October 17, 2024
Sevoke Road, Siliguri
घटना लाइफस्टाइल

बांग्लादेश में भारतीय जाली आधार कार्ड बनाने वाला गिरोह सक्रिय!

भारत बांग्लादेश सीमा पर अवैध घुसपैठ की घटनाएं कोई नई नहीं है. हालांकि सीमा सुरक्षा बल के जवान लगातार सीमा की निगरानी करते रहते हैं. मुर्शिदाबाद स्थित भारत बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा से चार बांग्लादेशी लोगों को पकड़े जाने के बाद हुई पूछताछ में कई रहस्य सामने आए हैं.

भारत में बांग्लादेशी लोगों की पहुंच कैसे हो जाती है, बांग्लादेशी लोगों से पूछताछ के बाद ऐसा समझा जाता है कि बांग्लादेश में जाली भारतीय आधार कार्ड बनाया जा रहा है. इसके अलावा नकली भारतीय दस्तावेज भी बनाए जा रहे हैं. इसके लिए एक गिरोह सक्रिय है. यह गिरोह बांग्लादेशी लोगों से अच्छा खासा पैसा वसूल करके उन्हें भारत में प्रवेश करा देता है.

सीमा सुरक्षा बल इसकी सच्चाई पता करने में जुट गया है. अंतर्राष्ट्रीय सीमा से पकड़े गए चार बांग्लादेशियों ने सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों को जो कुछ बताया है, उससे ऐसा लगता है कि बांग्लादेश अपने लोगों को भारत भेजने की योजना बना रहा है. हालांकि इसमें भारतीय दलाल भी प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि बांग्लादेश में एक जाली भारतीय आधार कार्ड की कीमत 1000 टका है.

बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल की 73 वीं बटालियन के जवानों ने सीमा चौकी बामनाबाद इलाके में पांच लोगों की संदिग्ध गतिविधि देखी थी. यह सभी बांग्लादेश से सीमा पार करके भारतीय सीमा में घुस आए थे. बीएसएफ के जवानों ने उन्हें पकड़ने के लिए ललकारा. तभी उन्होंने आक्रामक रूख अपनाया. इसके बाद सीमा सुरक्षा बल की जवाबी कार्रवाई के बाद घुसपैठिए इधर-उधर हो गए और झाड़ियों में छुप गए थे.

बाद में QRT ने वहां पहुंचकर एक के बाद एक सभी घुसपैठियों को पकड़ लिया. सभी को सीमा चौकी बामनाबाद लाया गया. एक भारतीय दलाल से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पहुंचा था. वहां से उसे चारों बांग्लादेशी नागरिक मिल गए. उसकी मदद से वह भारतीय सीमा में घुस गए. सीमा पार करने के लिए प्रत्येक बांग्लादेशी नागरिक से दलाल ने ₹4000 की वसूली की थी.

बांग्लादेशी नागरिकों से हुई पूछताछ में यह भी पता चलता है कि नकली भारतीय आधार कार्ड बांग्लादेश के राजशाही के उप जिला गोदावरी में बनाया जाता है. इसमें भारतीय और बांग्लादेशी दलाल दोनों सक्रिय हैं. प्रत्येक से ₹1000 बांग्लादेशी टका लिया जाता है. जिन बांग्लादेशी नागरिकों के भारतीय आधार कार्ड दिए गए थे, वह सभी चेन्नई में मजदूरी करने के लिए जाने वाले थे.

हालांकि सीमा सुरक्षा बल सीमा की सुरक्षा करने में पूरी तरह मुस्तैद है.इसके बावजूद सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को काफी सतर्कता रखने की जरूरत है. भारतीय दलालों पर अंकुश लगाने के लिए सीमा सुरक्षा बल के जवानों को कुछ विशेष अधिकार देने की जरूरत है. इसके साथ ही सीमा की निगरानी के लिए नई टेक्नोलॉजी लाने की भी जरूरत है. हालांकि बीएसएफ के जवान सभी चुनौतियों से बखूबी निपट रहे हैं.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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