September 8, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल लाइफस्टाइल

सिलीगुड़ी के रामकृष्ण मिशन सेवक आश्रम कांड में 5 की गिरफ्तारी !

सिलीगुड़ी स्थित रामकृष्ण मिशन के सेवक आश्रम में हुए तोड़फोड़ और उत्पात की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है. जिन लोगों ने आश्रम में घुसकर तोड़फोड़ और उत्पात मचाया, उनका कहना है कि आश्रम की जमीन उनकी है. मिशन ने उनकी जमीन पर कब्जा किया है. इसलिए मिशन से वह अपनी जमीन वापस लेना चाहते हैं. पुलिस ने देर से ही सही, घटना में शामिल अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके नाम है शुभम महतो, श्यामल वैद्य, राजीव बसाक, देवाशीष सरकार और शंभू दास.

आज डीसीपी ईस्ट दीपक सरकार ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस घटना पर प्रकाश डालते हुए यह बताया कि आश्रम की जमीन का मामला क्या है और आश्रम को यह जमीन कैसे मिली थी. हालांकि आश्रम में तोड़फोड़ करने वाले हमलावरों की गिरफ्तारी में देरी को लेकर पूछे गए सवाल का गोल-मोल जवाब देते पुलिस अधिकारी नजर आए. संवाददाता सम्मेलन में डीसीपी दीपक सरकार को संवाददाताओं के तीखे सवाल का सामना करना पड़ा.

यह एक राजनीतिक मुद्दा बन चुका है. पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. आपको बताते चलें कि सिलीगुड़ी के सेवक रोड स्थित चार माइल इलाके में रामकृष्ण मिशन के संन्यासियों पर कुछ लोगों ने हमला किया था. उन्होंने सेवा आश्रम के पांच सन्यासियों तथा सुरक्षा कर्मियों का भी अपहरण किया. आश्रम में जबरन घुसकर भारी उत्पात मचाया था. अगर पुलिस चाहती तो तत्काल ही इस पर कार्रवाई कर सकती थी. पुलिस की भूमिका पर भारतीय जनता पार्टी, माकपा समेत विभिन्न दलों की ओर से क्षोभ व्यक्त किया गया है.

रामकृष्ण मिशन संस्थान की ओर से आश्रम में कुछ लोगों द्वारा की गई तोड़फोड़ और उत्पात के खिलाफ भक्ति नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई थी और आतंक मचाने वाले लोगों की गिरफ्तारी की भी मांग की गई . इस मुद्दे को लेकर उत्तर बंगाल से दक्षिण बंगाल तक पूरे बंगाल में राजनीति शुरू हो गयी है.

भक्ति नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में शिकायतकर्ता रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी शिव प्रेमानंद ने कहा है कि सालूगाड़ा के रहने वाले प्रदीप राय तथा उनके साथी आश्रम परिसर में जबरन घुस गए और सुरक्षा कर्मियों को धमकाया. शिकायत में कहा गया है कि प्रदीप राय तथा उनके लोगों ने साधुओं को हथियार के बल पर परिसर से निकलने की धमकी दी. कुछ साधु और सुरक्षा कर्मियों को वे अपने साथ गाड़ी में डालकर एनजेपी स्टेशन के निकट सड़क पर छोड़कर चले गए.

आपको बताते चलें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रामकृष्ण मिशन के खिलाफ एक टिप्पणी की थी. उसके बाद ही इस पर राजनीति शुरू हो गई है. हालांकि बाद में मुख्यमंत्री ने रामकृष्ण मिशन के प्रति अपने अनुराग और उदारता की भी बात कही और बताया कि रामकृष्ण मिशन के खिलाफ वह नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की एक चुनाव सभा में इसे एक मुद्दा बनाया. तभी से ही इस पर राजनीति गरमा गई है.

इस मामले में सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव तथा सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष के पड़ते ही राजनीतिक स्तर पर घमासान शुरू हो गया. बाद में प्रदीप राय ने भी रामकृष्ण मिशन आश्रम के खिलाफ जबरन जमीन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है. भक्ति नगर पुलिस स्टेशन से मिली जानकारी के अनुसार प्रदीप राय का आरोप है कि वह अनुसूचित जाति के हैं. जिस जमीन पर आश्रम स्थित है, वह उनकी पैतृक संपत्ति है. आश्रम ने बरसों से उनकी जमीन पर कब्जा किया है.

खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 97 कटठा जमीन पर रामकृष्ण मिशन का आश्रम स्थित है, जिसे सेवक हाउस नाम दिया गया है. यह जमीन सालूगाड़ा के रहने वाले टुकड़ा सिंह की थी. सूत्रों ने बताया कि टुकड़ा सिंह ने काफी समय पहले अपनी मर्जी से यह जमीन रामकृष्ण मिशन को दान में दी थी. संतान के अभाव में उसने एक लड़की को गोद लिया था. प्रदीप राय उसी का वारिस है और इस आधार पर वह उक्त जमीन पर दावा भी ठोक रहे हैं.

आज संवाददाता सम्मेलन में डीसीपी ईस्ट दीपक सरकार ने आश्रम की जमीन के वास्तविक मालिक तथा जमीन बिक्री की कड़ियों पर भी संक्षिप्त प्रकाश डाला और बताया कि प्रदीप राय किस हैसियत से जमीन पर अपना दावा जता रहा है.

इस जमीन का मामला कोलकाता हाई कोर्ट की जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच में चल रहा है. जलपाईगुड़ी की सर्किट बेंच इस मामले में 14 जून को सुनवाई करेगी. मिली जानकारी के अनुसार राजगंज ब्लॉक भूमि व भूमि सुधार विभाग ने जमीन से संबंधित रिपोर्ट अदालत में प्रस्तुत कर दी है. यह मामला न्यायाधीश विश्वजीत बसु की अदालत में विचाराधीन है. जिस पर न्यायाधीश विश्वजीत बसु 14 जून को अगली सुनवाई करेंगे.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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