November 22, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल लाइफस्टाइल सिलीगुड़ी

सिलीगुड़ी से लेकर जलपाईगुड़ी तक… नेता चाहे जो सोचें, कार्यकर्ता तो रामधुन बजा रहे!

यूं तो पूरा उत्तर बंगाल राममय हो गया है. लेकिन सिलीगुड़ी से लेकर जलपाईगुड़ी तक अयोध्या में 22 तारीख को होने वाले राम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर जो उत्साह और लोगों में खुशी देखी जा रही है, वह अद्वितीय है. विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता चाहे राम मंदिर को लेकर अपनी जो भी सोच रखते हो, लेकिन उनके कार्यकर्ता तो सिर्फ रामधुन और जय श्री राम की ही बात करते हैं.

22 जनवरी में अब ज्यादा समय नहीं है. एक तरफ जहां 22 जनवरी को देश और दुनिया के लोग 500 साल के इतिहास के गवाह बनेंगे, वहीं दूसरी तरफ इसी भावना के साथ जलपाईगुड़ी बामनपाड़ा के लोग 22 फीट ऊंची रामलला मूर्ति की भी स्थापना करेंगे. यहां तीन दिनों तक रामायण समेत भगवान राम के अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जलपाईगुड़ी के वार्ड नंबर 20 के बामनपाडा में श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा की ओर से भगवान राम की 22 फीट ऊंची मूर्ति का निर्माण कराया गया है.

जहां तक सिलीगुड़ी और आसपास के बस्ती क्षेत्रों की बात है, यहां तो काफी दिनों से ही स्त्री पुरुष, बच्चे, जवान सभी में व्यापक उत्साह देखा जा रहा है. सिलीगुड़ी के ही निकट मेडिकल मोड, कावाखाली, पोराझार, नौकाघाट इत्यादि ग्रामीण और बस्ती क्षेत्रों में रहने वाले नर नारी, बच्चे सभी भगवान श्री राम की बात करते हुए 22 जनवरी की तैयारी में जुट गए हैं. यहां के बड़े बुजुर्ग मोबाइल अथवा टीवी पर कोई खबर देखें या ना देखें लेकिन अयोध्या की खबर ना देखें, ऐसा हो ही नहीं सकता. मजे की बात तो यह है कि यहां के स्त्री पुरुष और नौजवान विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी हैं. कोई सीपीएम करता है, तो कोई टीएमसी करता है. कोई कांग्रेसी है, तो कोई बीजेपी का कार्यकर्ता, उनका वोट भले ही बट जाए, लेकिन भगवान श्री राम के प्रति उनकी श्रद्धा को कोई नहीं कम कर सकता है.

सिलीगुड़ी के निकट रांगापानी की आशा देवी टीएमसी करती है. लेकिन भगवान श्री राम की भक्त हैं. उनके घर में राम ध्वज लगाने की तैयारी चल रही है. आशा देवी ने कहा कि भगवान श्री राम सभी के हैं. यह हम सभी के लिए गौरव का क्षण है. हम भले ही अयोध्या नहीं जा पाए, परंतु घर में उस दिन 11 दीए जला दें और प्रभु श्री राम की आराधना करें तो इससे बड़ी बात और कुछ नहीं हो सकती. आशा देवी 2012 से ही टीएमसी करती है और ममता बनर्जी के नाम पर खुद और अपने लोगों से वोट करवाती हैं. जब उनसे यह पूछा गया कि ममता बनर्जी तो अयोध्या नहीं जा रही है. वह तो 22 जनवरी को राज्य में सद्भावना रैली करेगी. इस पर आशा देवी जवाब देती है कि दीदी ने यह नहीं कहा है कि हम अपने धर्म और आस्था से दूर हो जाए.

सिलीगुड़ी के वार्ड नंबर 44 के बृजमोहन की धर्मपत्नी सुनीता देवी सीपीएम कम करती है. उनके पति कांग्रेसी हैं. दोनों ही राजनीतिक दलों के बड़े नेता अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं जा रहे हैं. एक तरह से उन्होंने 22 जनवरी के समारोह का बहिष्कार कर रखा है. लेकिन उनके कार्यकर्ताओं पर इसका कोई भी असर नहीं है. उन्होंने बताया कि नेता चाहे जो भी सोच रखें, लेकिन हम सभी तो श्री राम के भक्त हैं. हम अपने घर में 22 जनवरी को भगवान श्री राम की स्तुति में छोटा-मोटा कार्यक्रम रखेंगे और शाम को दीए भी जलाएंगे.

चंपासारी, गुरुंग बस्ती, प्रधान नगर, देवीडांगा, चेक पोस्ट, सालूगाड़ा इत्यादि बस्ती क्षेत्रों में भी विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता निवास करते हैं. यहां सुखिया काकी, प्रमिला बहन, अनिला भाभी, नमिता बर्मन, सुनील राय,प्रभु दयाल इत्यादि लोग विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व करते हैं और छोटे स्तर के नेता भी हैं. दल के रूप में उनके विचार अलग-अलग हो सकते हैं. लेकिन धर्म और आस्था का जहां प्रश्न हो, आस्था ऊपर और पार्टी परे हो जाती है. उन्होंने कहा कि वे श्री राम भक्त हैं. पूरे देश की तरह उन में भी काफी खुशी है कि लगभग 500 साल का इतिहास बन रहा है.

सिलीगुड़ी के वार्ड नंबर 22 के निवासी चंद्रिका दास माकपा के बड़े कैडर हैं. लेकिन वह प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त हैं. उन्होंने बताया कि पार्टी की ओर से हम पर कोई दबाव नहीं है. हर व्यक्ति अपने-अपने धर्म और आस्था का पालन करने के लिए स्वतंत्र है. नेताजी आए थे. लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा. हम तो 22 जनवरी को घर में पंडित जी से श्री राम की कथा करवा रहे हैं. इसी तरह से सिलीगुड़ी के वार्ड नंबर 46 की शाखा देवी, वार्ड नंबर 9 की सुनीता मैम, वार्ड नंबर 1, वार्ड नंबर 5, वार्ड नंबर 44 ,वार्ड नंबर 37 ,वार्ड नंबर 28, वार्ड नंबर 16 के क्रमशः सरजू महतो, बिनापानी, बलिराम जी, भुवनेश्वर, रामलाल, अनिरुद्ध दास, कविता बर्मन, सविता दास इत्यादि महिलाएं और पुरुष जो अलग-अलग राजनीतिक दलों के पुराने कार्यकर्ता हैं, लेकिन धर्म और आस्था और जहां तक श्री राम के प्रति उनकी भक्ति है, प्रभु श्री राम और उनके बीच उनकी पार्टी दीवार नहीं बन सकती है.

22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्रभु श्री राम के उत्सव को लेकर सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी में लोग किस तरह आतुर दिख रहे हैं, यह इसी बात से जाना जा सकता है कि सिलीगुड़ी के वार्ड नंबर 37 की रजिया खातून के घर में भी श्री राम दस्तक देने लगे हैं…

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