चक्रवाती तूफान रेमल ने दक्षिण बंगाल में जान माल का कितना नुकसान किया है, यह तो अलग बात है. परंतु उत्तर बंगाल के लिए भी यह खतरा बन रहा है. सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में रात्रि एक से 1:30 के बीच आंधी और बरसात शुरू हुई तो लोगों को एक ओर तो भीषण गर्मी से काफी राहत मिली. परंतु इसके साथ ही आंधी और तेज बरसात ने बिजली बहाल व्यवस्था को कई इलाकों में छिन्न-भिन्न कर दिया. बिजली के पोल गिरने और कई जगह पेड़ उखड़ने की भी जानकारी मिली है.
दिन में सिलीगुड़ी का मौसम काफी सुहावना था. तापमान में गिरावट के साथ ही लोगों को तीखी धूप का सामना नहीं करना पड़ा. मंगलवार और बुधवार को सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में भारी बरसात हो सकती है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर बंगाल के कई जिलों जैसे जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुर द्वार के अलावा दार्जिलिंग, कालिमपोंग, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर इत्यादि जिलों में 28 और 29 मई को भारी बरसात होने की संभावना है.
इस बीच रेमल द्वारा कहर बरपाने का सिलसिला जारी है. कोलकाता में दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई.तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है. मालूम हो कि तूफान ने रविवार की आधी रात को बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर दस्तक दी है. इसके साथ ही 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली और बारिश हुई. जानकार रेमल से कम नुकसान की बात कह रहे हैं.उनका मानना है कि 2020 में जो चक्रवाती तूफान अमफलान आया था, उसके मुकाबले रेमल से कम नुकसान होने की संभावना है.
हालांकि एहतियातन तटीय जिलों में कई ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई है. कोलकाता एयरपोर्ट को भी 21 घंटे के लिए बंद किया गया था. लेकिन आज सुबह से कोलकाता एयरपोर्ट को फिर से बहाल कर दिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार 27 मई को बंगाल और उत्तरी उड़ीसा के तटीय जिलों में भारी बारिश हो सकती है. असम और मेघालय में भी भारी बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा मणिपुर,नागालैंड ,अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में कल और परसों भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग ने मछुआरों को बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी है. उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्वी मेदिनीपुर इत्यादि जिलों में अत्यधिक बारिश की आशंका के चलते इन क्षेत्रों में मौसम विभाग के द्वारा रेड अलर्ट जारी किया गया है. कल और परसों नदिया और मुर्शिदाबाद जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है. दीघा से आने वाली कुछ रेलगाड़िया को भी रद्द कर दिया गया है. सबसे ज्यादा खतरा दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना को है. राज्य सचिवालय के निर्देश पर इन क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है.
रविवार की रात आए विनाशकारी तूफान में कोलकाता के विभिन्न इलाकों में कई जगह पेड गिरने की भी सूचना है. यातायात बहाल करने के लिए कोलकाता नगर निगम के कर्मचारी कार्य में जुटे हुए हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के लोगों से चक्रवात से नहीं डरने की सलाह देते हुए कहा है कि वह जहां भी रहे खुद को सुरक्षित रखें.
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