ऐसा संभवतः पहली बार सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग और उत्तर बंगाल के कई जिलों के लिए मौसम विभाग की ओर से चेतावनी जारी की गई है, जहां भारी से भारी वर्षा तथा पहाड़ों में भूस्खलन की स्थिति की संभावना लगातार मजबूत हो रही है. बंगाल की खाड़ी में जो कम दाब का क्षेत्र बना है, वह लगातार मानसून स्थानांतरण के कारण हिमालय क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है. ऐसे में मानसून कहर ढा सकता है.
वर्तमान में सिलीगुड़ी समेत उत्तर बंगाल के जिलों में कुल मिलाकर अल्प वृष्टि हो रही है. इसके साथ ही गर्मी का प्रभाव भी बढ़ गया है. लेकिन आज से सिलीगुड़ी, पहाड़ और उत्तर बंगाल के कई जिलों में मौसम का रूख बदलने वाला है. आसमान में बादल उमड़ रहे हैं.लेकिन बारिश खुलकर नहीं हो रही है. पर आज से लेकर 26 अगस्त तक बादल कहर ढा सकते हैं. पहाड़ों के लिए तो संकेत है कि दार्जिलिंग और कालिमपोंग के कुछ जिलों में बादल फट सकते हैं,जिसके कारण मूसलाधार बारिश होगी. इसके फलस्वरूप पहाड़ी क्षेत्रों में कई स्थानों पर भूस्खलन हो सकता है.
मौसम विभाग ने उत्तर बंगाल के लोगों के लिए चेतावनी जारी की है. आज से कल तक दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार,अलीपुरद्वार तथा कालिमपोंग जिले के कुछ स्थानों पर भारी से भारी वर्षा हो सकती है. यह संभवतः 7 से 11 सेंटीमीटर तक हो सकती है. इन क्षेत्रों के लिए मौसम विभाग ने येलो वार्निंग जारी किया है. ऐसे में इन इलाके के लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.
मौसम विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि भारी बारिश के कारण महानंदा समेत उत्तर बंगाल में बहने वाली कई नदियों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. जबकि नदियों से सटे निचले इलाकों में जल भराव भी होगा. सिलीगुड़ी नगर निगम और नगरपालिका क्षेत्रों में निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. क्योंकि इन इलाकों में जलभराव हो सकता है. भारी बारिश के कारण खेतों में लगी सब्जियों एवं फसलों को व्यापक नुकसान पहुंच सकता है. ऐसे में मौसम विभाग ने कहा है कि किसान भाइयों को इस दौरान अपने खेतों में खाद आदि नहीं डालना चाहिए अन्यथा वह पानी में बह जाएगा.
मौसम विभाग की चेतावनी केवल 22 अगस्त तक ही नहीं है, बल्कि उससे आगे 23 अगस्त से लेकर 26 अगस्त तक मानसून और खौफनाक तेवर दिखा सकता है. इस दौरान ऑरेंज वार्निंग का संकेत देते हुए मौसम विभाग ने दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार तथा कालिमपोंग जिले में कुछ स्थानों पर भारी से भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की है. कुछ स्थानों पर वर्षा की मात्रा 7 से 11 सेंटीमीटर तक हो सकती है. हालांकि इस दौरान ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है.
मौसम विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि 21 अगस्त से लेकर 26 अगस्त तक लोगों को विशेष सावधान रहने की जरूरत है. खासकर पहाड़ी इलाकों में विजिबिलिटी में काफी कमी नजर आएगी. ऐसे में अगर आप ड्राइविंग कर रहे हैं या कहीं जा रहे हैं तो सावधानी से गाड़ी चलाएं. अगर आवश्यक नहीं हो तो अपनी यात्रा स्थगित कर दें. इस दौरान उत्तर बंगाल में बहने वाली महानंदा, पंचनई, संकोष आदि विभिन्न नदियों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति से इनकार नहीं किया जा सकता. ऐसे में स्थानीय प्रशासन को भी मौसम विभाग की चेतावनी पर गौर करना चाहिए तथा इसकी पूर्व तैयारी में जुट जाना चाहिए.