे. साहिल को लग रहा था कि वह वीणा के बगैर नहीं रह सकता है. इसलिए वह वीणा को लेकर सपने भी देखने लगा था. लड़की ने भी अपने अंदाज से यह जता दिया था कि वह साहिल से मोहब्बत करती है और उसके साथ ही अपनी दुनिया बसाना चाहती है. दोनों के बीच में कसमे वादे भी होते थे. उनके सपने भी मचल रहे थे. लेकिन साहिल को क्या पता था कि जिस लड़की पर वह जान छिड़कता है, वह इस कदर बेवफा निकलेगी!
मोहब्बत तो सभी करते हैं. लेकिन कुछ लोगों की मोहब्बत जुनून की हद तक देखी जाती है. जुनून वाली मोहब्बत बड़ी ही खतरनाक होती है. एक दिन साहिल को पता चला कि उसकी मोहब्बत का किसी लड़के के साथ चक्कर चल रहा है. गुस्से में साहिल ने वीणा से पूछा, सच क्या है… लेकिन वीणा ने साहिल के सवाल का जवाब नहीं दिया. साहिल का वीणा के बर्ताव से शक और गहरा हो गया. उस दिन के बाद से वीणा भी साहिल से दूर-दूर रहने लगी. साहिल से बर्दाश्त नहीं हो सका. एक दिन उसने वीणा से पूछा, क्या तुम मुझसे शादी करना चाहती हो? वीणा ने इंकार कर दिया. अब तक साहिल को पता चल गया था कि वीणा उसे छोड़कर एक अन्य लड़के के साथ शादी रचाने जा रही है.
साहिल टूट गया. उस दिन से वह गुमसुम रहने लगा. वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गया. किसी काम में भी उसका मन नहीं लगता था. उसके दिलो दिमाग में हर समय लड़की की बेवफाई का ख्याल आता और उसे खुद से ही नफरत होने लगती कि एक बेवफा को वह इतने दिनों से गले लगा रहा था. धीरे-धीरे साहिल साइको का शिकार हो गया. माता-पिता साहिल की यह स्थिति देखकर काफी चिंतित थे. लेकिन वह भी कुछ नहीं कर सकते थे. उन्होंने साहिल को संभालने की पूरी कोशिश की. लेकिन साहिल के दिलों दिमाग पर बैठा सदमा दिनों दिन उसे डिप्रेशन के भंवर जाल में घसीटता चला गया.
2 दिन पहले साहिल अपने एक दोस्त के घर दावत पर गया था. वहां से खाना खाकर वह रात में ही अपने घर लौट आया. रात तो उसने किसी तरह गुजार ली. लेकिन सुबह होते ही वह घर से निकल कर कहीं चला गया. जब काफी देर तक साहिल नहीं लौटा, तब उसके मम्मी पापा ने उसके मोबाइल पर फोन लगाना चाहा.लेकिन उसका मोबाइल फोन भी बंद था. पड़ोस में ही साहिल की नानी भी रहती थी. घर वालों ने सोचा कि शायद साहिल अपनी नानी के घर गया हो.
दो दिनों से साहिल की नानी घर में नहीं थी. उन्होंने अपने फ्लैट की चाबी बेटी दामाद को दे दिया था ताकि वे लोग उसकी देखभाल करें. दोपहर का समय था. साहिल के मम्मी पापा जब अरविंदपल्ली स्थित साहिल की नानी के घर पहुंचे तो फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था. उन्होंने सोचा कि शायद साहिल घर के अंदर होगा. इसलिए उन्होंने साहिल साहिल… कहते हुए आवाज़ लगाई. जब दरवाजा नहीं खुला तो वे डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोल कर अंदर पहुंचे. सामने का नजारा देखते ही वे मूर्छित होकर गिर पड़े.
साहिल का शव पंखे से लटका हुआ था. आसपास के लोगों ने सिलीगुड़ी थाने को फोन कर सूचना दी. सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और साहिल की लाश को बरामद किया. पुलिस ने प्राथमिक कार्रवाई करते हुए साहिल की लाश को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया. पुलिस की प्राथमिक छानबीन में अब तक जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार साहिल ने अपनी मौत से पहले अपनी मौत की तारीख भी मुकर्रर कर रखी थी. उसके इंस्टाग्राम अकाउंट से पता चला कि वह 11 जनवरी को इस दुनिया को अलविदा कहना चाहता था. उसने उसी दिन मौत को गले लगा लिया.
सिलीगुड़ी में घटी इस घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है. इससे कुछ दिन पहले सेवक स्थित तीस्ता नदी में भी इसी तरह का एक हादसा हुआ था, जहां गौरांग मंडल नामक युवक ने प्रेमिका से ब्रेकअप के बाद तीस्ता नदी में कूद कर अपनी जान दे दी थी. ऐसी घटनाएं वाकई दिल दहला देने वाली होती है. इन घटनाक्रमों से यह सबक लेना चाहिए कि मोहब्बत कभी भी आंख मूंद कर नहीं करनी चाहिए. एक तरफा मोहब्बत या जुनूनी मोहब्बत का अंजाम हमेशा बुरा होता है.